ताज़ी मटर और फ्रोज़न मटर दोनों के कुछ फ़ायदे हैं तो कुछ नुकसान हैं। जानिए कि डायटिशियंस इसके बारे में क्या कहते हैं?
Fresh peas vs Frozen peas: कई सब्ज़ियों के साथ इस्तेमाल किया जाने वाला मटर ज़्यादातर लोगों का फेवरेट होता है। इसलिए इसका सीज़न ख़त्म होते हैं लोग इसे स्टोर कर रख लेते हैं। ताकि पूरे साल वो मटर का इस्तेमाल कर सकें। आप इसे पनीर के साथ-साथ आलू, गोभी जैसी कई सब्ज़ियों के साथ मिलाकर बना सकते हैं। आप जिस मटर को प्रिजर्व करने के लिए फ्रीजर में रख देते हैं उसे फ्रोज़न मटर कहा जाता है। लेकिन क्या आपने कभी यह सोचा है कि आपके लिए फ्रोज़न मटर और ताज़ी मटर में से कौन सा मटर इस्तेमाल के लिए ज़्यादा अच्छा है। तो आपको यहां बता दें कि दोनों मटर के अपने-अपने फ़ायदे और नुकसान हैं। आइए जानते हैं ताज़ी मटर और फ्रोज़न मटर (Fresh peas vs Frozen peas) के फ़ायदे और नुकसान के बारे में।
ताज़ी मटर के फ़ायदे (Benefits of fresh peas)
:- सबसे पहली बात की ताज़ी मटर, फ्रोज़न मटर की तुलना में ज़्यादा सेहतमंद मानी जाती है।
:- अगर आप ताज़ी मटर को खाते हैं तो इससे आपके शरीर में प्रोटीन की मात्रा बढ़ती है।
ताज़ी मटर के नुकसान (Side effects of fresh peas)
:- ताज़ी मटर का सबसे बड़ा नुकसान यह है कि इसे आपको 3 से 4 दिनों के भीतर ही इस्तेमाल करके ख़त्म करना होता है। वर्ना यह मटर के दाने ख़राब हो जाते हैं।
:– अगर आप ताज़ी मटर को ज़्यादा दिनों के लिए स्टोर करके रखते हैं तो इस मटर का टेस्ट बदल जाता है। और यह सेहत के लिए भी ठीक नहीं होता है।
फ्रोज़न मटर के फ़ायदे (Benefits of Frozen peas)
:- फ्रोज़न मटर का सबसे बड़ा फ़ायदा यह है कि आप इसे फ्रीज़र में स्टोर करके पूरे साल में कभी भी इस्तेमाल कर सकते हैं।
:– ताज़ी मटर की तुलना में फ्रोज़न मटर ज़्यादा सस्ती होती है, इसलिए ज़्यादातर लोग फ्रोज़न मटर ही खरीदना चाहते हैं।
फ्रोज़न मटर के नुकसान (Side effects of Frozen peas)
ताज़ी मटर की तुलना में फ्रोज़न मटर का स्वाद उतना अच्छा नहीं होता है, क्योंकि यह मटर पुरानी होती है।
:– ऐसा माना जाता है कि फ्रोज़न मटर (Fresh peas vs Frozen peas) में सोडियम की मात्रा अधिक हो सकती है। इसलिए जब भी आप फ्रोज़न मटर खरीदें तो उसका लेबल पढ़कर ही खरीदें।
अब सवाल यह उठता है कि क्या मटर को प्रीजर्व करना ठीक होता है? (Is it safe to store peas)
डाइटिशियंस का ऐसा कहना है कि फ्रेश मटर का सीज़न सिर्फ़ नवंबर से फरवरी या मार्च तक होता है। उसके बाद अगर आप मटर खाना चाह रहे हैं तो उसे स्टोर करके रखना होता है। अब यह हमारी सेहत के लिए कितना ठीक होता है और कितना नहीं। इसके बारे में डायटिशियंस कहते हैं कि आप किसी भी फ्रेश चीज़ का इस्तेमाल करते हैं तो वह आपके सेहत के लिए ज़्यादा अच्छा होता है। किसी भी सब्ज़ी को अगर स्टोर कर रखा जाए तो उनमें ताज़ी सब्ज़ियों की तुलना में न्यूट्रिएंट्स कम हो जाते हैं। इसलिए आप स्टोर करके रखी हुई मटर का सेवन ना ही करें तो आपके स्वास्थ्य के लिए अच्छा होगा। कोशिश करें कि आप ताज़े फल और सब्जियां खाएं।
इसके बावजूद भी अगर आप मटर को स्टोर करके रखना चाहते हैं तो इसके कुछ तरीक़े होते हैं। वरना आपके पैसे और स्टोर किए हुए मटर दोनों ही ख़राब हो सकते हैं। आइए जानते हैं उनके बारे में (Right way to store peas)
आप अगर मटर को स्टोर करना चाहते हैं तो उसके लिए ताज़े दानों का ही इस्तेमाल करें। अगर आप छिलके के साथ ही मटर को स्टोर करते हैं तो इसके लिए पहले मटर को पेपर बैग में डाल दें। उसके बाद इसे स्टोर करें। मटर को स्टोर करते वक़्त मोटे और बड़े दानों को छोटे दानों से अलग रखें। छोटे दाने वाले मटर कच्चे होते हैं इसलिए इनके ख़राब होने के चांसेज ज़्यादा होते हैैं। अगर आप चाहते हैं कि स्टोर किए गए मटर पर बर्फ़ ना जमें तो इसके लिए मटर के दानों में तेल लगा दें। ऐसा करने से मटर के दानों पर बर्फ़ नहीं जमेगी। आप अगर दो-चार दिनों के लिए मटर को फ्रेश और ताज़ा रखना चाहते हैं तो इसके लिए आप मटर को बॉयल कर सकते हैं।
मटर के सेवन के कई फ़ायदे हैं (Benefits of eating peas)
मटर में भरपूर मात्रा में प्रोटीन पाए जाते हैं। अगर आप इसका सेवन करते हैं तो इससे आपका कोलेस्ट्रॉल लेवल कंट्रोल रहता है। साथ ही दिल की बीमारियों का खतरा भी कम होता है।
:– मटर में लो फैट, हाई फाइबर और विटामिन ए, बी, और के जैसे तत्व पाए जाते हैं।
:– मटर में 9 तरह के फाइबर पाए जाते हैं। मटर में कॉर्ब्स भी अच्छी मात्रा में पाई जाती है।
इस तरह मटर हमारे स्वास्थ्य के लिए बहुत ही फ़ायदेमंद होते हैं। अगर आप ख़ुद को स्वस्थ रखना चाहते हैं तो सीज़नली फल और सब्जियों का सेवन ज़रूर करें।