द कश्मीर फाइल्स फिल्म लोगों का इमोशन बन गई है। फिल्म के बारे में सोशल मीडिया पर कई तरह की बातें की जा रही हैं। बीते दिनों चर्चा थी कि सेंसर बोर्ड ने फिल्म जीरो कट के साथ रिलीज कर दी है। तृणमूल कांग्रेस के नैशनल स्पोक्सपर्सन संकेत गोखले का ट्वीट भी वायरल हो चुका है। इसमें उन्होंने लिखा था कि फिल्म में एक भी कट नहीं हैं। साथ ही यह भी हाईलाइट किया था कि विवेक अग्निहोत्री सेंसर बोर्ड में हैं। हालांकि विवेक अग्निहोत्री इस ट्वीट का जवाब दे चुके हैं। फिर भी लोगों के बीच चर्चा है कि क्या फिल्म में कोई सीन कट नहीं हुआ? या फिर काटे भी गए हैं तो वे कौन से सीन थे।
फिल्म में बताए गए थे 24 कट्स
यह बात पहले ही खबरों में आ चुकी है कि द कश्मीर फाइल्स को A सर्टिफिकेट दिया गया है साथ ही इसमें छोटे-मोटे 7 कट हैं। संकेत गोखले के जवाब में विवेक अग्होत्री ने ट्वीट किया था कि झूठी बातें न फैलाएं। इससे पहले विवेक अग्निहोत्री ने बॉलीवुड हंगामा को बताया था, सेंट्रल बोर्ड ऑफ सर्टिफिकेशन ने शुरुआत में कट्स की लंबी लिस्ट पकड़ाई थी।
हालांकि उन्हें इसके लिए झगड़ना पड़ा। उदाहरण के तौर पर कमिटी को इस्लामिक टेररिस्ट शब्द पर आपत्ति थी। करीब 24 कट्स बताए गए थे। हालांककि मैंने उनसे बहस की और डॉक्यूमेंट्स के सबूत दिखाए। विवेक ने बताया था कि सीबीएफसी के सदस्यों को समझाने में करीब 2 महीने लग गए थे।
Please stop spreading fake news, like always. Take a little break. At least to respect the dead. https://t.co/hZflsTUbOk pic.twitter.com/yvOKhGieDX
— Vivek Ranjan Agnihotri (@vivekagnihotri) March 20, 2022
ये सीन्स सेंसर बोर्ड ने बदलवाए
रिपोर्ट्स के मुताबिक, फिल्म में राष्ट्रीय ध्वज के जमीन पर गिरने के एक सीन को हटाया गया। एक सीन में भारत के पूर्व प्रधानमंत्री की तस्वीर आतंकी के साथ उसे हटवाया गया। टीवी चैनल का लोगो हटवाया गया। यूनिवर्सिटी के फर्श पर लिखे रेप शब्द को ब्लर करवाया गया। ‘डिस्को सीएम’ शब्द कटवाया। पडिंत और हिंदू शब्दों के साथ जहां भी गालियां थीं उनको हटवाया गया। इसके अलावा यूनिवर्सिटी का नाम JNU से बदलकर ANU करवाया गया।