भारत मे 80% लोग एक ऐसी चीज़ है जो रोज़ ना मिले तो उनका दिन शायद शुरू ही ना हो।जी हा हम बात कर रहे है चाय कि।चाय लोगो कि थकान,दिन को बेहतर शुरू करने के काम आती है।कई लोग चाय के इतने शौकीन रहते है की सुबह हो या शाम वो चाय पीने ठेला या कैफे चलें जाते है।जी ऐसे लागो के कारण चाय का व्यापार आज कल तेजी से बढ़ रहा है।बता दें कि कई लोग इसी चाय का बिजनेस करके करोडपति बन गए हैं। हमारे पास कुछ ऐसे ही लोगों की लिस्ट है जो चाय के बिजनेस से फलफूल रहे हैं। तो आइए जानते हैं इनके बारे में।
1. एमबीए चायवाला
प्रफुल्ल बिल्लोर यानी एमबीए चायवाला जो की आज किसी भी पहचान के मोहताज नहीं है जिन्होंने जिन्होंने अपने मेहनत लगन और अपनी वाकपटुता से ये मुकाम हासिल किया है। प्रफुल्ल बिल्लोर भारत के सबसे कम उम्र के करोड़पतियों में से गिने जाते हैं। इनका जन्म 14 जनवरी 1996 मैं धार डिस्ट्रिक्ट ऑफ इंदौर मध्य प्रदेश में हुआ था। उनका जन्म एक हिंदू परिवार में हुआ है। उन्होंने अपनी बीकॉम की पढ़ाई भी अधूरी छोड़ दी और चाय के कारोबार में लग गए। उनका सपना था कि वो एमबीए करें। और अपने इसी सपने को पूरा करने के लिए उन्हें चाय का ठेला लगाया। अपने चाय के ठेले के लिए उन्हें अपने पिता से ₹8000 उधार लिए। यहाँ से उनके बिजनेसमैन बनने का सफर शुरू हुआ। उन्होंने से 4,00,00,000 तक का सफर अपने हिम्मत और कला कौशल से पूरा किया। एक रिपोर्ट के अनुसार उन्होंने स्व अलग अलग शहरों में अपना बिज़नेस का विस्तार किया हुआ है । इस साल के अंत तक और 100 और नये शहरों मे फ्रैंचाइजी खोलने की योजना सामने आयी है।
2. चाय पॉइंट
अमूलेख सिंह बिजरौल रेल ने मैं चाय पॉइंट की स्थापना की थी उनके इस चाय पॉइंट का आदर्श वाक्य “इंडिया रन ऑन चाय” जो कि भारतीयों का चाय के प्रति प्रेम से जुड़ाओ दिखाता हैं । चाय पॉइंट की स्थापना बेंगलुरु के कर्नाटक शहर में की गई। अमूलेख हार्वर्ड ग्रैजुएट हैं जिनके पास इंजीनियरिंग की डिग्री भी है उनका दावा है कि वे हर रोज़ 3,00,000 कप रोज़ाना बेचते हैं। दुनिया भर में उनके 100 से ज्यादा आउटलेट्स हैं। एक रिपोर्ट की मानें तो में इन का टर्नओवर 88 करोड़ था जोकि अब बढ़कर 190 करोड़ हो चुका है।
3. चायोस
चायोज “एक्सपेरिमेंट विद चाय” एक बहुत ही तेजी से बढ़ने वाला बिज़नेस है। जो कि चाय पर निर्धारित ह। इसे चालू करने वाले दो बिज़नेस पार्टनर्स नितिन सलूजा और राघव वर्मा है। दोनों ही आईआईटी ग्रेजुएट्स है, नितिन जहाँ आईआईटी बॉम्बे से पढ़ाई कर चुकें हैं तो वही राघव वर्मा आईआईटी दिल्ली से पढ़ाई की है । उन्होंने अपना पहला आउटलेट नवंबर 2 मैं गुरुग्राम में खोला था। उन्होंन चाय की 25 अलग अलग वैराइटी पेश की। अब तक दोनों ने छह शहरों में 90 स्टोर खोल लिए हैं और साल के अंत तक 100 और जोड़ने की योजना बना रहे हैं। एक रिपोर्ट के अनुसार बीते वर्ष में इनका राजस्व लगभग 1000 करोड़ रुपये का था।
4. Chai सुट्टा बार
चाय सुट्टा बार अनुभव दुबे आनंद नायक और राहुल पाटीदार के साथ इंदौर के गर्ल्स कॉलेज के बाहर एक चाय कैफे खोली। अनुभव दुबे कैफे खोलने से पहले सी ए बनना चाहते थे उसमें असफलता हाथ लगने पर यूपीएससी करने का फैसला किया। यूपीएससी में भी असफल रहने पर उन्होंने अपने दोनों दोस्तों के साथ यह कैफे खोली। आज देशभर में इन के द्वारा खोली गयी चाय सुट्टा बार अपने स्वाद के लिए जानी जाती है।
5. चाय ठेला
यह चाहे ठेला पंकज जज द्वारा 2014 में खोला गया है। पंकज जज ने इससे पहले एक उद्यम में असफल होने के बाद ,अपने तीन दोस्तों तरनजीत सपरा पीयूष भारद्वाज और बिश्नीत सिंह के साथ चाय ठेले को खोलने का फैसला किया आज इसके दुनिया भर में कई आउटलेट है अपने ग्राहकों को घर जैसा स्नैक और चाय सर्व करते हैं।