वरुण धवन और कियारा आडवाणी स्टारर फिल्म जुग जुग जियो का पिछले दिनों खूब प्रमोशन हुआ। लेकिन मन में खटक थी कि बॉलीवुड की पिछली फिल्मों की तरह इस फिल्म का भी बुरा हाल ना हो। लेकिन यहां माहौल काफी अच्छा बनता दिखाई देता है। बिल्कुल भूल भुलैया 2 की तरह। यकीन मानिए फिल्म देखकर आपको बिलकुल अफसोस नहीं होगा।
ट्रेलर में जिस हंसी और जिस इमोशन का तड़का था वो फिल्म में भरपूर मात्रा में मिलता है। जितना ये फिल्म आपको हंसाएगी उतना ही रुलाती भी है। स्टोरी की कहानी के साथ साथ फिल्म की स्टार कास्ट भी कमाल की लगती है। एक शादी में अगर डिवोर्स तक बात आ जाए तो क्या करना चाहिए और क्यों? कुछ ऐसे ही सवालों के जवाब ढूंढने में ये फिल्म मदद करती है। तो क्या ये फिल्म देखने के लिए पूरी तरह परफेक्ट है या नहीं, वो सब आप इस रिव्यू में पढ़िए।
फिल्म की कहानी?
फिल्म की कहानी बिल्कुल साफ है कि एक नॉर्मल परिवार है। जहां मां बाप, बेटा बहू और बेटी सब हैं। बेटा कूकू (वरुण धवन) बचपन से ही कियारा आडवाणी के प्यार में हैं और बड़े होकर शादी भी उसी से करता है। दोनों कनाडा में सेटल हो जाते हैं और शादी के 5 साल बाद जब चीजें खराब हो जाती हैं। तो दोनों तलाक लेने का फैसला करते हैं। लेकिन उन्हें बहन की शादी तक इंतजार करना है। लेकिन इस बीच बेटे को पता चलता है कि पापा (अनिल कपूर) को पत्नी (नीतू कपूर) से तलाक लेना है। बस यहीं से खिचड़ी बननी शुरू होती है। जिस बेटी की शादी है उसकी शादी में भी एक पेंच है। जो आपको फिल्म में देखने को मिलेगा।
फिल्म में कॉमेडी और इमोशन का बहुत बढ़िया तालमेल हैं। फिल्म जहां सेकंड हाफ के बाद इमोशन की ओर जाती है तो ऐसा नहीं है कि फिल्म खत्म होने तक सिर्फ सिर्फ आपको रुलाएगी ही। फिल्म के कुछ सीन शानदार हैं। आपको रिलेशनशिप की वो चीजें दिखाई गई है जो आपके हमारे जीवन में घटित हुई ही होंगी। अगर आप भी इस तरह के रिश्तों में रहे हैं तो फिल्म को जरूर महसूस कर पाएंगे।
कियारा आडवाणी और वरुण धवन जब सेकंड हाफ में लड़ेंगे तो आप ना दाएं देखेंगे ना बाएं। आप बस उनकी बातों को सुनेंगे और समझने की कोशिश करेंगे कि कभी कभी बात सही गलत से ज़्यादा रिश्तों को निभाने की होती हैं। आज के शादी-शुदा कपल भी इन चीजों से दो-चार होते नजर आते हैं और रियल लाइफ से इसे कनेक्ट कर पाते हैं।