मशहूर सुपरस्टार रजनीकांत अपने जीवन के सात दशक पूरे कर चुके हैं। दक्षिण भारत में तो रजनीकांत को उनके चाहने वाले भगवान की तरह पूजते ही हैं, लेकिन उत्तर भारत में भी उनके फैन्स की कमी नहीं है। ये बात भी किसी से छुपी नहीं है कि हिन्दी फिल्मों के महानायक अमिताभ बच्चन उनके अभिन्न मित्र हैं, लेकिन कम ही लोग जानते हैं कि रजनीकांत की तमिल फिल्मों की कामयाबी में अमिताभ की फिल्मों की बहुत बड़ी भूमिका है।
दरअसल, हिन्दी सिनेमा में अमिताभ बच्चन ने लगातार हिट फिल्मों की झड़ी लगा दी थी और अमिताभ की इन सभी हिट फिल्मों का तमिल में रीमेक बनाया गया। कहने की जरूरत नहीं कि तमिल रीमेक में अमिताभ वाला किरदार रजनीकांत ने निभाया। ये तमिल रीमेक भी सुपरहिट साबित हुए और हर हिट फिल्म रजनीकांत को और भी बड़ा स्टार बनाते गई। आइये जानते हैं कि अमिताभ की कौन सी फिल्मों का तमिल में किस नाम से रीमेक बनाया गया.
डॉन
1978 में आयी अमिताभ बच्चन की ‘डॉन’ फिल्म हिन्दी में सुपरहिट साबित हुई थी और उसके दो साल बाद तमिल में ‘बिल्ला’ नाम से डॉन का रीमेक बना दिया गया। डॉन के कई सीन बिल्ला में जस के तस कॉपी किए गए थे। यहां तक की डॉन में हेलन वाली भूमिका के लिए तमिल फिल्म में भी हेलन को ही चुना गया। ये रीमेक बेहद सफल रहा और बिल्ला को भी डॉन की ही तरह कामयाबी मिली।
नमक हलाल
1982 में प्रकाश मेहरा द्वारा निर्मित अमिताभ की फिल्म ‘नमक हलाल’ बॉक्स ऑफिस पर बेहद सफल रही। 5 साल बाद ‘वेलाइकरण’ के नाम से इसे तमिल भाषा में भी बना दिया गया। अमिताभ वाले रोल में रजनीकांत और स्मिता पाटिल वाली भूमिका में अमला नजर आईं। अमिताभ और रंजीत के अंग्रेजी बोलने वाले मशहूर सीन से लेकर कई दूसरे सीन में इस फिल्म में हूबहू फिल्माए गए थे।
दीवार
अमिताभ की ये सुपरहिट फिल्म साल 1975 में आई थी। इसे तमिल में 6 साल बाद ‘ टाइटल से बनाया गया। दीवार की ही तरह नायक के बचपन में उसके हाथ पर ‘मेरा बाप चोर है’ लिख देना या डॉक मजदूर के रूप में उसका लकी बिल्ला नंबर 786 होना, जैसी सारी बातें इस फिल्म में कॉपी की गयी थी। अमिताभ वाले रोल में रजनी और शशि कपूर वाले रोल में सुमन नाम के एक्टर को लिया गया था।
खुद्दार
ये अमिताभ, परवीन बॉबी, विनोद मेहरा, संजीव कुमार जैसे कलाकारों से सजी हुई सुपरहिट फिल्म थी। इसी को जब तमिल में ‘पादिक्कड़वन’ के नाम से बनाया गया तो रजनीकांत ने खुद्दार वाले टैक्सी ड्राइवर अमिताभ की भूमिका निभाई, जबकि संजीव कुमार के रोल में शिवाजी गणेशन जैसे सम्मानित एक्टर थे। इसे भी मूल फिल्म से सीन-टू-सीन कॉपी किया गया था और ये भी तमिल में काफी सफल फिल्म साबित हुई।
मर्द
1985 में मनमोहन देसाई ने ‘मर्द’ फिल्म बनाई और 1986 में तमिल में इसका रीमेक तैयार हो गया। इस तमिल फिल्म का नाम था ‘मावीरन’। इसमें भी मर्द की तरह रजनीकांत एक तांगेवाले की भूमिका में थे। ये तांगेवाला एक घमंडी राजकुमारी का घमंड तोड़ता है और राजकुमारी तांगेवाले को दिल दे बैठती है। खास बात ये है कि मूल फिल्म में अमिताभ की पिता की भूमिका निभाने वाले दारा सिंह ने इस फिल्म में भी हीरो यानि रजनीकांत के पिता की भूमिका निभाई थी।
लावारिस
प्रकाश मेहरा की इस फिल्म का निर्माण तमिल में ‘पनाक्करण’ के नाम से किया गया। लावारिस 1981 में आई थी, लेकिन इसका रीमेक 1990 में आया। अमिताभ की भूमिका में रजनीकांत और जीनत अमान वाले रोल में गौतमी दिखाई दीं।
कसमे-वादे
1978 में आई कसमे-वादे का दस साल बाद तमिल में रीमेक बनाया गया। इस रीमेक का नाम था ‘धर्माथिन थलाइवन’ अमिताभ के रोल में रजनी और रणधीर कपूर वाले रोल में तमिल स्टार प्रभु गणेशन थे, जो शिवाजी गणेशन के बेटे है। इस फिल्म से खुशबू ने तमिल सिनेमा में अपनी शुरुआत की थी।
अमर अकबर एंथोनी
अमिताभ की ब्लॉकबस्टर फिल्म। अमर अकबर एंथोनी। का रीमेक तमिल नहीं बल्कि तेलगु भाषा में बनाया गया। इस फिल्म में भी रजनीकांत थे, लेकिन इस बार वे अमिताभ नहीं बल्कि विनोद खन्ना वाले पुलिस इंस्पेक्टर के किरदार में थे। इस फिल्म का नाम ‘राम रॉबर्ट रहीम’ था।