ऑस्ट्रेलिया के एक सी बीच पर एक शख्स को जो अपनी वॉक कर रहा था उसे एक अजीब सी चीज मिली। वो देखकर हैरान रह गया ये किनारे पर बहकर आई एक भारी मेटल बॉल थी. शख्स ने कहा मुझे इसे देखकर पता चला कि ये मेटल कभी बेहद गर्म रहा होगा और संभव है कि ये दूसरी दुनिया से आया है। गेंद को रहस्यमयी बताकर उसे सोशल मीडिया पर भी पोस्ट कर दिया गया। खबर सामने आने के बाद लोगो ने तस्वीरें खिचना शुरू कर दिया।
बाद में पुलिस ने पहुंचकर इलाके की घेराबंदी की। मलबा मिलने के बाद लोगो ने अनुमान लगाना शुरू कर दिया है। कोई सेना से जुड़ा तो कोई लापता विमान के बारे में बता रहा है। ऑस्ट्रेलिया के समुद्र तट पर एक रहस्यमय वस्तु बहकर आई है। मलबा मिलने के बाद वैज्ञानिकों ने अनुमान लगाना शुरू कर दिया है। किसी का कहना है कि यह वस्तु सेना की हो सकती है तो किसी ने इसे मलेशियाई एयरलाइंस की उड़ान MH370 के लापता होने से जोड़ा है।
ऑस्ट्रेलियाई अंतरिक्ष एजेंसी का कहना है कि उसने निष्कर्ष निकाला है कि वस्तु संभवतः ध्रुवीय उपग्रह प्रक्षेपण यान (पीएसएलवी) के तीसरे चरण का मलबा है। एजेंसी ने कहा कि भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) मध्यम-लिफ्ट प्रक्षेपण यान का संचालन करता है। ऑस्ट्रेलियाई अंतरिक्ष एजेंसी ने कहा कि दोनों देशों के अधिकारी इसकी पुष्टि करने के लिए मिलकर काम कर रहे हैं।
” कहा जा रहा है की यह एक मानव रहित रॉकेट का टुकड़ा हो सकता है, लेकिन हजारों तस्वीरों और घंटों की खोज के बाद, उन्हें अहसास हुआ कि एक दशक पहले नामीबिया में एक ऐसे ही मेटल की गेंद पाई गई थी. नामीबिया की तस्वीर देखकर मॉरिस ने दावा किया कि ये बिलकुल सेम थी. मोरिस ने कहा – ये दूसरी दुनिया से आई हुई गेंद सी लगती है।
‘मेटल कभी बेहद गर्म रहा होगा ‘
याहू से बात करते हुए, मॉरिस ने कहा- “मुझे इसे देखकर पता चला कि ये मेटल कभी बेहद गर्म रहा होगा. मेरा मानना है किनारे पर बहने से पहले ये कहीं से दुर्घटनाग्रस्त होकर समुद्र में आई है. उन्होंने इस गेंद को देश भर के समुद्र तटों की चार दशकों की खोज में सबसे खास बताया है।
प्रशासन ने लोगों को उस धातु की गेंद के पास जाने के लिए मना किया था, क्योंकि किसी को नहीं पता था कि वो कहां से आई है. एक तरफ जहां मॉरिस की तरह कई लोग मान रहे थे कि वो गेंद दूसरी दुनिया से आई है, पर बहुत से ऐसे लोग भी थे जिनका मानना था कि ये गेंद मैन-मेड है और किसी रॉकेट से गिरी है. जानकारों का दावा है कि ये रॉकेट मोटर केसिंग है. अब माना जा रहा है कि ये भारतीय रॉकेट LVM3-M4 का हिस्सा है।