शाहरुख खान के बेटे इन दिनों जेल में अपने रिहा होने के दिन का इंतजार कर रहे हैं. लेकिन इस दौरान उनकी काउंसलिंग हुई । इस काउंसलिंग में उन्होंने जो कहा उसे सुनकर शायद अबकी बार उन्हें बेल मिल जाए। आर्यन ने काउंसलिंग के दौरान कहा कि उन्हें अपनी गलती का अंदाजा है। उनकी वजह से ना सिर्फ उनका बल्कि उनके परिवार की भी काफी बदनामी हुई है। ऐसे में नारकोटिक्स डिपार्टमेंट के अधिकारियों ने आर्यन से लंबी बातचीत की।
आर्यन खान ने अधिकारियों से कहा कि वो जेल से बाहर आने के बाद गरीबों के लिए काम करेंगे. चैरिटी करेंगे ऐसे लोगों की मदद करेंगे जिन्हें जीवन में तकलीफें हैं। आखिर आर्यन खान ने ऐसा क्यों कहा क्या ये कोई प्रोपेगेंडा है बेल पाने के लिए या फिर सच में आर्यन खान सुधर चुके हैं। इन सबके पीछे वजह क्या हो सकती है कि आर्यन खान की बातों को मीडिया के बीच में लाया जा रहा है।आखिर क्यों कैदी नंबर N956 के बारे में हर बात बात की जा रही है। तो आईए हम आपको बताते हैं कि ऐसा क्यों हो रहा है।
पब्लिक फिगर लेते हैं चैरिटी का सहारा
आपको सलमान खान का केस हिट एंड रन तो याद होगा ही। इस केस में सलमान खान जब भी अदालत के सामने खड़े होते थे तो उनके वकील चिल्ला-चिल्ला कर कहते थे कि इस इंसान ने काफी गरीब लोगों की मदद की है। 40 करोड़ रुपए तो सिर्फ बच्चों के इलाज में खर्च दिए हैं।ऐसे में आप इतने अच्छे इंसान को सजा नहीं दे सकते हैं। क्योंकि यदि इन्हें सजा हो गई तो ना जानें कितने ही बच्चे इनकी गैरमौजूदगी में इलाज के बिना दम तोड़ देंगे। बस फिर क्या था जज का दिल पिघला और हिट एंड रन केस में सलमान खान आज आजाद घूम रहे हैं।
आर्यन खान से घटना का क्या संबंध?
तो जनाब संबंध है। कहते हैं जो चीजें अकड़ से काबू नहीं आती उनके सामने कभी-कभी झुकना फायदे का सौदा होता है। आर्यन खान ड्रग्स के केस में सीधे नहीं जुड़े हैं। ड्रग्स उन्हें बाहर से लाकर दी गई थी। यही नहीं देश से बाहर जिन देशों में ड्रग्स लेने में कोई पाबंदी नहीं हैं वहां पर यदि आर्यन ने कभी ड्रग्स लिया भी हो या खरीदा हो फिर भी भारत का कानून उन्हें सजा नहीं दे सकता है।
ऐसे में सिर्फ ड्रग्स का सेवन करना आर्यन खान को एक बड़ा अपराधी नहीं बना सकता है।लिहाजा कोर्ट में जमानत के पहले ही ऐसी बातें अब सुर्खियों में लाई जा रही है कि आर्यन को अपनी गलती की सजा मिल चुकी है। इसलिए आने वाले दिनों में उनको जमानत दे दी जाए। वो जमानत पर बाहर कर साधू की तरह काम करने लग जाएंगे। अभी भले ही उनकी उम्र ज्यादा नहीं हुई है लेकिन अपने पापा की बेशुमार दौलत को तो आसानी से वो ड्रग्स के बजाए चैरिटी में लुटा सकते हैं।
इससे ना सिर्फ उनका नाम होगा बल्कि लोग ये कहने लगेंगे कि वाह बेटा क्या काम किया है। भले ही आर्यन 100 रुपए में से 10 का दान दें दे औऱ 90 का चरस पी जाए। लेकिन मीडिया में 10 रुपए की चैरीटी ही छाई रहेगी। 90 का चरस तो धुंए के साथ उड़ेगा। ये कोई बड़ी बात नहीं कि आने वाले सालों में यदि एक बार फिर आर्यन किसी केस में जेल की ठंडी हवा खाने के लिए पहुंच जाए तो उस वक्त उनकी 10 रुपए की चैरिटी उनके भला इंसान होने का सबूत जज को दे देगी औऱ फिर मिल जाएगी बेल…