प्रेम…प्रेम नाम है मेरा प्रेम चोपड़ा। ये नाम बड़े पर्दे में आते ही नायक हो या नायिका उसके चेहरे पर पसीना जरुर छूटने लगता था। क्योंकि जो शख्स इस डायलॉग की डिलिविरी कर रहा होता था उसकी पहचान एक खतरनाक खलनायक के तौर पर स्थापित हो चुकी थी। बॉलीवुड की बेहद जाने-माने और मशहूर अभिनेता प्रेम चोपड़ा इंडस्ट्री के एक ऐसे अभिनेता रहे हैं, जिन्होंने फिल्मों के साथ-साथ लाखों दर्शकों के दिलों में भी एक खूंखार विलेन के रूप में अपनी पहचान बनाई है, और उन्हें आज भी उनके नकारात्मक किरदारों के लिए जाना जाता है|
अगर आज की कहे तो प्रेम चोपड़ा की उम्र 70 साल हो चुकी है और खुद ही उन्होंने अपने एक इंटरव्यू के दौरान बताया था कि वह एक ऐसे विलन हैं जिन्हें देखकर लोग अपनी पत्नियां छुपा लेते हैं| उन्होंने आगे बताया कि जब उनके पास किसी काम के सिलसिले में भी बात किया करते थे तो लोगों को लगता था कि जैसे वह फिल्मों में दिखाए जाते हैं, वह असल जिंदगी में भी वैसे ही हैं|
डॉक्टर बनते-बनते बन गए एक्टर
डॉक्टर बनते-बनते बन गए एक्टर
अविभाजित भारत के लाहौर में जन्मे प्रेम चोपड़ा का परिवार विभाजन के बाद शिमला में आ गया और प्रेम चोपड़ा का बचपन वहीं पर गुजरा था| उन्होंने पंजाब यूनिवर्सिटी से अपनी ग्रेजुएशन तक की पढ़ाई पूरी की थी और अपने शुरुआती दिनों में भी वह नाटकों में हिस्सा लिया करते थे| दरअसल प्रेम चोपड़ा के पिता हमेशा से ही उन्हें डॉक्टर के रुप में देखना चाहते थे। लेकिन किस्मत को कुछ और ही मंजूर था। वो अपनी पढ़ाई पूरी करने के बाद मुंबई आ गए और एक्टिंग के लिए संघर्ष करने लगे।
राजकपूर की साली से की है शादी
असल जिंदगी की बात करें तो, प्रेम चोपड़ा ने बॉलीवुड के दिग्गज अभिनेता राज कपूर की पत्नी कृष्णा की बहन उमा के साथ शादी रचाई थी| शादी से प्रेम चोपड़ा कुल 3 बेटियों के पिता बने थे, जिनके नाम रकिता, पुनीता और प्रेरणा है और इनकी तीनों बेटियों की शादी भी हो चुकी है|
इनकी सबसे बड़ी बेटी रखिता की शादी राहुल नंदा के साथ हुई है जो कि एक स्क्रीन राइटर और पब्लिसिटी डिज़ाइनर है| उनके साथ अगर बेटी पुनीता की बात करें तो, उनकी शादी फेमस सिंगर और टीवी एक्टर विकास भल्ला के साथ हुई है| और इनकी सबसे छोटी बेटी प्रेरणा की शादी बॉलीवुड अभिनेता शर्मन जोशी के साथ हुई है|
हीरो बनना चाहते थे प्रेम चोपड़ा
अपने इंटरव्यू के दौरान प्रेम चोपड़ा ने इस बात का भी जिक्र किया था कि अन्य अभिनेताओं की तरह अपने कैरियर के शुरुआती दिनों में वह भी एक हीरो बनना चाहते थे| अपने एक्टिंग करियर के शुरुआती दिनों में, उन्होंने कुछ पंजाबी फिल्मों में एक अभिनेता के रूप में काम किया था ।
विलेन बनकर पाया मुकाम
लेकिन बॉलीवुड फिल्म इंडस्ट्री में कदम रखने के बाद एक हीरो या फिर साइड एक्टर के रूप में नजर आने के बाद भी उनकी फिल्में फ्लॉप ही जा रही थी| लिहाजा उनके डूबते करियर ने उन्हें एक्सपेरिमेंट करने की प्रेरणा दी ।ये एक्सपेरिमेंट था नकारात्मक भूमिका निभाने का । लिहाजा प्रेम चोपड़ा ने नेगेटिव रोल्स करने शुरु किए और जो हुआ उसका पूरा देश गवाह है। प्रेम चोपड़ा देखते ही देखते एक लिजेंडरी विलेन के तौर पर स्थापित हो गए।