Stomach cancer ie gastric cancer: इन 12 लक्षणों और 5 मेडिकल टेस्ट से पेट के कैंसर का पता लगाएं
Stomach cancer ie gastric cancer: पेट का कैंसर एक खतरनाक बीमारी है। इससे मरीज़ की जान भी जा सकती है। इसलिए इस बीमारी का पता लगते ही तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
पेट का कैंसर अन्य कैंसरो की तुलना में अपेक्षाकृत कम होता है। लेकिन जब इस रोग का पता नहीं लगता तो यह बड़ा ख़तरा बन जाता है। इसे गैस्ट्रिक कैंसर भी कहा जाता है। गैस्ट्रिक कैंसर को पेट का कैंसर कहते हैं। जब हम भोजन करते हैं तो वह हमारी ग्रास नली से होते हुए पेट के ऊपरी हिस्से की थैली में जमा हो जाता है। इस थैली को अमाशय कहते हैं। अमाशय गैस्ट्रिक रस स्रावित करके इसे पचाने का काम करता है। पर जब हम अमाशय की कोशिकाओं की डीएनए में कोई त्रुटि आ जाती है तब पेट में कैंसर होता है। पेट के कैंसर में यह कोशिकाएं अनियंत्रित रूप से बढ़ने लगती हैं। इसकी पहचान (Stomach cancer ie gastric cancer) कुछ लक्षणों और जांचों के द्वारा की जा सकती है। इसके लक्षणों का पहचान हो जाने पर तुरंत डॉक्टर से जांच कराना चाहिए। ताकि समय रहते हुए इसका इलाज किया जा सके। अन्यथा यह खतरा बन जाता है। तो आइए जानें की पेट के कैंसर का पता कैसे लगाया जा सकता है ।
पेट के कैंसर यानी गैस्ट्रिक कैंसर का लक्षण (Symptoms of stomach cancer ie gastric cancer)
1.अपच पेट में जलन और पेट का फूलना
2. शरीर में लगातार कमज़ोरी या थकान का महसूस होना
3. पेट में दर्द व बेचैनी होना
4. हीमोग्लोबिन का कमी होना
5. भूख न लगना
6. वज़न कम होना
7. मतली और उल्टी (रक्त के साथ या इसके बिना) होना
8. मल से ख़ून आना
9. मल का रंग काला पड़ जाना
10. पेट के ऊपरी हिस्से में दिक्कत आना
11. पेट में भारीपन महसूस होना
12. खाना ठीक से नहीं पचना
इन लक्षणों के द्वारा पेट के कैंसर की पहचान की जा सकती है। हालांकि केवल लक्षणों के पता लगने पर ही केवल इसका समाधान नहीं किया जा सकता है। इसके साथ कुछ महत्वपूर्ण जांच की भी आवश्यकता होती है । तो आइए जानते हैं उन टेस्ट के बारे में।
पेट के कैंसर की जांच (Stomach cancer test)
यदि पेट में किसी तरह का दिक्कत हो तो डॉक्टर से जांच करानी चाहिए। डॉक्टर के पास जाने पर सबसे पहले वह सारे टेस्ट कराते हैं ताकि आगे चलकर किसी तरह का दिक्कत ना हो। इसके बाद कैंसर की पुष्टि करने के लिए डॉक्टर कुछ लाइव टेस्ट करवाने की सलाह देते हैं, जैसे-
1. अपर एंडोस्कोपी
इस टेस्ट के द्वारा डॉक्टर शरीर के अंदर की प्रक्रियाओं के बारे में जानना चाहते हैं। एंडोस्कोपी की मदद से ग्रास नली, छोटी आंत, इसोफेगस और पेट में होने वाले परिवर्तन की जांच की जाती है ।
2. अल्ट्रासाउंड
ऐसी स्थितियों में डॉक्टर मरीज़ को अल्ट्रासाउंड कराने की राय देते हैं। इस टेस्ट के द्वारा पेट के अंदर की प्रक्रियाओं का पता चलता है। इसमें डॉक्टर इमेज के द्वारा कैंसर के कारणों का पता लगाने की कोशिश करते हैं ।
3. सीटी स्कैन
इस जांच के द्वारा डॉक्टर तस्वीरों के माध्यम से कैंसर का पता लगाते हैं।इसमें कंप्यूटर पर चित्रों के माध्यम से कैंसर का पता लगाया जाता है।
4. ब्लड टेस्ट
कैंसर का पता करने के लिए डॉक्टर मरीजों को ब्लड टेस्ट करवाने के लिए कहते हैं। ब्लड टेस्ट के द्वारा कुछ खाद्य पदार्थों की मात्रा की जांच की जाती है ।
5. बायोप्सी
इस टेस्ट में डॉक्टर रोगी के शरीर से कुछ उत्तको का सैंपल लेते हैं। इन उत्तको में कैंसर सेल्स होने की जांच की जाती है। कैंसर का पता लग जाने पर इसकी जांच शुरू की जाती है। अतः आप पेट में कैंसर का पता इन लक्षणों के महसूस होने पर लगा सकते हैं। यदि पेट में ज़्यादा परेशानी हो रही हो तो तुरंत डॉक्टर के पास जाए। इसको नज़रअंदाज़ बिल्कुल ना करें। नहीं तो यह भयंकर रूप धारण कर सकता है।