अहमदाबाद : गुजरात के कच्छ जिले में स्थित ढूंढो गांव को विश्व पर्यटन संगठन में 54th बेस्ट टूरिज्म विलेज की सूची में शामिल किया है और दोनों की भारत के अध्यक्षता की थी और गांव में 1000 की आबादी रहती है
गुजरात का धोरडो बारिश में बन जाता है नमक की दल दल और सर्दियों में नमक का कण-कण बन जाता है रण नमक का विशाल और सफेद सागर है
चांदनी रात की यह सफेद धरती यु लगती है जैसे चांद जमीन पर उतर आया 2006 में देश ओके इस एवरी गांव को देश का प्रथम गांव बनाने का साहस लिया था नरेंद्र मोदी जी ने और 5 साल पहले भूकंप से बर्बाद हो चुका कच्छ के इस सफेद रंगों का मेला सजाने का सपना देखा था बड़े सपने देखनाइनकी आदत है और पूरा करना उनकी काबिलियत उन्होंने कच्छ में आलीशान तीन सिटी कॉन्सेप्ट दिया पर इस पार्शियल लाइन पर इतना बड़ा टेंपरेरी स्ट्रक्चर खड़ा करना आसान नहीं था
इसके लिए स्पेशल टैलेंट को जोड़ा साथ में वॉलेट टूरिज्म एक्टिविटी को यहां खड़ा किया पर्यटकों को ट्रेडिशनल कच्चे घर में रहने का अनुभव देने के लिए
लोकल स्कूल हॉस्पिटैलिटी की ट्रेनिंग दी और उन्हें रण उत्सव को आगे बढ़ाया कच्छ की सदियों पुराने हस्तकलाप मिट्टी कला आज बेस्ट टूरिज्म विलेज बना हुआ है लाखों लोग यहां पर हर साल आते हैं कच्छ के इस घरों गांव में और एक करोड रुपए का यहां पर व्यापार होता है यहां पीएम जी की सोच थी कि सीमा पर जो काम होगा वही पहले गांव होगा और उनकी सोच और कामिनी दोनों को दुनिया का बेस्ट टूरिज्म बैलेंस बनाते हैं गांव की इस खूबसूरती को दुनियाभर में दिखाया है। यही नहीं, यहां हर साल रण उत्सव भी होता है। चलिए आपको इस गांव के बारे में बताते हैं।
गांव की आबादी
इस गांव के लोगो की आबादी बेहद कम है और इनकी कोई पहचान नहीं थी। पर इसी गांव की वहजा से इन की पहचान बन गई है यहां के लोगो को बहुत सी कला आती है और लोग अपने हाथो से बनाई हुई चीज़ो का व्यपार करते है आज यह गांव वर्ल्ड का बेस्ट टूरिज्म विलेज बन गया है और हर एक की जुबा पर इस गांव की खुबसूरती की बाते है