अभय देओल बॉलीवुड में बीते कई सालों से काम कर रहे हैं. उन्होंने अपनी एक्टिंग और फिल्मों से दर्शकों के दिलों पर खास असर छोड़ा है. एक्टर के फैंस जानते हैं कि वे धर्मेंद्र के भाई अजीत सिंह के बेटे हैं. वे आज 15 मार्च को अपना 46वां बर्थडे मना रहे हैं. आइए, उनके फिल्मी सफर पर गौर करें.
अभय देओल ने साल 2005 में इम्तियाज अली की फिल्म ‘सोचा न था’ से डेब्यू किया था. उन्हें एक्टिंग का जुनून तब से था, जब वे स्कूल के थियेटर में हिस्सा लिया करते थे. अभय के करीबी (धर्मेंद्र, सनी देओल, बॉबी देओल) ज्यादातर एक्शन से भरपूर फिल्मों में काम करते रहे हैं, जबकि उनका फिल्मों को लेकर टेस्ट कुछ अलग है.
अभय देओल की इसी खासियत ने उन्हें बॉलीवुड के बाकी बड़े सितारों से अलग लाकर खड़ा कर दिया. उन्होंने हर किसी को अपनी फिल्मों से प्रभावित किया. आइए, आपको उनकी 5 यूनिक फिल्मों के बारे में बताते हैं.
एक चालीस की लास्ट लोकल: यह अपने वक्त से आगे की फिल्म थी, जिसमें अभय के साथ नेहा धूपिया नजर आई थीं. इस रोचक फिल्म ने दर्शकों को पर्दे से बंधे रखा था. उन्होंने इस फिल्म से अपनी चॉकलेट ब्वॉय वाली इमेज को तोड़ दिया था जो लोगों की फिल्म ‘सोचा न था’ देखने के बाद बनी थी
ओए लकी! लकी ओए! – यह फिल्म असल जिंदगी के एक शातिर चोर देविंदर सिंह उर्फ बंटी पर बनी थी. यह फिल्म उनके करियर के लिए टर्निंग प्वाइंट साबित हुई. फिल्म को नेशनल अवॉर्ड मिला था.
देव डी: यह फिल्म ‘देवदास’ का मॉर्डन वर्जन है, जिसमें अभय का रोल बेहद दिलचस्प है. फिल्म में वे अपना प्यार खोने के बाद पूरी तरह नशे में डूब जाते हैं. कल्कि कोचलिन और माही गिल ने फीमेल लीड के तौर पर शानदार काम किया था. ‘जिंदगी न मिलेगी दोबारा’ और ‘हैप्पी भाग जाएगी’ उनकी दो और यादगार फिल्में हैं.