इंजीनियरिंग की नौकरी छोड़ के किया बकरी पालन किया, कर रहे लाखो की कमाई

Muskan Baslas
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Goat Farming : यह कोई कहानी नहीं बल्कि एक सच्चाई है जिसमें जब एक छोटे से जिले के युवक की इंजीनियरिंग की नौकरी लगी थी तब उनका पूरा घर खुश था. उनके पिता की इच्छा थी कि वह बड़े होकर सॉफ्टवेयर इंजीनियर ( software engineer job ) बने और उन्होंने कड़ी मेहनत के साथ अपने पिता की इच्छा पूरी भी की. उसके बाद उनका सरकारी नौकरी में चयन भी हो गया लेकिन उन्होंने सरकारी नौकरी तक को ठुकरा दिया और बकरी चराने ( quit job for goat farming ) में जुट गए. यह सच किसी और का नहीं बल्कि एक छोटे से गांव में पले बढ़े संतोष कुमार का है जिन्होंने बकरी पालन के लिए सॉफ्टवेयर इंजीनियर की नौकरी ( quit software engineer job for goat farming ) तक ठुकरा दी

बकरी पालन को मिला प्रोत्साहन

एक इंटरव्यू में संतोष कुमार ने बताया कि अगर बकरी को योजनाबद्ध तरीके से पाला जाए तो आप उन्हें पैसे निकालने का एटीएम कार्ड समझिए. संतोष के पास ऐसे कई मॉडल ( model for goat farming ) है जिससे बकरी पालन को प्रोत्साहन मिला है. यहां तक कि उनके द्वारा बनाए गए मॉडल केंद्रीय बकरी अनुसंधान संस्थान से तकनीकी रूप से भी पास हो चुके हैं.

आपको बता दें कि संतोष कुमार पटना ( santosh kumar from bihar )  के निवासी हैं वह शिवहरे जिले में रहते हैं वह मात्र 44 साल के हैं. लेकिन इतनी कम उम्र में इतना अच्छा अनुभव होना उन्हें बेहतर बनाता है. वह देश के कई ऐसे केंद्रीय संस्थानों में गए जहां बकरी फार्म थे. वहां जाकर उन्होंने कई तरह की जानकारियां हासिल थी

बन गए बकरी पालन के विशेषज्ञ

इस दौरे के बाद उन्होंने सरकारी नौकरी को हमेशा के लिए मना कर दिया. उन्होंने कहा नौकरी करना नौकर का काम है. ईश्वर ने मुझे जिंदगी दी है. मैं नौकर नहीं बनना चाहता मुझे जिंदगी मेरे अनुसार ही जीनी है. मैं बकरी पालन करना चाहता हूं हालांकि बकरी पालन अभी तक उद्योग के रूप में विकसित नहीं हुआ है. लेकिन सरकार द्वारा बकरी पालन की ऐसी कई योजनाएं शुरू कर दी गई हैं. जिनसे केंद्रीय बकरी अनुसंधान संस्था को भी बेहतर लाभ मिलेगा.

संतोष कुमार ( santosh kumar ) का कहना है कि लोग बकरी की अच्छी नस्ल का चयन कभी नहीं कर पाते उन्हें पता ही नहीं होता कि कौन सी बकरी सही मात्रा में दूध देगी और कौन सी बकरी अच्छी होती है तथा कौन सी अच्छी नहीं होती. इसके लिए लोगों को जागरूक करने की आवश्यकता है. लोगों को स्थानीय जलवायु को ध्यान में रखते हुए बकरियों का चयन करना चाहिए. इसके साथ साथ उन्होंने लोगों को एक सलाह और दी के बिहार ( bihar ) की जलवायु बकरी पालन के लिए सबसे अच्छी जलवायु है.

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