Benefits of shatavari/>शतावरी को महिलाओं के स्वास्थ्य से जुड़ी हर मर्ज का इलाज़ माना जाता है। कई शारीरिक समस्याओं को दूर करने के लिए महिलाएं इसका सेवन कर सकती हैं। महिलाओं के साथ-साथ यह पुरुषों के लिए भी फायदेमंद है। आइए जानते हैं इसके बारे में विस्तार से।
Shatavari: महिलाओं को होने वाली कई ऐसी समस्याएं हैं जिनका इलाज आयुर्वेद में संभव है। वो चाहे यौन समस्याएं हो या फिर गर्भावस्था से जुड़ी कोई समस्या हो। जड़ी बूटियों के द्वारा हर समस्याओं का इलाज़ किया जा सकता है। शतावरी भी एक तरह का जड़ी-बूटी ही है जो शरीर में हुए कई समस्याओं को दूर कर सकता है। इस जड़ी बूटी का इस्तेमाल विशेष रूप से महिलाओं की समस्याओं में किया जाता है। आज हम आपको जड़ी-बूटी के रूप में इस्तेमाल किया जाने वाला शतावरी के बारे में विस्तार से जानकारी देंगे की शतावरी क्या है? साथ ही यह भी जानेंगे कि इससे महिलाओं को कौन-कौन से फ़ायदे हैं और कौन-कौन से नुक़सान?
शतावरी क्या है? (What is shatavari)
आयुर्वैदिक डॉक्टर्स के अनुसार शतावरी एक ऐसी आयुर्वेदिक जड़ी बूटी है, जिसका वैज्ञानिक नाम ऐस्पेरेगस रेसीमोसस (Asparagus racemosus) है। यह महिलाओं के साथ साथ पुरुषों के लिए भी फायदेमंद है। आयुर्वेद के अनुसार शतावरी का इस्तेमाल 100 से भी अधिक बीमारियों को दूर करने के लिए किया जा सकता है। जड़ी बूटियों के अलावा भारत के कई जगहों पर लोग इसका इस्तेमाल सब्ज़ी के रूप में भी करते हैं।
महिलाओं के लिए शतावरी के फ़ायदे (Benefits of shatavari for women health)
महिलाओं के किसी भी स्वास्थ्य से संबंधित समस्याओं के लिए शतावरी (Shatavari Benefits for Skin and Hair) फायदेमंद माना जाता है। आयुर्वेद के अनुसार शतावरी यौन संबंध से लेकर गर्भावस्था से जुड़ी सारी समस्याओं को दूर कर सकता है। इसके अलावा शतावरी के और भी कई फ़ायदे हैं, जैसे-
1. माइग्रेन दूर करने में सहायक
माइग्रेन की समस्या होने पर रोगी के सिर में बहुत तेज़ दर्द होता है। अगर किसी को माइग्रेन की समस्या है तो शतावरी के इस्तेमाल से इस समस्या का इलाज़ किया जा सकता है। शतावरी में राइबोफ्लेविन (Riboflavin) नमक विटामिन पाया जाता है, जो माइग्रेन के इलाज़ में प्रभावी होता है। माइग्रेन की समस्या होने पर हर रोज़ लगभग 30 ग्राम शतावरी का सेवन करने से इस समस्या को दूर किया जा सकता है। वहीं दूसरी ओर अगर आपको पहले से कोई बीमारी या समस्या है तो आप बिना डॉक्टर की सलाह के शतावरी का सेवन ना करें।
2. यूरिनरी ट्रैक्ट इनफेक्शन से बचाव करता है
यूरिनरी ट्रैक्ट इनफेक्शन की समस्या में भी शतावरी (Benefits of shatavari) का इस्तेमाल किया जा सकता है। शतावरी में विटामिन ए पाया जाता है, जो यूरिनरी इनफेक्शन को दूर करने में सहायक साबित होता है। आयुर्वेद के अनुसार शतावरी में किडनी से जुड़ी समस्याओं को दूर करने के भी गुण पाए जाते हैं। इसके सेवन से शरीर में यूरिन की मात्रा बढ़ती है। इस वजह से व्यक्ति को बार-बार पेशाब करने जाना पड़ता है। बार-बार पेशाब करने से यूरिन के द्वारा शरीर से सारे विषाक्त पदार्थ बाहर निकल जाते हैं। यह किडनी को लंबे समय तक स्वस्थ रखने में मदद करता है। शतावरी के सेवन से यूरिन में हुए इंफेक्शन की समस्या भी दूर होती है।
3. वज़न कम करने में सहायक
