बॉलीवुड में आने के बाद भी मशहूर नहीं हो पाए थे अली जफ़र…लग चुके है कई बड़े इल्जाम

Ranjana Pandey
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बॉलीवुड में अपनी एक्टिंग और आवाज का जादू बिखेरने वाले पाकिस्तानी अभिनेता अली जफर किसी पहचान के मोहताज नहीं हैं। पाकिस्तान ही नहीं भारत में भी अली की काफी बढ़िया फैन फॉलोइंग हैं। अली न सिर्फ अच्छे सिंगर और अभिनेता हैं, वह पेंटर और प्रोड्यूसर भी हैं। अली एक ऐसे अभिनेता हैं, जिन्होंने अपनी सफलता के बाद पाकिस्तानी एक्टर को बॉलीवुड का रुख करने के लिए प्रेरित किया था। अपने टैलेंट के बल पर वह बॉलीवुड में अपनी पहचान बनाने में कामयाब हो गए थे। लेकिन पाकिस्तानी आर्टिस्टों पर बैन लगने के बाद उन्हें अपने वतन वापस लौटना पड़ा। आज इस मल्टी टैलेंटेड एक्टर के जन्मदिन के मौके पर हम आपको उनके जीवन से जुड़ी कुछ बातें बताने जा रहे हैं।

18 मई 1980 को लाहौर, पाकिस्तान में जन्मे अली जफर पढ़ाई में काफी अच्छे थे। अली को बचपन से ही पेंटिंग का शौक था और वह आठ साल की उम्र से पेंटिंग करने लगे थे। यहीं नहीं सिंगर और एक्टर बनने से पहले वह पेंटिंग ही किया करते थे और इसी दौरान एक होटल की लॉबी में उनकी मुलाकात अपनी पत्नी आयशा फाजली से हुई थी। अली एक पाकिस्तानी शो से अपने एक्टिंग करियर की शुरुआत करने के बाद फिल्मों में गाना गाने लगे थे। लेकिन उन्हें असली पहचान 2003 में आई एल्बम ‘हुक्का पानी’ के ‘छन्नो’ गाने से मिली। इसके लिए उन्हें बेस्ट एल्बम और बेस्ट मेल आर्टिस्ट का अवॉर्ड भी मिला था।

एक बार खबरें आई थीं कि सिंगर व कंपोजर हिमेश रेशमिया और प्रीतम ने उनके गाने का इस्तेमाल किया है। इस पर अली ने एक इंटरव्यू के दौरान कहा था कि ये अफवाह नहीं थी। उनकी एल्बम के गाने ‘रंगीन’ को हिमेश रेशमिया ने ‘आशिक बनाया आपने’ फिल्म में इस्तेमाल किया था। इस के बनने से अली को अंदाजा लग गया था कि अब उनकी लोकप्रियता बढ़ रही है, ऐसे में उन्होंने 2006 में ‘मस्ती’ नाम से एक और एल्बम निकाला, जो काफी फेमस हुआ। इसके बाद अली की फैन फॉलोइंग बढ़ती चली गई। पाकिस्तान में लोकप्रियता हासिल करने के बाद अली ने बॉलीवुड का रुख किया और 2010 में ‘तेरे बिन लादेन’ में नजर आए। यह फिल्म पाकिस्तान में तो बैन हो गई, लेकिन भारत में लोगों ने इसे काफी पसंद किया था

इसके बाद अली का कद बढ़ता चला गया और उन्हें कई सारे बॉलीवुड प्रोजेक्ट्स मिलने लगे। वह ‘मेरे ब्रदर की दुल्हन’, ‘किल दिल’, ‘लंदन पेरिस न्यूयॉर्क’, ‘टोटल सयापा’ और ‘चश्मे बद्दूर’ जैसी कई फिल्मों में नजर आए। अली की एक्टिंग, गाने और लुक्स को लोग काफी पसंद कर रहे थे, लेकिन जब भारत में पाकिस्तान के आर्टिस्ट पर बैन लगा तो अली का सफर भी बॉलीवुड में खत्म हो गया। हालांकि ये बात सच है कि जितनी भी फिल्मों में अली ने काम किया, अपने लिए दर्शकों के दिल में एक खास जगह बना ली थी। उनका गाना ‘वो देखने में कैसी’ आज भी लोगों की जुबां पर चढ़ा हुआ है।

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