आपको भी सुनने में अजीब लग रहा होगा कि चीटियों ने ऐसा क्या किया कि हर एक ही दिन में बिहार को मालामाल बना दिया. परंतु यह बात बिल्कुल सही है. चीटियों ने बिहार राज्य में एक ऐसी खान खोज निकाली आप भी इस घटना को जानना चाहते होंगे तो चलो जानते हैं कैसे घटी है घटना…
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार पता चला है कि यहां के स्थानीय लोगों को सबसे पहले इस बात का पता लगा. उनको चीटियों के द्वारा ही संकेत मिला. यहां पर सोने का भंडार है. उसके बाद तो यह खबर आग की तरह फैल गई और प्रशासन में पहुंचने के बाद तो खुदाई के बाद यहां पर सोने के भंडार देखने को मिले.
हम आपको बता दें कि आज से 40 साल पहले बुजुर्ग लोग गांव की चौपाल पर इकट्ठा हुआ करते थे. जहां पर एक पेड़ अभी था. गर्मियों के दिनों में लोगों ने चीटियों आने-जाने के स्थान पर कुछ चमकते हुए पीले कणों को देखा जिनको चीटियां अपना घर बनाने के लिए निकाल रही थी.
समय के साथ यह मामला प्रशासन तक पहुंच गया. फिर मामला खनन विभाग तक पहुंचा, उसके बाद जो हुआ वह सब आपके सामने है. सबसे पहले 1982 से 1986 तक इस क्षेत्र को प्रतिबंधित क्षेत्र घोषित किया गया जहां सोने के कण पाए जाते थे. लेकिन तब कहा गया था कि यहां ज्यादा मात्रा में सोना नहीं मिलेगा.
खनन विभाग की जानकारी के अनुसार यह अब तक का देश का सबसे बड़ा सोने का भंडार मिला है.बिहार में जलाल मटिया और कर मटिया के पास देश के सोने के भंडार का करीब 44 फीसदी हिस्सा है. बहुमूल्य धातु सोना की खदान में इतना स्टाक है, जितना देश में कही और नहीं है.