ट्रेन से यात्रा करने वालों का दुख रेलयात्री ही जानते हैं. कई बार ट्रेन में खाना, नाश्ता, ड्रिंक्स और पानी की बोतल बेचने वाले वेंडर्स मनमाने दाम वसूल करते हैं, जिसकी शिकायत भी यात्री नहीं कर पाते. तय कीमत से ज्यादा वसूलना और बिना बिल का सामान बेचना, यात्रियों से बेवजह बहस, ये सब आम बातें हैं. लेकिन हद तो तब हो गई जब वेंडर्स ने 15 रुपये की पानी की बोतल के लिए नॉर्दन रेलवे के जीएम से 20 रुपये वसूल करने की बात कही. दिलचस्प है कि जीएम रेलवे स्टेशनों पर यात्रियों से ज्यादा रकम वसूलने के मामले की जांच करने ही पहुंचे थे.
कानपुर सेंट्रल स्टेशन की है घटना
यह घटना कानपुर सेंट्रल रेलवे स्टेशन की है. पानी की बोतल बेचने वाले ने जीएम प्रमोद कुमार से कहा कि इसकी कीमत 20 रुपये ही है, लेना है तो लो वरना चलते बनो. दरअसल जीएम ने गर्मी से बचने के लिए सिर पर अंगोछा बांधा हुआ था और प्लेटफॉर्म नंबर 6 और 7 पर व्यवहार भी आम यात्री की तरह कर रहे थे. जीएम ने जब वेंडर से कहा कि रेल नीर पर 15 रुपये का दाम प्रिंट है तो वह 20 रुपये क्यों ले रहे हैं? अफसर के इतना कहते ही वेंडर बौखला गया. उसने कहा कि ज्यादा बहस ना करो…लेना हो तो लो वरना चलते बनो.
जब स्टॉल चलाने वाले को सच्चाई पता चली तो वह अफसर के सामने गिड़गिड़ाने लगा. इसके बाद जीएम ने इस मामले में सख्त एक्शन लेने के आदेश दिए हैं. उत्तर मध्य रेलवे के जीएम प्रमोद कुमार को श्रम शक्ति एक्सप्रेस से दिल्ली जाना था. जब जाने में थोड़ी देर थी. ऐसे में वह स्टेशन पर आम यात्री की तरह गमछा बांधकर पहुंचे. जब उन्होंने रेल नीर की कीमत को लेकर सवाल उठाए तो दुकानदार ने उन्हें हड़का दिया.