जैसे ही सर्दियों की छुट्टियां शुरू हुई है और नए साल पर भी लोग घूमने फिरने के लिए निकले हैं. लेकिन सर्दियों के मौसम में कोहरे और धुंध की वजह से काफी सारी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. इस समय पर ज्यादातर लोग ट्रेन से सफर करना सही समझते हैं, लेकिन कोहरे और धुंध के कारण ट्रेन लेट होने पर काफी समस्या हो जाती है. कई बार ट्रेन लेट होने से यात्रियों की फ्लाइट मिस हो जाती है.
लेकिन भारतीय रेलवे आपकी इन समस्याओं के लिए आप को मुआवजा भी देता है. वह कुछ स्पेशल सुविधाएं यात्रियों को प्रदान कराता है, जिनका फायदा उठाना जरूर चाहिए. जब ट्रेन लेट हो जाती है तो यात्रियों को फ्री में खाना पानी और नाश्ते की सुविधा भी दी जाती है. लेकिन ज्यादा लोगों को इस बारे में पता नहीं होगा. तो इस आर्टिकल के जरिए आज हम आपको इसी योजना के बारे में बताने जा रहे हैं. आइए जानते हैं पूरी प्रक्रिया….
ये है योजना
भारतीय रेलवे का यात्रियों को कुछ सुविधाएं फ्री में भी उपलब्ध करवाता है. इन सुविधाओं का लाभ उठाना हर यात्री का अधिकार होता है, लेकिन ज्यादातर यात्रियों को इन सुविधाओं के बारे में कुछ भी पता नहीं होता है. ऐसे में ये सूचना आपके लिए काफी लाभदायक है. अगर आज की ट्रेन किसी कारणवश लेट हो जाती है या फिर किसी कारण से देरी से चल रही है तो यात्रियों को विशेष सुविधाएं दी जाती है.
इन्हे मिलता है विशेष लाभ
अगर आप की ट्रेन भी 2 घंटे या इससे ज्यादा देरी से चल रही है तो कुछ खास यात्रियों को फ्री में खाने-पीने और नाश्ते की सुविधा दी जाती है. लेकिन आपको बता दें कि यह स्पेशल सर्विस कुछ स्पेशल एक्सप्रेस ट्रेनों पर उपलब्ध है. इनमें राजधानी, शताब्दी और दूरंतो एक्सप्रेस ट्रेनें शामिल है. सर्दी का मौसम ऐसा है कि जिसमें कोहरे और धुंध की वजह से कई बार ट्रेनें लेट हो जाती है. अगर आपके साथ भी ऐसा है तो आप भी इन खास सुविधाओं का लाभ उठा सकते हैं. वैसे ट्रेन लेट होने पर आईआरसीटीसी द्वारा यह सुविधा आपको दी जाती है. लेकिन अगर आप तक खाना नहीं पहुंचे तो आप इसकी मांग भी कर सकते हैं.
खाने में मिलेंगी ये चीजे
भारतीय रेलवे द्वारा नाश्ते में आपको चाय या कॉफी के साथ बिस्किट दिया जाता है. इसके साथ ही आपको शाम के नाश्ते में चाय या कॉफी के साथ एक बटर चिपलेट और चार ब्रेड दिए जाते हैं. दोपहर के लंच में आपको दाल, रोटी और सब्जी दी जाती है. कभी-कभी विशेष मौकों पर रोटी की जगह पूरी भी परोसी जाती है.