पैच टेस्ट एक ऐसा टेस्ट है जिसकी मदद से शरीर में हुए एलर्जी का पता चलता है। डॉक्टर के द्वारा इस टेस्ट को कई तरीक़े से किया जाता है। जानें इसके बारे में विस्तार से।
Patch test: वैसे तो पैच टेस्ट के इस्तेमाल के बारे में सबने सुना होगा। क्योंकि स्किन पर किसी भी चीज़ के इस्तेमाल से पहले पैच टेस्ट किया जाता है। इससे इस बात की जानकारी मिलती है कि प्रोडक्ट आपकी त्वचा पर सूट करेगा या नहीं। लेकिन इसके अलावा भी पैच टेस्ट का इस्तेमाल कई चीज़ों में किया जाता है। इसके इस्तेमाल से त्वचा की समस्या और एलर्जी के बारे में भी पता चलता है।
कई बार हम देखते हैं कि शरीर के किसी भी अंग पर एलर्जी की वजह से रैशेज आने लगते हैं। ऐसी स्थिति में इस बात का पता लगाना ज़रूरी हो जाता है कि आख़िर किस वजह से त्वचा पर रैशेज हो रहे हैं। कभी-कभी यह रैशेज कुछ खाने की वजह से तो कभी किसी प्रोडक्ट के इस्तेमाल से तो कभी मौसम बदलने की वजह से भी होते हैं। इसलिए डॉक्टर पैच टेस्ट कराने की सलाह देते हैं।
पैच टेस्ट ज़्यादातर पीठ या कलाइयों पर की जाती है। लेकिन बहुत कम लोगों को इस बात की जानकारी होगी कि आख़िर पैच टेस्ट किया कैसे जाता है, या इसके फ़ायदे क्या होते हैं? इसलिए आज हम आपको पैच टेस्ट के बारे में विस्तार से बताने जा रहे हैं।
पैच टेस्ट क्या होता है? (What is patch test)
दरअसल हममें से हर कोई किसी प्रोडक्ट को त्वचा पर लगाने से पहले पैच टेस्ट ज़रूर करता है। यह टेस्ट हम घर पर ख़ुद से ही कर लेते हैं। इसके लिए सबसे पहले हम किसी प्रोडक्ट को अपने कान के पीछे या गर्दन इत्यादि पर लगाकर यह देखते हैं कि यह हमारे स्किन पर सूट कर रहा है या नहीं। लेकिन अगर किसी एलर्जी का पता करने के लिए डॉक्टर पैच टेस्ट को दूसरे तरीक़े से करते हैं।
इससे यह पता चलता है कि किस प्रोडक्ट की वजह से हमारी त्वचा ख़राब हो रही है? उसके बाद डॉक्टर के द्वारा उसका इलाज किया जाता है। आमतौर पर एलर्जी तीन प्रकार के होते हैं।
1. कभी-कभी सांस के द्वारा भी आपको एलर्जी की समस्या हो सकती है। इस समस्या में छोटे-छोटे कारण आपके नाक के छिद्रों फेफड़ों और गले को बुरी तरह से प्रभावित कर सकते हैं।
2. वहीं दूसरी ओर कभी-कभी खाने पीने की चीज़ों के कारण भी आपको एलर्जी की समस्या हो सकती है।
3. तीसरी तरह की एलर्जी वह होती है जो आपकी त्वचा के संपर्क में आने पर रिएक्ट करती है। जिसके बाद त्वचा पर कई तरह की समस्याएं दिखाई देने लगते हैं।
पैच टेस्ट कैसे किया जाता है? (How to do patch test)
पैच टेस्ट के लिए जब आप डॉक्टर के पास जाते हैं तो डॉक्टर ब्लड टेस्ट या स्क्रीन टेस्ट की सहायता से एलर्जी का पता करते हैं। स्किन पैच टेस्ट कराने पर कई प्रकार की एलर्जी के बारे में पता लग सकता है। जैसे ब्रीडिंग एलर्जी, इंटरनल एनर्जी और कांटेक्ट एलर्जी इत्यादि।
इन एलर्जी का पता लगाने के लिए तीन तरह के टेस्ट होते हैं। पहला स्क्रैच टेस्ट, दूसरा पैच टेस्ट, तीसरा इंट्राडर्मल टेस्ट। लेकिन पैच टेस्ट करने के दौरान आपकी त्वचा पर एक चिपकने वाले पदार्थ लगाए जाते हैं। जिसे लगभग 48 से 96 घंटे तक के लिए छोड़ दी जाती है। समय पूरा हो जाने के बाद डॉक्टर आपको आगे की प्रक्रिया के बारे में बताते हैं।
स्किन पर पैच टेस्ट कैसे करते हैं? (How to do patch test on the skin)
आपने भी देखा होगा कि जब भी कोई नया स्किन से रिलेटेड प्रोडक्ट खरीदता है तो उसे सबसे पहले चेहरा पर नहीं लगाया जाता है। इस प्रोडक्ट को सबसे पहले कान के पिछले हिस्से या कलाई पर लगाकर टेस्ट किया जाता है। इसके इस्तेमाल के बाद अगर थोड़ी सी भी जलन या खुजली की समस्या हो तो यह पता चलता है कि इस प्रोडक्ट से हमारे स्किन पर एलर्जी होगी। और तुरंत उस प्रोडक्ट को त्वचा से हटा दिया जाता है। और अगर आपको कोई परेशानी नहीं हो रही है तो आप इस प्रोडक्ट को लगा कर रात भर छोड़ सकते हैं। रात भर में अगर कोई समस्या ना हो तो इसका मतलब यह प्रोडक्ट आपके लिए अच्छा है।
एलर्जी के लिए पैच टेस्ट कैसे करें? (How to do patch test for allergy)
एलर्जी पैच टेस्ट किसी डॉक्टर के द्वारा ही किया जा सकता है। एलर्जी पैच टेस्ट में ब्लड टेस्ट के द्वारा या दूसरे तरीके से टेस्ट किए जाते हैं। जिसे इम्यूनोकैप कहते हैं। इसके अलावा डॉ एक एलिमिनेशन टेस्ट भी करते हैं। इस टेस्ट के द्वारा डॉक्टर उन खाद्य पदार्थों की तलाश करते हैं, जिसकी वजह से आपको एलर्जी होती है।
क्या एलर्जी टेस्ट से कोई नुक़सान होता है? (Is there any problem or side effects with allergy test)
एलर्जी टेस्ट कराने से आपको कभी-कभी हल्की खुजली या लाल चकत्ते जैसे हो सकते हैं। किसी किसी को इससे सूजन की समस्या हो जाती है। इसलिए अगर आप घर पर कभी पैच टेस्ट करते हैं और उससे कोई परेशानी हो तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। टेस्ट करने के बाद ही डॉक्टर आपको एलर्जी का कारण बता पाते हैं। उसके बाद इसका इलाज किया जाता है।