भजन सम्राट गुलशन कुमार आज हमारे बीच नहीं हैं. 5 मई को एक पंजाबी परिवार में जन्मे गुलशन कुमार का जीवन किसी फिल्मी कहानी से कम नहीं था. टी सीरीज नाम की एक छोटी सी म्यूजिक कैसेट कंपनी से बिजनेस की शुरुआत कर उन्होंने म्यूजिक की दुनिया में तहलका मचा दिया था. मगर वक्त ने इस कहानी को जल्द ही खत्म कर दिया.
कैसेट किंग’ के नाम से मशहूर गुलशन कुमार की जिंदगी काफी उतार चढ़ाव से भरी रहा. शुरुआती दौर की बात करें तो दिल्ली के दरियागंज इलाके में उनके पिता चंद्रभान की एक जूस की दुकान थी, जहां गुलशन उनके साथ काम करते थे. कुछ दिन तक जूस की दुकान पर काम करते-करते गुलशन का मन भर गया था. फिर एक दिन उनके पिता ने एक दुकान और ली जिसमें सस्ती कैसेट्स और गाने रिकॉर्ड कर बेचे जाते थे. बस यहीं से गुलशन कुमार के करियर ने करवट बदली. ये उनकी सोच और मेहनत ही थी कि 80 के दशक में उन्होंने संगीत का कारोबार शुरू कर दिया.
गुलशन कुमार एक अच्छे गायक भी थे. अपने भजनों से वो तेजी से प्रसिद्धि पाते चले गए. आज भी उनके भजन लोगों के दिल को छू जाते हैं पर कहते हैं ना सफल लोगों के दुश्मन ज्यादा बन जाते हैं. एक बार जब अबु सलेम ने गुलशन कुमार से हर महीने फिरौती देने के लिए कहा तो गुलशन कुमार ने इनकार कर दिया. फिर क्या था वो अंडरवर्ल्ड के निशाने पर आ गए और 12 अगस्त 1997 को 2 अज्ञात लोगों ने उनपर ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी. उनको 16 गोलियां मारकर उन्हें छलनी कर दिया. अस्पताल ले जाते समय रास्ते में उनकी मौत हो गई. खबरों के मुताबिक इस हत्या के पीछे डी कंपनी का ही नाम आता है.
टी-सीरीज’ आज हिंदी सिनेमा की संगीत और फिल्म निर्माण की बड़ी कंपनियों में से एक है. कंपनी को गुलशन कुमार के बेटे भूषण कुमार संभाल रहे हैं.