अक्सर महिलाओं में कई तरह के हारमोंस बदलाव की वजह से वज़न बढ़ जाता है। इसलिए महिलाएं अगर अपने वज़न बढ़ने की समस्या से परेशान हैं तो शतावरी का सेवन कर सकती हैं। दरअसल शतावरी में सॉल्युबल फाइबर और इनसोल्युबल फाइबर के गुण होते हैं। यह शरीर में जमा अतिरिक्त फैट को कम करते हैं जिससे मोटापा कम होता है। शतावरी में लगभग 90% से ज़्यादा पानी होता है। इसके साथ ही इसमें कैलोरी की बहुत कम मात्रा होती है। इसलिए शतावरी के सेवन से महिलाएं अपने वज़न को कम कर सकती हैं।
4. गर्भावस्था के दौरान वरदान है शतावरी
शतावरी गर्भवती महिलाओं के लिए भी बहुत फायदेमंद होता है। शतावरी में पाए जाने वाले फोलेन गर्भ में पल रहे बच्चे और मां दोनों के लिए फायदेमंद साबित होता है। कई आयुर्वेदिक डॉक्टर्स भी गर्भधारण के समय महिलाओं को शतावरी का सेवन करने की सलाह देते है। इसके सेवन से भ्रूण में पल रहे बच्चे का मानसिक विकास ठीक ढंग से होता है।
5. डायबिटीज कम करने में सहायक
वर्तमान समय में सिर्फ बुढ़े ही नहीं बल्कि कम उम्र के लोग भी डायबिटीज़ के शिकार हो जा रहे हैं। इसके पीछे का कारण है उनकी बदलती जीवनशैली और ग़लत खानपान। ऐसे में अगर शतावरी का सेवन किया जाए तो डायबिटीज को कंट्रोल किया जा सकता है। शतावरी में एंटी डायबिटीज गुण होते हैं जो डायबिटीज को कंट्रोल रखने में मददगार साबित होते हैं। इसके अलावा शतावरी ब्लड प्रेशर, झड़ते बाल, थायराइड और स्ट्रेस जैसी समस्याओं को कम करने में भी प्रभावी होता है। इन सारी समस्याओं में आप शतावरी का सेवन कर सकते हैं।
6. यौन क्षमता बढ़ाता है
यौन क्षमता को बढ़ाने में भी शतावरी प्रभावी साबित होता है। वैसी महिलाएं जिनका सेक्स के प्रति रुचि घट रहा है वो महिलाएं शतावरी का सेवन कर सकती हैं। क्योंकि शतावरी के सेवन से कामेच्छा की भावना बढ़ती है। इसके अलावा अगर महिलाएं इसका सेवन करती हैं तो इससे उनके शरीर के हारमोंस को बैलेंस करने में मदद मिलेगा। आजकल सभी महिलाएं और पुरुषों का जीवन काफ़ी व्यस्त हो चुका है। ऐसे में शतावरी का सेवन करना उनके लिए फायदेमंद हो सकता है।
7. मासिक धर्म के दौरान सहायक
शतावरी मासिक धर्म के समय होने वाली परेशानियों को भी दूर करता है। जिन महिलाओं को मासिक धर्म के समय दर्द और ऐंठन होने की समस्या है वह शतावरी का सेवन कर सकती हैं। कई महिलाओं को पीरियड्स के दौरान शारीरिक कमज़ोरी हो जाती है। ऐसी स्थिति में भी शतावरी मददगार होता है। आमतौर पर सभी महिलाएं पीरियड्स के दौरान शतावरी का सेवन कर सकती हैं।
शतावरी से होने वाले नुक़सान (Side effects of shatavari)
अगर कोई महिला या पुरुष सही मात्रा में शतावरी का सेवन करता है तो इससे उनका स्वास्थ्य ठीक रहता है। वहीं दूसरी ओर यदि कोई अधिक मात्रा में शतावरी का सेवन कर लेता है तो इससे उन्हें कई नुक़सान हो सकते हैं। कई बार इसके अधिक सेवन से शरीर के कुछ हिस्से डैमेज भी हो जाते हैं। तो वहीं कई लोगों को शतावरी का सेवन करने के बाद गैस, एलर्जी, पेट में दर्द इत्यादि की समस्या भी हो जाती है। इसलिए हमेशा कोशिश करें कि किसी आयुर्वेदाचार्य के सलाह पर ही शतावरी का सेवन करें।
इस तरह अगर आपको भी इनमें से कोई समस्या है तो आप किसी एक्सपर्ट की सलाह पर शतावरी का सेवन कर सकते हैं। वहीं दूसरी ओर अगर आप किसी रोग से पीड़ित हैं तो बिना डॉक्टरी सलाह के शतावरी का सेवन ना करें। वर्ना इससे आपके शरीर को नुक़सान पहुंच सकता है।