साल 2022 बीत चुका है और नया साल 2023 शुरू हो चुका है. अगर साल 2022 की बात करें तो यह साल भारतीय क्रिकेट के लिए अच्छा नहीं रहा है. साल 2022 में T20 वर्ल्ड कप ऑस्ट्रेलिया में खेला गया था, जिसमें भारत को इंग्लैंड के हाथों सेमीफाइनल मुकाबले में करारी हार का सामना करना पड़ा था और टूर्नामेंट से बाहर का रास्ता देखना पड़ा था. इसी हार को मध्य नजर रखते हुए बीसीसीआई ने नए साल के पहले दिन ही एक रिव्यू मीटिंग की. इस रिव्यू मीटिंग के दौरान बीसीसीआई ने कुछ कड़े फैसले लिए हैं और वह कुछ अलग करने के मूड में नजर आ रही है.
बीसीसीआई द्वारा इस मीटिंग में भारत को T20 वर्ल्ड कप में मिली हार के अलावा भी कई सारे मुद्दों पर बातचीत की गई. इस दौरान भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड ने कुछ कड़े फैसले लिए हैं जिससे भारतीय क्रिकेट फैंस चिंता में आ चुके हैं. बीसीसीआई ने उन खिलाड़ियों को लेकर कुछ कड़े फैसले लिए हैं, जो आने वाले आईसीसी टूर्नामेंट में भारतीय टीम का हिस्सा हो सकते हैं. BCCI द्वारा खिलाड़ियों पर वर्क लोड होने के कारण होने आईपीएल में खेलने से भी रोका जा सकता है. आइए उन खिलाड़ियों के बारे में जानते हैं जिन्हें बीसीसीआई आईपीएल टूर्नामेंट खेलने से रोक सकती है.
साल 2023 में आईसीसी के 2 बड़े टूर्नामेंट खेले जाने वाले हैं. पहले जून में और फिर अक्टूबर नवंबर के महीने में यह टूर्नामेंट होंगे. इसीलिए बीसीसीआई खिलाड़ियों के वर्क लोड मैनेजमेंट के कार्यक्रम में अभी से जुट चुकी हैं. रविवार को पूरी रिव्यू मीटिंग के दौरान कुछ ऐसे दिग्गज खिलाड़ियों की लिस्ट तैयार की गई है जो आईपीएल 2023 को मिस कर सकते है. इस लिस्ट में विराट कोहली, रोहित शर्मा, जसप्रीत बुमराह, रविंद्र जडेजा और हार्दिक पांड्या जैसे 5 टॉप खिलाड़ी शामिल है, जो आईपीएल के कुछ मैचों को मिस कर सकते हैं.
सभी पांच खिलाड़ी आईसीसी के दोनों बड़े टूर्नामेंटों का हिस्सा होंगे, इसीलिए इन पर वर्क लोड कम किया जाएगा. इन खिलाड़ियों का फिट होना बहुत जरूरी है. इंडियन प्रीमियर लीग एक ऐसा टूर्नामेंट है जो पूरे 1 महीने तक खिलाड़ियों को बिजी रखता है और इसी कारण बीसीसीआई यह कड़ा फैसला लिया है ताकि इन खिलाड़ियों पर प्रेशर कम किया जा सके.
BCCI ने पिछली घटनाओं से ली शिक्षा
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड ने यह कड़ा फैसला पिछली घटनाओं को देखते हुए लिया है. हालांकि बीसीसीआई हर साल आईपीएल टूर्नामेंट से काफी मोटी रकम कमाती है. अगर इस तरह भारतीय टीम के टॉप खिलाड़ी टूर्नामेंट नहीं खेलेंगे तो इसका रोमांच खत्म हो जाएगा. बीसीसीआई ने यह फैसला खिलाड़ियों को हो रहे वर्कलोड और इंजरी के कारण लिया है. इसका सबसे बड़ा उदाहरण आप जसप्रीत बुमराह को देख सकते हैं जो पिछले कई महीनों से भारतीय टीम से बाहर हैं क्योंकि वह चोटिल है. वह साल 2022 में ओए T20 वर्ल्ड कप में भी नहीं खेल पाए थे और इसीलिए शायद भारतीय टीम टूर्नामेंट से बाहर हो गई. टीम इंडिया सेमीफाइनल मुकाबले में 1 विकेट लेने में नाकामयाब रही और इसलिए यह फैसला काफी हितकर साबित हो सकता है.
बिन्नी ने किया वादा पूरा
बीसीसीआई के नए अध्यक्ष बने रोजर बिन्नी ने पद संभालते ही सबसे पहले खिलाड़ियों के चोटिल होने पर चिंता जताई थी. जिसके बारे में उन्होंने कुछ नया करने के लिए भी कहा था. बीसीसीआई के अध्यक्ष रोजर बिन्नी ने रविवार को हुई मीटिंग के दौरान ये अद्भुत फैसला लेते हुए अपना वादा पूरा किया. यह बात किसी के दिमाग में नहीं आई होगी कि रोजर बिन्नी खिलाड़ियों के वर्कलोड को कम करने के लिए आईपीएल जैसे बड़े टूर्नामेंट को भी दांव पर लगा देंगे.