आज के इस डिजिटल युग में हर चीज़ डिजिटल दिखाई और सुनाई पड़ती है। यहाँ तक कि खाने का ऑर्डर करने के लिए भी आज डिजिटल प्लेटफॉर्म की सुविधा लेकर आ गए है। ऑनलाइन ऑर्डर करने का चलन काफी तेजी से बढ़ रहा है। लोग घर बैठे ही अपने खाने पीने के लिए ऑर्डर कर रहे हैं। ऑनलाइन मार्केट ना सिर्फ कपड़ों और सामानों तक सीमित है बल्कि आज वह हर क्षेत्र में अपनी उपस्थिति दर्ज करवा रहा है। आज हर कोई ऑनलाइन सर्विसेज प्रदान कर रहा है।
ऐसे में जब आपको कुछ खाना हो तो जोमैटो स्विगी जैसे कई डिलीवरी एप आपके लिए अच्छे विकल्प के रूप में सामने आ रहे हैं। जब भी हम ऑनलाइन ऑर्डर करते है तो हमसे एक डिलीवरी चार्ज वसूला जाता है लेकिन आपको जानकर आश्चर्य होगा की यही बस एक तरीका नहीं है, बल्कि और भी तरीकों से ग्राहकों की जेब काटी जा रही है।
अब जो आप सुनेंगे उसे सुनकर आपको थोड़ा आश्चर्य जरूर होगा जिन रेस्टोरेंट में आप जाकर खाने का ऑर्डर करते है उसकी कीमत कई ज्यादा बढ़ जाती है जब आप उसे ऑनलाइन के जरिए ऑर्डर करते है। आपको जानकर आश्चर्य होगा कि एक ही रेस्टोरेंट का ऑनलाइन मैन्यू और ऑफलाइन मैन्यू के रेट में काफी अंतर होता है। यदि आप रेस्टोरेंट में बैठकर ऑनलाइन ऑर्डर करते है तब आपको ऑनलाइन मैन्यू में अंतर साफ साफ नजर आने लगेगा।
आज कल लोगों द्वारा बड़ी तादाद में ऑर्डर करने की वजह से ऑनलाइन डिलीवरी कंपनियों भी अपने डिलीवरी रेट में इजाफा करने लगी है।80 रेस्टोरेंट पर सर्वे किए जाने के बाद जेफरी रिपोर्ट में यह कहा गया कि रेस्टोरेंट अपने दाम में 10% से 50% तक कीमत ज़्यादा वसूलते हैं। एक और सर्वे में पता चला है कि ऑनलाइन फूड डिलीवरी करने वाली कंपनियां जैसे जोमैटो,स्विगी ने डिलीवरी चार्ज बढ़ा दिया है। इसके अलावा सबवे ने 10 से 15 फ़ीसदी, केएफसी ने 10, पिज्जा हट ने 5-6 फीसदी व डोमिनोज ने 4 फीसदी डिलीवरी चार्ज बढ़ा दिया है।