मशहूर एक्ट्रेस रीमा लागू को गुजरे हुए सालों बीत गए हैं लेकिन आज भी लोग उनके निधन के सदम से उबर नहीं पाए हैं. 17 मई 2017 रीमा लागू इस दुनिया को अलविदा कह गई थीं लेकिन आज भी वो लोगों के दिलों में जिंदा हैं. उन्होंने बॉलीवुड में एक से बढ़कर एक फिल्में दी थीं इसके अलावा वो टीवी पर भी खूब एक्टिव रही थीं. उन्हें एक्टिंग से इतना प्यार था कि अपनी मौत वाले दिन तक भी वो काम करती रही थीं. रीमा को एक्टिंग में बचपन से ही दिलचस्पी थी अपने इस पैशन को पूरा करने के लिए उन्होंने बैंक की नौकरी तक को छोड़ दिया था.
रीमा लागू की मां एक मराठी स्टेज एक्ट्रेस हुआ करती थीं. मां से प्रेरित होकर रीमा ने भी बचपन में ही बतौर बाल कलाकार एक्टिंग की शुरुआत कर दी थी. रीमा का असली नाम नयन भदभदे था जिसे फिल्मों में आने से पहले उन्होंने बदल लिया था. आगे जाकर रीमा भी मराठी स्टेज परफॉर्मर बनीं और फिर टीवी शोज में नजर आने लगीं.
क्यों छोड़ी थी Bank की नौकरी?
पढ़ाई पूरी करने के बाद रीमा लागू की 1979 में बैंक में नौकरी लग गई थी. इसके बाद एक्ट्रेस ने 10 सालों तक यूनियन बैंक ऑफ इंडिया की कर्मचारी के तौर पर नौकरी की थी. इस दौरान भी वो इंटर-बैंक कल्चरल इवेंट्स पर अपना एक्टिंग टैलेंट दिखाती रही थीं. बैंक की नौकरी के साथ वो टीवी शोज भी कर रही थीं. वहीं, जैसे ही उन्हें पहचान मिलनी शुरू हो गई वैसे ही उन्होंने बैंक को अलविदा कह डाला.
रीमा ने साल 1985 में ‘खानदान’ शो से टेलीविजन डेब्यू किया था. इसके अलावा वो ‘श्रीमान-श्रीमति’ और ‘तू-तू मैं-मैं’ जैसे शोज का हिस्सा भी रही थीं. टीवी पर शानदार काम के लिए उन्हें बेस्ट एक्ट्रेस इन कॉमिक रोल के लिए इंडियन टैली अवॉर्ड में सम्मानित भी किया गया था.
काम से लौटकर बिगड़ी थी Reema Lagoo की तबीयत
रीमा पहली बार साल 1988 में रिलीज हुई फिल्म ‘कयामत से कयामत तक’ में जूही चावला की मां के रोल में दिखी थीं. इसके बाद उन्होंने ‘मैंने प्यार किया’, ‘हम आपके हैं कौन’, ‘रंगीला’, ‘जय किशन’, ‘कल हो ना हो’ और ‘कुछ-कुछ होता है’ जैसी कई ब्लॉकबस्टर फिल्मों में शानदार प्रदर्शन दिया. रीमा ने फिल्मों करियर के डाउन होने पर टीवी पर वापसी की थी और वो आखिरी दिनों तक काम कर रहीं.
वो अपने अंतिम दिनों में टीवी शो ‘नामकरण’ की शूटिंग कर रही थीं. 17 मई 2017 की शाम जब वो शूट से लौटकर घर आईं तो उन्हें अचानक सीने में दर्द की शिकायत होने लगी. इसके बाद हालत बिगड़ती चली गई और आखिर में उन्हें मुंबई के कोकिलाबेन धीरुभाई अंबानी अस्पताल में भर्ती कराया गया. वहीं, यहां पर इलाज के दौरान रात 3 बजकर 15 मिनट पर कार्डियक अरेस्ट के चलते उनका निधन हो गया.