5 रियल लाइफ हीरोज, जिन्होंने अपनी जान पर खेलकर बचाई बेजुबानों की जान

Deepak Pandey
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इंसान और जानवर में जमीन आसमान का फर्क होता है। लेकिन भगवान ने इंसानों के साथ-साथ जानवरों को भी समझने की ताकत दी है। इसलिए ही कई जानवर इंसानों के प्रति वफादारी की मिसाल पेश करते हैं। इंसान के लालच के कारण ही आज धरती से कई जीव मिट चुके हैं और कई विलुप्ति के कगार पर हैं। लेकिन इस दुनिया में लालच से परे कुछ ऐसे शख्स भी हैं जिनके लिए जानवरों के लिए वैसा ही प्यार है जैसा वो अपनी फैमिली के लिए महसूस करते हैं। आज हम आपको ऐसे ही जाबांज हीरोज के बारे में बताएंगे जिन्होंने अपनी जान की परवाह ना करते हुए मौत की कगार पर पहुंच चुके जानवरों को नई जिंदगी दी ।

ठंड से कुत्ते की बचाई जान

अमेरिका में एक लैब्राडूडल नस्ल का कुत्ता ठंड के मौसम में घर से बाहर निकल गया। ठंड इतनी ज्यादा थी कि बाहर एक बड़ी झील जम गई । कुत्ते को इस बात का पता नहीं चला कि जिसे वो जमीन समझकर खेल रहा है दरअसल वो झील के ठंडे पानी के ऊपर जमी बर्फ की एक पतली सी चादर है। जिससे उसकी जान भी जा सकती है। घरवालों ने इसकी सूचना फायर ब्रिगेड को दी। एक फ़ायर फ़ाइटर ने अपनी जान पर खेलकर इस कुत्ते की जान बचाई।

फोटोग्राफर जान पर खेला

Hawaiian adventurer saves dog stuck inside active volcano

हवाई के काविका सिंगसन एक एंडवेंचरर और फ़ोटोग्राफ़र हैं. सिंगसन ने एक्टिव वॉलकेनो में 25 फ़ीट तक उतरकर एक कुत्ते की जान बचाई. ये कुत्ता दो दिन से ज्वालामुखी के अंदर फंसा था।

बंदर को CPR देकर बचाई जानInjured monkey CPR

तमिलनाडु में एक बंदर कुत्तों के झुंड से टकरा गया। कुत्तों ने बंदर की हालत खराब कर दी और उसे नोच खाया। बंदर की सांसें रुक चुकी थी। लिहाजा उसका बचना नामुमकिन था। लेकिन एक शख्स प्रभु ने इस बंदर को अपने मुंह से सांस देकर उसकी धड़कनें वापस लाई । बाद में बंदर को होश आने पर अस्पताल में भर्ती भी कराया।

नदी के बीच से कुत्ते को बचाया<

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एक नदी की तेज़ लहरों में एक कुत्ता फंस गया था। ये कुत्ता ज़िन्दगी और मौत के बीच झूल रहा था। जैसे ही होमगार्ड मुजीब ने ये देखा, उन्होंने तुरंत जेसीबी बुलाई और ख़ुद कुत्ते की जान बचाने के लिए नदी में उतर गए।

 

मृत बिल्ली के पेट से बच्चों को निकाला

kerala man humanity

केरल के एक मज़दूर वक्कावत्ती हरिदास को सड़क किनारे मृत बिल्ली मिली। बिल्ली का पेट फूला हुआ था। हरिदास ने बिल्ली को सड़क से किनारे करने के लिए उठाय़ा। उस वक्त उसे पेट में हलचल दिखी। इसके बाद हरिदास ने बिल्ली के पेट से नन्हें बच्चों को बाहर निकाला और उनकी जान बचाई।

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