शिशुओ को ग्रीन बीन्स खिलाने से होंगे कई फ़ायदे, उससे पहले जाने खिलाने के तरीक़े और सावधानियो के बारे में…

Smina Sumra
7 Min Read
How to Introduce Beans to Babies

How to Introduce Beans to Babies: शिशुओं और बच्चों के स्वस्थ के लिए ग्रीन बीन्स का सेवन बहुत फायदेमंद होता है। लेकिन आप अपने बच्चों को ग्रीन बीन्स देने से पहले इसके फ़ायदे और नुकसान के साथ कुछ और महत्वपूर्ण बातो के बारे में ज़रूर पता कर लें।

डॉक्टर के अनुसार जन्म के 6 माह के बाद से बच्चों को मां के दूध के साथ आवश्यक पोषक तत्व ज़रुर देना चाहिए। इन पोषक तत्वो में ग्रीन बीन्स का शामिल होना बहुत ज़रुरी होता है।

ग्रीन बीन्स (How to Introduce Beans to Babies) में उर्जा, प्रोटीन, कैल्शियम, आयरन, मैग्नीशियम, फास्फोरस, पोटेशियम, सोडियम, जिंक, सेलेनियम, विटामिन बी 6 जैसे कई पोषक तत्व पाए जाते हैं। यह पोषक तत्व बच्चों के लिए बहुत ही फायदेमंद होते हैं। शिशुओं के डाइट में ग्रीन बीन्स को शामिल करने से‌ उनके सेहत के लिए कई फ़ायदे हैं। इसलिए आज हम आपको बताएंगे ग्रीन बीन्स के फ़ायदे, नुकसान और इसके इस्तेमाल से जुड़ी सावधानियों के बारे में। क्योंकि हर माता पिता को यह जानना बहुत ज़रूरी है कि वो किस तरह से अपने शिशुओं को बीन्स का सेवन कराएं।

क्या कहती है रिसर्च…

रिसर्च के अनुसार शिशुओं के आहार में ग्रीन बीन्स (How to Introduce Beans to Babies) को शामिल करना बहुत अच्छा माना जाता है। लेकिन बच्चों को ग्रीन बीन्स देने से पहले बहुत सारी सावधानियां भी बरतनी पड़ती है। ग्रीन बीन्स को हमेशा अच्छे से उबालने के बाद उसे मैश करके ही शिशुओं को देना चाहिए। वर्ना बीन्स शिशुओं के गले में अटक सकता है। याद रखें जब बच्चा 6 महीने का हो जाए उसके बाद ही उसे बीन्स दें, उससे पहले नहीं।

रिसर्च में यह भी पाया गया है कि कुछ बच्चों को ग्रीन बीन्स देने से उन्हें एलर्जी भी हो सकती है। इसलिए ग्रीन बीन्स को कुछ स्थिति में एलर्जी फूड भी कहा जाता है।

अब जानते हैं कि बच्चों को ग्रीन बीन्स खिलाने के कौन-कौन से फ़ायदे हैं:–

1: एनीमिया दूर करने में सहायक

जिस शिशु के डाइट में ग्रीन बीन्स शामिल होता है, वो शिशु एनीमिया यानी ख़ून की कमी से दूर रहते हैं। अगर आपका भी बच्चा एनिमिया से ग्रस्त है तो उसके खाने में ग्रीन बीन्स ज़रुर शामिल करें। ग्रीन बीन्स में आयरन पाया जाता है, जो एनीमिया से बचाव में काफ़ी सहायक साबित होता है। इसलिए हर माता पिता को अपने बच्चे के डाइट में ग्रीन बीन्स ज़रूर शामिल करना चाहिए।

2: बच्चों को डायबिटीज से मिले छुटकारा…

बच्चों को ग्रीन बीन्स का सेवन कराने से उन्हें डायबिटीज होने का खतरा भी कम होता है। ग्रीन बीन्स में एंटी डायबिटिक गुण पाए जाते हैं, जो रक्त में शुगर को कम करने के साथ-साथ मधुमेह के खतरे को भी कम करने में सहायक होते हैं।

3: बच्चों की प्रतिरक्षा प्रणाली होगी मज़बूत..

