70 साल बाद रतन टाटा अप्लायंस कंपनी को भेज सकते हैं। इस कंपनी की कीमत 27000 करोड़ रूपया है। टाटा ग्रुप की ओर से इस मामले में अभी तक कोई बयान नहीं आया। यह कंपनी 1994 में स्थापित हुई थी। यह कंपनी एयर कंडीशनर वाटर कूलर और कंप्लीशन रेफ्रिजरेटर यूनिट बनती है। कंपनी ने घरेलू बाजार में वोल्टास ब्रेक को ब्रांड की लाइसेंस की रेंज की लॉन्च की है। इनका संयुक्त बाजार पंजीकरण 300 मिलियन डॉलर है। टाटा ग्रुप की कंपनियां 150 से ज्यादा देश में फैली हुई है। टाटा ग्रुप लंबी आहुति के लिए संपत्तियों को अपने पास रखा है टाटा ग्रुप अप्लायंस लॉन्ग टर्म तक अपने पास रखने का भी फैसला कर सकते हैं। टाटा ग्रुप की ओर से सभी अभी तक इन मामले में कोई बयान नहीं है। मौजूदा साल में कंपनी के शेयर में 3.3 फीसदी इजाफा देखने को मिला। कंपनी का मार्केट कैप करीब 27000 करोड रुपए है।
टाटा ग्रुप के पूर्व अध्यक्ष
रतन टाटा किसी पहचान के मोहताज नहीं है। रतन टाटा का पूर्व अध्यक्ष है। टाटा घराना भारत का सबसे बड़ा व्यापारिक समूह है। इसकी स्थापना जमशेदजी टाटा ने की थी। टाटा सुमो की शुरुआत 1868 ईस्वी में हुई थी। टाटा सॉन्ग में लगभग 100 कंपनियां शामिल है। इसका कुल राज्य 67 अमेरिकन डॉलर है। टाटा समूह की आईटी सेक्टर में देश की सबसे बड़ी कंपनी TCS का टाटा ग्रुप में लाखों लोग काम करते हैं। रतन टाटा पिछले 50 सालों से टाटा समूह से जुड़े हैं। 21 सालों तक टाटा ग्रुप के अध्यक्ष रहे हैं।
टाटा ग्रुप ने अप्लायंस कंपनी
टाटा ग्रुप ने अप्लायंस के बिजनेस साल अलग होने का विचार कर रहा है। जानकारी के अनुसार कंपनी में मैनेजमेंट को लगता है कि यह मार्केट काफी कॉम्पिटेटिव हो गया है। अब इस बिजनेस को आगे बढ़ाने के लिए काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है। यह वजह है कि टाटा ग्रुप के मैनेजमेंट ने इस बार कारोबार को भेजने की संभावनाओं पर विचार विमर्श कर रही है। वहीं दूसरे और इस बात का फैसला नहीं हुआ कि इस डील में अपने जॉइंटेड टीचर शामिल करना है या नहीं।
कंपनी के शेयर
वही आज कंपनी के शेयर की बात करें तो गिरावट देखने को मिल रही है। पहले के आंकड़ों के अनुसार 1. 68 फ़ीसदी की गिरावट के साथ 813.50 रुपए पर कारोबार कर रहा है। वैसे आज कंपनी का शेर 812 रुपए के साथ डेट के लॉयर लेवल पर भी पहुंचा है। कंपनी का शेर आज इफेक्ट 827.90 रुपए पर ओपन हुआ था। कंपनी का 52 हफ्तों का हाई 930.50 रुपए है। जो 3 मार्च 2023 को देखने को मिला जबकि 27 जनवरी को कंपनी 52 हफ्तों का lo 737.60 देखने को मिला था।
झूठी ख़बर
कंपनी की प्रेजेंस पूरे भारत, मिडिल ईस्ट, साउथ ईस्ट एशिया और अफ्रीका में है।टाटा सूत्रों ने स्पष्ट किया के इस मामले पर हम स्पष्ट रूप से यह कहना चाहते हैं कि यह खबर पूरी तरह गलत झूठी और पूरी तरह से फैक बनाई है. इसका कोई आधार नहीं है। इसलिए मनेजमेंट इस तरह के किसी भी तहत की चर्चा का पूरा ते खंडन करता है। लेकिन यह है कि यह bloomberg.com पर पब्लिशर एक रिपोर्ट के सूत्रों के हवाले से दावा किया गया था कि टाटा सुमो वोल्टेज लिमिटेड को हम एलाइंस बिजनेस को बेचने का विचार कर रहा है।