80 और 90 के दशक में हॉरर फ़िल्मों से रामसे ब्रदर्स ने ख़ूब डराया है, उनकी फ़िल्मों की कहानी से ज़्यादा डरावने उनके किरदार होते थे. चाहे वो वीराना की जैस्मीन हों या उनकी फ़िल्मों के भूत सामरी. सामरी का किरदार निभाने वाले एक्टर अनिरुद्ध अग्रवाल ने अपनी लंबी कद काठी का फ़ायदा उठाते हुए डराने में कोई कमी नहीं छोड़ी थी. साढ़े 6 फ़ुट लंबे अनिरुद्ध अपने बड़े से चेहरे से बिना मेकअप के ही लोगों को डरा देते थे. मगर पिछले कुछ सालों से अनिरुद्ध फ़िल्मों से दूर हो गए हैं.
फ़िल्मों में अपना नाम बनाने वाले अनिरुद्ध अग्रवाल फ़िल्मों से पहले मुंबई में जॉब करते थे. दरअसल, इन्होंने IIT रुड़की से सिविल इंजीनियरिंग की डिग्री ली है, जिसके बाद ये नौकरी करने मुंबई आए, लेकिन अनिरुद्ध का पहला प्यार एक्टर बनना और एक्टिंग ही थी. कहते हैं क़िस्मत को जहां ले जाना होता है वो ले ही जाती है. एकबार अनिरुद्ध ने बीमारी के कारण जॉब से छुट्टी ली तो उनके किसी क़रीबी ने उन्हें रामसे ब्रदर्स से मिलने को कहा, वो उनसे मिलने चले गए. अनिरुद्ध ने इस वाक्ये को BBC को दिए एक इंटरव्यू के दौरान बताया था.जब मैं रामसे ब्रदर्स से मिलने गया तो उन्होंने मुझे देखते ही ‘पुराना मंदिर’ ऑफ़र कर दी थी फिर मैंने फ़िल्म मिलते ही नौकरी छोड़ दी क्योंकि मैं एक्टर बनना चाहता था और मेरी दिलचस्पी एक्टिंग में ही थी. इसलिए मैंने वक़्त बर्बाद किए बिना ऑफ़र स्वीकार कर लिया.
72 साल के हो चुके अनिरुद्ध का जन्म 1 दिसंबर, 1949 को देहरादून में हुआ था. इन्होंने बंद दरवाज़ा, पुराना मंदिर, बैंडिट क्वीन, सामरी, आज का अर्जुन, जादूगर, मर मिटेंगे, राम लखन, मेला, तलाश, तुम मेरे हो, बचाओ: इनसाइड भूत है और मल्लिका जैसी फ़िल्मों में काम किया है. साल 2010 में आई मल्लिका ही इनकी आख़िरी फ़िल्म थी. इसके बाद अनिरुद्ध किसी फ़िल्म में नज़र नहीं आए. इसमें भी इनके किरदार का नाम ‘सामरी’ ही था.
फ़िल्मों से दूर जा चुके अनिरुद्ध ने बताया,
एक समय ऐसा आया जब इंडस्ट्री ने मुझे बाहर कर दिया. रोज़ न जाने कितने लोग आते हैं संघर्ष करते हैं. मुझे फ़िल्में मिलती थी, लेकिन वो पर्याप्त नहीं थीं. मुझे भी पर्मानेंट सैलेरी की ज़रूरत थी. इसलिए मैंने फ़िल्मों से दूरी बना ली. मुझे इस बात का कोई पछतावा नहीं ही और न ही ग़ुस्सा है. हालांकि, मुझे फ़िल्में मिलतीं तो मैं और काम करता लेकिन ये संभव नहीं हुआ. मैं एक पब्लिक फ़िगर हूं और कहीं बैकग्राउंड में, भीड़ में खो गया हूं.
अनिरुद्ध अग्रवाल फ़िल्मों के अलावा, ज़ीटीवी के पॉपुलर सीरियल ‘ज़ी हॉरर शो’, ‘मानो या ना मानो’ और शक्तिमान जैसे सीरियल में भी काम कर चुके हैं. बॉलीवुड और टीवी के साथ-साथ अनिरुद्ध हॉलीवुड मूवी ‘Such a Long Journey’ और Rudyard Kipling की ‘The Jungle Book’ में भी अपनी एक्टिंग से धमाल मचा चुके हैं. अनिरुद्ध के जिस शरीर ने उन्हें सबका चहेता बनाया उसी के वजह से उन्हें फ़िल्मों से दूरी बनानी पड़ी. लंबाई ज़्यादा होने के चलते कमर और पीठ में दर्द की वजह से वो फ़िल्मों से दूर हो गए और अब अपना बिज़नेस संभाल रहे हैं.
आपको बता दें, इनके बेटे असीम अग्रवाल ने 2006 में फ़िल्म ‘फ़ाइट क्लब’ से बॉलीवुड डेब्यू किया था, लेकिन अब वो लॉस एंजिलिस में सेटल हैं. तो वहीं, इनकी बेटी कपिला अग्रवाल ने अमिताभ बच्चन की सुपरहिट फ़िल्म ‘बंटी और बबली’ के साथ-साथ कुछ और फ़िल्मों में काम किया फिर वो बॉस्टन चली गईं और अब वहीं मॉडलिंग में बिज़ी हैं और प्रोफ़ेशनल आर्किटेक्ट हैं.