ज़ी न्यूज़ के विवादास्पद एंकर सुधीर चौधरी को लेकर दुबई की राजकुमारी ने गंभीर आरोप लगाए हैं। आपको बता दें कि सुधीर जमीन जिहाद नाम के एक शो को लेकर काफी चर्चाओं में रहे हैं। इन्हीं वजहों से अबू धाबी में होने वाले कार्यक्रम से सुधीर को दूर रखने की बात कही गई है। सुधीर कार्यक्रम से नाम हटाने की मांग राजकुमारी हेंड बिंत फैसल अल कासिम की तरफ से की गई है।
राजकुमारी ने एक के बाद एक ट्वीट करके इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड अकाउंटेंट्स ऑफ इंडिया (ICAI) से चौधरी का नाम अपने वार्षिक अंतर्राष्ट्रीय संगोष्ठी के लिए वक्ताओं की सूची से हटाने का अनुरोध किया है । सुधीर 25 और 26 नवंबर को फेयरमोंट बाब अल बहार में होने वाले कार्यक्रम में स्पीच देने वाले हैं।
राजकुमारी ने सुधीर का जिक्र अवैध रूप से धन इकट्ठा करने के लिए पकड़े जाने के बारे में किया है।” उसने आगे कहा, “जब कोई अपराधी किसी समाज पर जहर उगलता है, लोगों को हिंसा के लिए उकसाता है। जिसके कारण घर,दुकानें और मस्जिदों को जलाया जाता है। मैं यूएई में इस तरह की नफरत का स्वागत नहीं करूंगी।
राजकुमारी ने इसके लिए आईसीएआई के अध्यक्ष और प्रबंध समिति को एक पत्र भी ट्वीट किया, जिसमे सुधीर चौधरी पर जमकर गुस्सा निकाला गया है। पत्र में सुधीर पर “फर्जी समाचार, इस्लामोफोबिया और सांप्रदायिक घृणा, डॉक्टरिंग टेप बनाने और फैलाने का आरोप लगाया गया है।” हालांकि, पत्र के साथ ट्वीट में हेंड का दावा है कि चौधरी को कार्यक्रम से हटा दिया गया था, उनका नाम और फोटो अभी भी घटना के पोस्टर पर दिखाई देता है।
आपको बता दें कि सुधीर चौधरी जी न्यूज में अपना कार्यक्रम DNA लेकर आते हैं। लेकिन इस बार जमीन जिहाद को लेकर किए गए कार्यक्रम को लेकर बखेड़ा खड़ा हुआ है। आपको बता दें कि नवंबर 2012 में, चौधरी और उनके सहयोगी समीर अहलूवालिया को जबरन वसूली के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। जब उद्योगपति नवीन जिंदल ने दोनों पर 100 करोड़ रुपए की जबरन वसूली करने का आरोप लगाया था। हालांकि कि बाद में जिंदल ने 2018 में मामला वापस ले लिया।
इस मामले को लेकर जी न्यूज के साथ-साथ सुधीर चौधरी की जमकर फजीहत हुई थी। जिंदल ने सुधीर चौधरी और आहलुवालिया का एक वीडियो भी शेयर किया था। जिसमे दोनों जिंदल से 100 करोड़ रुपए की मांग करते दिख रहे थे। मामला सामने आने के बाद पुलिस ने सुधीर को गिरफ्तार किया था। लेकिन इस दौरान संस्थान ने सुधीर का साथ नहीं छोड़ा और उनके जमानत पर बाहर आने के बाद भी कोर्ट में लड़ाई जारी रखी।