क्या आपने देखी दिल्ली-मेरठ रैपिड रेल की अंदर की तस्वीरें? आइए डालते है एक नजर

Durga Pratap
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सरकार की तरह से चलाये जा रहे महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ रैपिड रेल प्रोजेक्ट को जून में शुरू कर दिया जाएगा. इस प्रोजेक्ट का काम अब बस आखिर दौर तक पहुंच चुका है और जल्द से जल्द अब इसे खत्म करने की कोशिश जारी है. इस प्रोजेक्ट के तहत बन रही रैपिड रेल की कुछ आंतरिक तस्वीरें हम आपको दिखाने जा रहे है.

आप लोगों ने अब तक इस तरह की रैपिड रेल को बाहर से ही देखा होगा. लेकिन अब पूरी तरह तैयार हो चुकी इस रैपिड रेल की अंदर की कुछ तस्वीरें हम आपको दिखाने जा रहे है. रैपिड रेल मेट्रो ट्रेन से थोड़ी अलग लेकिन सामान्य ट्रेन से मिलती जुलती है और इस रैपिड रेल में आज के समय की सभी आधुनिक सेवाएं मौजूद है जो आपके सफर को आरामदायक बना देगी.

सबसे पहली बात यह है कि इस ट्रेन के एंट्री गेट पर सेंसर लगे हुए होते हैं जो यात्री को पहचान लेते हैं और उसके गेट पर होने तक वह बंद नहीं होते. इसलिए कोई भी दुर्घटना होने की संभावना कम हो जाती है. रैपिड रेल में बैठने के लिए भी अच्छी खासी जगह आपको मिलती है. सुरक्षा को मद्देनजर रखते हुए इसमें सीसीटीवी कैमरा भी है और यात्रियों के लिए फ्री वाई-फाई की सुविधा भी दी गई है.

रैपिड रेल

रैपिड रेल के हर कोच में मोबाइल लैपटॉप चार्ज करने के लिए सॉकेट 

रैपिड रेल के हर कोच में आपको मोबाइल लैपटॉप आदि को चार्ज करने के लिए सॉकेट भी दिए गए हैं. इसके अलावा प्रवेश और निकासी के लिए 6 ऑटोमेटिक डोर और बाहर का नजारा देखने के लिए बड़ी-बड़ी कांच की खिड़कियां भी रखी गई है.

दिव्यांगों के लिए दरवाजों के पास व्हीलचेयर और स्ट्रेचर लाने और ले जाने की सुविधा भी दी गई है. ये पूरा कॉरिडोर 82 किमी लम्बा है जो साल 2025 तक पूरा होने की उम्मीद है. इसमें 1 प्रीमियम क्लास और 5 नॉर्मल क्लास कोच को मिलाकर कुल 6 कोच है. एक कोच में लगभग 72 सीटें आपको मिलगीं और वंदे भारत की तरह सामान रखने के लिए रैक भी है.

इमरजेंसी हालात के समय ड्राइवर से बात करने के लिए टॉक बैक की सुविधा

इस रैपिड रेल में इमरजेंसी हालात के समय ड्राइवर से बात करने के लिए टॉक बैक की सुविधा भी है. इसके अतिरिक्त एक कोच महिलाओं के लिए है तो हर कोच में महिलाओं के लिए 4 सीट रिजर्व है. इस रैपिड रेल में मेरठ से दिल्ली तक मरीजों को लाने की सुविधा भी सरकार दे रही है. उनके लिए स्ट्रेचर और व्हील चेयर होगी.

इस रैपिड रेल के पहले चरण की शुरुआत में गाजियाबाद से दुहाई तक 17 किमी की यात्रा होगी. इस ट्रेन की टॉप स्पीड 180 किमी प्रति घंटा है लेकिन ये 160 किमी की स्पीड से चलेगी.

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