संजय दत्त की लाइफ किसी फ़िल्मी कहानी से कम नहीं है. ड्रग्स से लेकर जेल जाने तक संजय दत्त की लाइफ में वो सब कुछ हुआ है जो नॉर्मली किसी हिंदी फिल्म में दिखाई देता है
आज हम आपको संजय दत्त की लाइफ से जुड़ा ऐसा ही एक किस्सा सुनाने जा रहे हैं जो उनकी 2013 से 2016 की जेल यात्रा से जुड़ा हुआ है.आपको बता दें कि 2013 से 2016 तक संजय दत्त पुणे के यरवदा जेल में बंद थे.
जेल से छूटने के बाद साल 2018 में संजय दत्त एक चैट शो में पहुंचे हुए थे. इस चैट शो में खुद संजय ने यह बताया था कि कैसे उन्होंने जेल में रहकर पेपर बैग्स बनाए थे और इससे लगभग 500 रुपए की कमाई की थी. संजय ने यह भी बताया था कि इन पैसों से उन्होंने क्या किया था.
संजय दत्त ने चैट शो में कहा था, ‘हम लोग वहां पेपर बैग्स बनाते थे, यह बैग्स अखबार की रद्दी से बनाए जाते थे. मुझे प्रति बैग 20 पैसे मिलते थे और दिनभर में मैं ऐसे 50 से लेकर 100 बैग तक बना लिया करता था’.
चैट शो के दौरान जब संजय दत्त से पूछा गया कि आपने इन पेपरबैग्स से कितने रुपए कमाए ? तो एक्टर ने कहा, ‘इन तीन चार सालों तक, जब मैं वहां था उस दौरान लगभग 400-500 रुपए कमाए थे’.
संजय दत्त ने आगे यह भी बताया था कि यह पैसे उन्होंने जेल से बाहर आने के बाद वाइफ मान्यता दत्त को दे दिए थे. एक्टर ने चैट शो में कहा था कि जेल में कमाए वो 500 रुपए उनके लिए 5000 करोड़ के बराबर हैं.
बता दें कि जेल से बाहर आने के बाद साल 2016 से ही संजय दत्त फिल्मों में सक्रिय हैं. बात अगर संजय की अपकमिंग फिल्मों की करें तो एक्टर फिल्म पृथ्वीराज , शमशेरा , द गुड महाराजा और केजीएफ: चैप्टर 2 में सपोर्टिंग रोल्स निभाते नज़र आएंगे.