यश चोपड़ा की एवरग्रीन फिल्म सिलसिला कई चीजों के लिए आज भी याद की जाती है। चाहे वो रंग बरसे गाना हो या फिर जया और रेखा का स्क्रीन में एक साथ अमिताभ बच्चन के साथ होना। फिल्म में अमिताभ बच्चन रेखा और जया बच्चन नजर आई थी और इसके अलावा इस फिल्म में संजीव कुमार भी नजर आये थे परंतु उन्होंने इस फिल्म में सेकंड रोल निभाया था| आपको बता दें इस फिल्म के लिए हां करने के लिए सभी कलाकारों की अलग-अलग कहानियां है |
फिल्म के लिए संजीव ने कर दिया था मना
वही संजीव कुमार के बारे में कहा जाता है कि संजीव कुमार इस फिल्म में काम करने के लिए पहले तैयार नहीं थे क्योंकि संजीव कुमार अपने जमाने के टॉप अभिनेताओं में से एक थे | संजीव कुमार ज्यादातर फिल्मों में लीड रोल में ही नजर आते थे परंतु त्रिशूल और शोले जैसी फिल्मों में सेकंड लीड के बाद संजीव कुमार किसी और फिल्म में अमिताभ के साथ रोल के लिए राजी नहीं हो रहे थे। लेकिन इस फिल्म के लिए यश चोपड़ा ने संजीव कुमार को कास्ट करने के लिए एड़ी चोटी की जोर लगा दी थी।
बता दें फिल्म के निर्देशक यश चोपड़ा ने जब संजीव कुमार थे इस फिल्म में काम करने के लिए बात की थी तब उन्होंने इसके लिए मना कर दिया था क्योंकि संजीव कुमार अमिताभ बच्चन के साथ पहले ही दो बार सेकंड लीड रोल में नजर आ चुके थे और वह तीसरी बार अमिताभ बच्चन के ऑपोजिट सेकंड लीड रोल नहीं करना चाहते थे परंतु यश चोपड़ा उन्हें यह फिल्म करने के लिए बार-बार मनाने लगे थे
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एक सीन के कारण कर दी फिल्म साइन
वही यश चोपड़ा ने जब संजीव कुमार को स्क्रिप्ट सुनाना शुरू किया तब उन्होंने बताया कि फिल्म के एक सीन में अमिताभ बच्चन, रेखा, जया और संजीव कुमार एक ही टेबल पर बैठे होते हैं और तभी अमिताभ बच्चन जया के सामने ही रेखा के साथ डांस करने के लिए चले जाते हैं और इस सीन के बारे में सुनते ही संजीव कुमार ने यश चोपड़ा से कहा कि मैं यह फिल्म करने के लिए तैयार हूं और वह भी किसी और के लिए नहीं बल्कि उस टेबल पर बैठकर जया बच्चन का साथ देने के लिए| इस तरह से जया बच्चन की खातिर संजीव कुमार ने फिल्म सिलसिला में काम करने के लिए हामी भर दी थी|
आपको बता दें संजीव कुमार और जया बच्चन ने कई सुपर हिट फिल्मों में साथ काम किया है । वहीं जया बच्चन और संजीव कुमार के बीच एक बेहद ही खूबसूरत रिश्ता है| दरअसल संजीव कुमार अभिनेत्री जया बच्चन को अपनी बहन की तरह प्यार करते थे और वह उनकी काफी ज्यादा इज्जत करते थे | इसलिए वो किसी भी परिस्थिति में जया को उदास देखना पसंद नहीं करते थे।