ग्रीन बीन्स के सेवन से बच्चों की प्रतिरक्षा प्रणाली भी मज़बूत होती है। कम उम्र में बच्चों के इम्युनिटी सिस्टम ज्यादा मज़बूत नहीं होते हैं। इसलिए उन्हें ग्रीन बीन्स देने से उनकी प्रतिरक्षा प्रणाली मज़बूत होने में मदद मिलती है। साथ ही इसके सेवन से बच्चे कई संक्रमण और बिमारियों से भी दूर रहते हैं।

4: बच्चों की पाचन क्रिया होगी मज़बूत:  

ग्रीन बीन्स बच्चों की पाचन क्रिया को भी ठीक रखने में सहायक साबित होता है। ग्रीन बीन्स में पाए जाने वाले फाइबर ना सिर्फ़ बच्चों की पाचन क्रिया को मज़बूत बनाते हैं, बल्कि पाचन क्रिया को बढ़ाने वाले हार्मोंस को उत्तेजित करते हैं। इसलिए ग्रीन बीन्स बच्चों के लिए एक महत्वपूर्ण पोषक तत्व माना जाता है।

कैसे शामिल करें बच्चों की डाइट में ग्रीन बीन्स को….

बच्चों के डाइट में इन तरीकों से ग्रीन बीन्स को शामिल किया जा सकता है, जैसे:–

:- आप बच्चों को दही के साथ ग्रीन बीन्स को अच्छे से मैश करके दें सकते हैं।

:- दूसरा तरीक़ा यह है कि आप ग्रीन बीन्स को ठीक ढंग से मसल कर पहले उसकी सब्ज़ी बना दें। उसके बाद इसे बच्चों को दें।

:- हरी सब्ज़ियों के साथ ग्रीन बीन्स को भी मिक्स कर उसका सूप बनाकर बच्चों को दिया जा सकता है।

:- इन सबके अलावा ग्रीन बीन्स की प्यूरी बनाकर बच्चों को देना उनके लिए काफ़ी फायदेमंद साबित हो सकता है।

:- ग्रीन बिन का सूप बनाने के लिए सबसे पहले ग्रीन बीन्स को अच्छी तरह से धोकर उबाल लें। उसके बाद उसे मिक्सी में डालकर अच्छे से चला दें। अब इस प्युरी को बच्चों को दे सकते हैं।

अब बात आती है सावधानी बरतने की। बच्चों को ग्रीन बीन्स का सेवन कराने से पहले कुछ सावधानियां हैं, जिसे बरतनी बहुत ज़रूरी है, जैसे:

:- बच्चों को कभी भी साबुत या कच्चे ग्रीन बीन्स ना दें। कच्चा ग्रीन बीन्स देने से बीन्स उनके गले में अटकने का खतरा रहता है।

:- कभी भी बच्चों के लिए डब्बा बंद ग्रीन बीन्स का इस्तेमाल ना करें। बच्चों को हमेशा पकी हुई ग्रीन बीन्स ही खिलाएं।

:- बच्चों को किसी भी प्रकार से ग्रीन बीन्स देने से पहले यह ज़रूर देख लें कि ग्रीन बीन्स में कोई छेद तो नहीं है। क्योंकि इसमें छेद होने का मतलब है या तो ग्रीन बीन्स ख़राब है या उसके अंदर कीड़े हैं।

इस तरह हमने देखा कि बच्चों के डाइट में ग्रीन बीन्स को शामिल करने के कई फ़ायदे हैं। इसकी बावजूद भी बच्चों को ग्रीन बीन्स खिलाने से पहले बताए गए सावधानियो को ज़रुर बरतें। वर्ना बच्चे के सेहत को नुकसान पहुंच सकता है। आप बच्चों को ग्रीन बीन्स देने से पहले डॉक्टरी परामर्श भी ले सकते हैं, कि आपके बच्चे के लिए ग्रीन बीन्स सेहतमंद है या नहीं। इस बात को याद रखें कि बच्चे के छह माह पूरे हो जाने के बाद ही उसे ग्रीन बीन्स देना शुरु करें उससे पहले नहीं। अगर आप इन सारी बातों पर अमल करते हैं तो आपका बच्चा ज़रुर सेहतमंद होगा।

 

 

 

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