कम उम्र में ही धुंधला नज़र आए तो जानें रोशनी कम होने के कारण और बचाव

Smina Sumra
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Poor eyesight

Poor eyesight: क्या आप जानते हैं कि कम उम्र में धुंधला दिखने की वजह क्या हो सकती हैं? आइए जानते हैं इसके पीछे कौन-कौन से कारण हो सकते हैं?

Poor eyesight: दरअसल कम उम्र में धुंधला दिखने के पीछे कई वजह ज़िम्मेदार हैं। कम उम्र के लोगों या बच्चों में आंखों की रोशनी कम होना आम परेशानी बन गई हैं। ख़राब जीवनशैली, ग़लत ढंग से पढ़ाई करना, ज़्यादा देर तक टीवी देखना, या लगातार मोबाइल का उपयोग करना इसके मुख्य वजह होते हैं। वहीं बार बार सिर में दर्द होना, अक्सर आंखें लाल रहना तथा धुंधला (Poor eyesight) दिखाई देना इसके लक्षण हो सकते हैं। ऐसे लक्षणों को देखकर अब बिल्कुल अनदेखा ना करें। आइए विस्तार से जानते आंखों की रोशनी कम होने के कारण लक्षण और बचाव के तरीक़े।

आंखों की रोशनी कम होने के मुख्य लक्षण (Main symptoms of poor eyesight)

:- बार बार सिर दर्द होना
:- धुंधला दिखाई देना
:- हमेशा आंखें लाल रहना
:- पढ़ाई में दिक्कत
:- किसी चीज़ पर ध्यान केंद्रित नहीं कर पाना

ऐसे लक्षण देखकर बिल्कुल भी अनदेखा ना करें। ऐसे में आपको तुरंत डॉक्टर से दिखाना चाहिएं।

:- आंखों की रोशनी कम होने की वजह (Reason for poor eyesight)

(1) न्यूरोलॉजिकल समस्याएं (Neurological problems)

आंखों की रोशनी कम या धुंधला दिखाई देने का एक मुख्य वजह न्यूरोलॉजिकल समस्याएं होती हैं। कम उम्र में आंखों को संतुलित करने वाली नसों को हानि पहुंचाने पर आंखों की रोशनी कम हो सकती हैं।

(2) अनुवांशिक वजह (Genetic cause)

अनुवांशिक तौर पर भी कम उम्र में धुंधला दिखाई दे सकता हैं। अगर परिवार में किसी मेंबर को रेटिनाइटिस पिगमेंटोसा या ऐल्बिनिजम रोग होता हैं। तो इस स्थिति में बच्चों की आंखें कमजोर हो सकती हैं। इस कारण कम उम्र में ही धुंधला दिखाई देने लगता हैं। ऐसे में अंधापन भी हो सकता हैं।

(3) आंखों में परेशानी (Eye trouble)

आंखों की परेशानी केवल बड़े लोगों की ही नहीं बल्कि यह समस्या कम उम्र के लोगों को भी प्रभावित करती हैं। जैसे मोतियाबिंद, ग्लूकोमा, रेटिनल, या रेटिनोब्लास्टोमा ये बीमारियां कम उम्र के लोगों को भी हो सकती हैं। कम उम्र के लोगों में ये समस्या आंखों की कम रोशनी की वजह बन सकती हैं। ऐसी परिस्थिति में आंखों में भी धुंधलापन आ सकता हैं।

(4) ख़राब लाइफ़स्टाइल (Bad lifestyle)

ख़राब लाइफस्टाइल के कारण कम उम्र में आंखों से जुड़ी समस्याएं विकसित हो सकती हैं। कम दृष्टि का कारण ख़राब लाइफस्टाइल भी हो सकता हैं। खाने-पीने की आदतें, लगातार घंटो तक टीवी देखना, मोबाइल का ज्यादा उपयोग करना, आदि छोटी उम्र में आंखों की रोशनी कम होने की वजह हो सकती हैं।

:- आंखों की रोशनी बढ़ाने के तरीक़े
(Ways to increase eyesight)

आंखों की रोशनी बचाने के लिए अपने खाने और लाइफस्टाइल का विशेष रूप से ख्याल रखना चाहिए। इसके लिए कुछ बातों पर विशेष ध्यान दें जैसे:-

(1) कैरोटीनाइट के एंटी- ऑक्सीडेटिव गुण मुक्त कणों को आंखों से दूर रखना चाहिए। यह कैरीटिनाइड हरी पत्तेदार सब्जियों में भरपूर मात्रा में पाई जाती हैं। जिसमें विटामिन ई भरपूर होते हैं। इसलिए आपको ब्रोकली, हरे पत्तेदार सब्जियों का सेवन करना चाहिए।

(2) गाजर, शकरकंद जैसी सब्जियों का सेवन करना चाहिए जो आपके आंखों को स्वस्थ रखते हैं। इस सब्जियों में beta-carotene होता हैं। इसलिए रेटिना को स्वस्थ रखता हैं। शिमला मिर्च भी आंखों की रोशनी बढ़ाने में काफी मददगार होता हैं।

(3) काजू, मूंगफली, अखरोट, और बादाम में विटामिन ए प्रचुर मात्रा में पाई जाती हैं। जो कम उम्र में मायोपिया की संभावना को कम कर सकते हैं। विटामिन ई आंखों को सूखने से रोकता हैं। आंखों की परेशानियों को दूर करने के लिए अलसी और चिया के बीज का सेवन कर सकते हैं।

(4) भीगे हुए किशमिश, और अंजीर खाने से आपकी आंखों की रोशनी अच्छी होती हैं।

(5) आंखों को स्वस्थ रखने के लिए व्यायाम भी कर सकते हैं। इससे आपको तनाव से भी राहत मिलेगा।

(6) देसी घी से आंखों पर मालिश करने से आपकी आंखों की रोशनी में सुधार होगा। इसके लिए आपको अपनी आंखों पर घी लगाकर कुछ देर तक मालिश करना होगा।

(7) रोज़ एक चम्मच आंवला का रस पीने से आंखों की समस्या दूर होती हैं।

(8) मछली का तेल आंखों की रोशनी के लिए अच्छा माना जाता हैं। तथा अंडा, दाल, अनाज, और फलों को अपनी डाइट में अधिक मात्रा में शामिल करें।

अगर आपको कम उम्र में धुंधला दिखाई दे रहा हैं तो डॉक्टर से ज़रूर संपर्क करना चाहिए। आंखों की रोशनी कम होने की वजह को पता लगाकर समस्या को दूर किया जा सकता हैं।

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