बॉलीवुड एक्टर आफताब शिवदसानी का कहना है कि डायरेक्टर राम गोपाल वर्मा ने उन्हें कोला ड्रिंक के ऐड में देखने के बाद फिल्म ‘मस्त’ के लिए उन्हें अप्रोज किया और फिल्म के लीड रोल में उन्हें कास्ट किया था। इस फिल्म के रिलीज होने के बाद भी उनका बॉलीवुड सफर आसान नहीं रहा क्योंकि वो ‘आउटसाइडर’ एक्टर थे और करियर बनाने के लिए संघर्ष कर रहे थे।
कन्नड़ फिल्म में अफताब ने की थी एक्टिंग
गौरतलब है कि आफताब शिवदसानी बॉलीवुड के उन कलाकारों की लिस्ट में शामिल हैं जो बचपन से फिल्मों में लगातार काम कर रहे हैं, मगर उन्हें वह पहचान नहीं मिल सकी, जिसके वे हकदार थे। आफताब साल 1999 में आई फिल्म ‘मस्त’ से बॉलीवुड में डेब्यू किया था। फिल्म में वह लीड एक्टर थे और उनके अपोजिट उर्मिला मातोंडकर थीं। यह फिल्म डायरेक्टर राम गोपाल वर्मा के निर्देशन में बनी थी। बता दें कि आफताब को आखिरी बार 2021 की कन्नड़ फिल्म ‘कोटिगोब्बा 3’ में बड़े पर्दे पर देखा गया था। इसके अलावा वेब शो स्पेशल ऑप्स 1.5: द हिम्मत स्टोरी में भी में दिखाई दिए थे।
एड के लिए दिया था ऑडिशन
अब लंबे अरसे के बाद अफताब ने अपने बॉलीवुड डेब्यू से लेकर अपने स्ट्रगल के दिनों को याद किया और अपनी लाइफ से जुड़ी कुछ खास बातों को खुलासा किया है। हाल ही में टाइम्स ऑफ इंडिया से बात करते हुए आफताब ने कहा, चाइल्ड आर्टिस्ट और यंग लीड एक्टर का एक-दूसरे से कोई लेना-देना नहीं है। मैंने एक चाइल्ड आर्टिस्ट के तौर पर स्कूल के दिनों टीवी विज्ञापनों के लिए ऑडिशन दिया है। मुझे एक्टिंग के साथ-साथ कैमरा भी पसंद था। अफताब आगे कहते हैं कि फिल्म में ‘मस्त’ में बतौर लीड एक्टर के तौर पर मुझे जो कास्ट किया गया था उसका कारण ‘कोला ड्रिंक ऐड’ रहा। जहां मुझे राम गोपाल वर्मा ने देखा था और फिर मुझे इसके लिए कास्ट किया गया था।”
कोला की एड में दिखे आफताब
आपको याद दिला दें कि आफताब ने कुछ साल पहले अपने फेसबुक पेज पर कोका कोला के विज्ञापन को साझा करते हुए कहा था, “इस विज्ञापन ने मेरी जिंदगी बदल दी। सदैव।” आपको ये भी बता दें कि जब अफताब को फिल्म ‘मस्त’ का ऑफर हुई थी तो वह 19 साल के थे। यह फिल्म उनके सुपरहिट रही, जिसके लिए उन्हें बेस्ट मेल डेब्यू और मोस्ट प्रॉमिसिंग न्यूकमर जैसे कई अवॉर्ड मिले।फिल्म में आफताब अपनी चॉकलेटी इमेज के कारण लोकप्रिय हो गए। इस फिल्म के बाद उन्हें फिल्म ‘कसूर’ में देखा गया, जिसमें उनका लुक बदला-बदला नजर आया। इस फिल्म के गंभीर किरदार में वे बिल्कुल फिट नजर आए। हाालांकि आगे बॉलीवुड में बने रहना और आगे बढ़ पाना उनके आसान नहीं था।
किसी ने सही काम और फिल्म के लिए नहीं दी सलाह
इंटरव्यू में अफताब ने आगे कहा कि स्वीकार किया कि एक्टिंग में बने रहने और सफलता पाना आसान नहीं रहा क्योंकि मैं एक फिल्मी परिवार से नहीं हूं। इसलिए कोई मुझे सलाह नहीं दे रहा था या मुझे यह नहीं बता रहा था कि मुझे अपने करियर की प्लानिंग कैसे करनी चाहिए। इसके लिए जो भी फैसला करना था वो सब अपने दम पर करना था और मुझे इसका जरा सा भी पछतावा नहीं है। साथ ही, मैं इस बात से इनकार नहीं करूंगा कि यह आसान नहीं रहा है, क्योंकि सही बात ये है कि सही काम और फिल्में पाने के लिए काफी स्ट्रगल करना पड़ा है