तनाव लेने से हमारे मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य के साथ-साथ त्वचा पर भी बुरा असर होता है। इसलिए तनाव से ख़ुद को बाहर निकालना अच्छे स्वास्थ्य के लिए ज़रूरी होता है।
Effects of stress on the skin: तनाव लेने से हमें सिर्फ नुक़सान ही नुकसान पहुंचता है। बहुत ज़्यादा स्ट्रेस लेने से हमारे मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य के साथ-साथ त्वचा पर भी बुरा असर होता है। इसके बावजूद भी हर कोई तनाव की समस्या से परेशान हैं। लेकिन सबसे ज़रूरी बात है कि आप कैसे तनाव से ख़ुद को दूर रख रहे हैं। तनाव से ख़ुद को बाहर निकालना ही अच्छे स्वास्थ्य के लिए ज़रूरी होता है। शोध में पाया गया है कि तनाव लेने का सीधा असर आपके चेहरे पर नज़र आता है।
दरअसल तनाव लेने के कारण शरीर में कई हार्मोनल बदलाव होते हैं। जिसके कारण त्वचा पर कई समस्याएं दिखने लगती हैं। ज़्यादा तनाव (Stress Impact on Skin) लेने से आपकी त्वचा बहुत कठोर नज़र आती है। तनाव के कारण कोर्टिसोल बढ़ने से चेहरे पर महीन रेखाएं और कई परेशानियां दिखती है। इसलिए आपको तनाव से अपनी त्वचा को बचाने के लिए तनाव से दूर रहना होगा। इसके लिए आप कई तरीक़े को अपना सकते हैं। आइए जानते हैं उन उपायों के बारे में।
तनाव के कारण स्किन पर होने वाले प्रभाव (Effects of stress on the skin)
बहुत ज्यादा स्ट्रेस लेने से इसका सीधा असर हमारे स्वास्थ्य पर पड़ता। तनाव के कई नकारात्मक प्रभाव स्किन पर पड़ते हैं। तनाव के कारण चेहरे पर पिंपल्स, और सूजन इत्यादि जैसी समस्याएं हो जाती हैं। इसके अलावा तनाव के कारण और भी बीमारियां जैसे एग्जिमा, एक्टोपिक इत्यादि हो सकती हैं। महिलाओं में मुहांसों होने का सबसे बड़ा कारण तनाव को माना जाता है।
हार्मोन असंतुलन की समस्या होती है….
तनाव के कारण ही हमारी त्वचा के तंत्रिका को संकेत मिलता है कि शरीर में सब कुछ ठीक नहीं है। और इसी वजह से हार्मोन असंतुलन की समस्या होती है। जिससे त्वचा बहुत ज़्यादा ऑइली हो जाती है। जिससे चेहरे पर पिंपल्स निकलने लगते हैं। इसके अलावा भी हार्मोनल बदलाव के कारण शरीर में कई तरह की समस्याएं होती है। जिसके कारण हमें बहुत ज़्यादा परेशानी होती है। इसके अलावा भी तनाव के कारण स्किन को कई तरह की समस्याएं होती हैं, जैसे-
:- स्किन पर झुर्रियां और बुढ़ापा जैसा दिखाई देना।
:- एड्रेनालाईन और कोर्टिसोल का स्तर बढ़ने से त्वचा का ड्राई हो जाना।
:- ज्यादा स्ट्रेस लेने के कारण त्वचा पर एग्जिमा, सोरायसिस, एटोपिक, डार्माटाइटिस, दाग, धब्बे, कील, मुंहासे इत्यादि हो जाना।
:- स्ट्रेस के कारण चेहरे पर सूजन की समस्या दिखना, जिससे आंतरिक रुप से चेहरे को नुक़सान होता है।
:- नाखूनों का कमज़ोर हो जाना और बीच-बीच से टूट जाना।
:- त्वचा का असंवेदनशील होना।
:- कॉर्टिसोल की वजह से त्वचीय प्रोटीन का टूट जाना।
त्वचा को तनाव मुक्त करने के तरीक़े (Ways to de-stress the skin)
आजकल हर कोई तनाव जैसी समस्या से परेशान है। वक़्त की कमी और भागदौड़ भरी ज़िंदगी में तनाव सबको अपनी चपेट में ले रखा है। और तनाव (Effects of stress on the skin) का सीधा असर हमारे कामकाज पर दिखता है। इससे हमारा स्वास्थ्य बिगड़ता है। और चेहरे पर भी बहुत बुरा प्रभाव पड़ता है। इसलिए चेहरे को सामान्य और अच्छा बनाने के लिए सभी को तनाव से बचना होगा। अपनी त्वचा को stress-free रखने के लिए हमें अपनी त्वचा का अच्छे से ख़्याल रखना होगा। अपनी त्वचा को stress-free रखने के लिए हम कई तरीकों को अपना सकते हैं, जैसे-
:- अपने रात में सोने का और सुबह में सोकर उठने का समय ज़रूर तय करें। और तय समय का पालन भी करें।
:- अपनी त्वचा को stress-free रखने के लिए अच्छे खाद्य पदार्थ और पोषक तत्वों का सेवन करें।
:- अपने अपनी त्वचा को समय-समय पर हाइड्रेट करते रहें। त्वचा को हाइड्रेट रखने के लिए कई तरीक़े हैं। लेकिन सबसे अच्छा उपाय है अधिक से अधिक मात्रा में पानी पीना। इसलिए ज़्यादा से ज़्यादा मात्रा में पानी पिएं।
:- अपनी त्वचा को हमेशा मॉइश्चराइज भी करते रहें। त्वचा को मॉइश्चराइज करने से त्वचा स्ट्रेस फ़्री रहता है। और तनाव के कारण होने वाली परेशानियों को कम करता है।
:- अगर आपकी त्वचा ऑयली है तो आप अपनी त्वचा को stress-free रखने के लिए किसी एक्सपर्ट की सलाह लें। इसके अलावा कील, मुंहासे इत्यादि की समस्या से छुटकारा पाने के लिए स्किन को साफ़ करते रहें।
:- त्वचा को stress-free रखने के लिए सबसे फायदेमंद योग और व्यायाम होता है। इसलिए नियमित तौर पर योग और ध्यान का अभ्यास करें। इससे आपकी त्वचा stress-free रहेगी।
इस तरह आप भी अपनी त्वचा को stress-free रखने के लिए इन उपायों को अपना सकते हैं। इसके बावजूद भी अगर आपको कोई परेशानी नज़र आ रही है तो किसी एक्सपर्ट से मिलें। साथ ही अपने खान-पान और व्यायाम पर ध्यान देते रहें।