लीजेंड्री Singer Lata Mangeshkar ने 6 फरवरी को आखिरी सांसें लीं. उनके बारे में कहने और बताने को इतना कुछ है कि यह सिलसिला कभी खत्म होने का नाम नहीं ले सकता. उनकी जिंदगी से जुड़े तमाम रंगों में से एक था क्रिकेट प्रेम का रंग. हर भारतीय की तरह वह भी अव्वल दर्जे की क्रिकेट प्रेमी थीं.
2011 वर्ल्ड कप में भारत-पाकिस्तान मैच में देश की जीत के लिए रखा था उपवास
बहुत ही कम लोग जानते हैं कि साल 2011 वर्ल्ड कप सेमीफाइनल में जब मैदान में भारत और पाकिस्तान की टक्कर होने वाली थी तो लता बहुत टेंशन में थीं. भगवान से खास प्रार्थना और टीम की जीत के लिए उन्होंने उपवास भी रखा था. उनका यह व्रत काम आया और भारत ने पाकिस्तान को 29 रन से हराकर फाइनल में जगह बनाई थी.
उस मैच में लता की चहेते क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर ने 85 रनों की शानदार पारी खेली थी. मोहाली में खेले गए इस मुकाबले में भारत ने पहले बल्लेबाजी करते हुए नौ विकेट पर 260 रन का स्कोर बनाया और फिर पाकिस्तान को 231 रन पर ढेर कर दिया था. भारतीय टीम के मैच जीतने के बाद ही लता मंगेशकर ने अपना उपवास खत्म किया था.
लता मंगेशकर ने उस मैच के बाद कहा, ‘ मैंने पूरा मैच देखा और मैं बहुत तनाव में थी. जब भारत खेल रहा होता है तो मेरे परिवार में हर कोई किसी न किसी तरह चीजें करता है. मैंने, मीना और उषा ने मैच के दौरान कुछ भी नहीं खाया.’
महेंद्र सिंह धोनी के रिटायरमेंट की खबर से नाराज हुई थीं लता
लता मंगेशकर जी पूर्व भारतीय कप्तान एमएस धोनी बड़ी फैन थीं. भारत जब 2019 वर्ल्ड कप के सेमीफाइनल में न्यूजीलैंड से हारकर बाहर हो गया था और ऐसी खबरें थीं कि धोनी जल्द ही क्रिकेट को अलविदा कह सकते हैं तो लता परेशान हो गईं और उन्होंने धोनी के लिए एक ट्वीट किया.
Namaskar M S Dhoni ji.Aaj kal main sun rahi hun ke Aap retire hona chahte hain.Kripaya aap aisa mat sochiye.Desh ko aap ke khel ki zaroorat hai aur ye meri bhi request hai ki Retirement ka vichar bhi aap mann mein mat laayiye.@msdhoni
— Lata Mangeshkar (@mangeshkarlata) July 11, 2019
इसमें लता दी ने लिखा, ‘प्रिय धोनी जी, मैं इन दिनों सुन रही हूं कि आप खेल से संन्यास लेना चाहते हैं. कृपया इसके बारे में न सोचें. देश को आपकी और आपके योगदान की जरूरत है. कृपया खेल से संन्यास लेने का विचार भी न लाएं.’ धोनी ने तब संन्यास नहीं लिया था लेकिन एक साल बाद ही उन्होंने संन्यास की घोषणा की थी.