Blocked Arteries: हार्ट में ब्लॉकेज होने का मतलब है हार्ट में किसी रूकावट के कारण ब्लड सप्लाई बाधित हो जाना। इससे हार्ट अटैक का ख़तरा हो सकता है। जानिए इसके बारे में विस्तार से।
Heart blockage: अक्सर ही हार्ट ब्लॉकेज की समस्या सुनने को मिलता है। हार्ट ब्लॉकेज होने के कई कारण हो सकते हैं। कई बार हार्ट में ब्लॉकेज की समस्या जन्म से ही होती है। तो वहीं कई बार यह समस्या बाद में होती है। यानी लोगों का बदलता हुआ लाइफस्टाइल, खानपान, सेहत पर ध्यान ना देने के कारण भी हार्ट में ब्लॉकेज हो सकते हैं। हार्ट में ब्लॉकेज होने का मतलब है हार्ट में किसी रूकावट के कारण ब्लड सप्लाई बाधित हो जाना। हार्ट में ब्लॉकेज की समस्या को कभी हल्के में नहीं लेना चाहिए। वर्ना इससे हार्ट अटैक का ख़तरा हो सकता है।
आजकल हार्ट में ब्लॉकेज (Causes of blockage in the heart) की समस्या बच्चे से लेकर युवा और बूढ़े तक किसी में हो जा रही है। हार्ट में ब्लॉकेज कई प्रकार से होते हैं। और इससे बचने के कई सारे उपाय भी हैं। इसलिए आज हम आपको बताएंगे की हार्ट में ब्लॉकेज की समस्या क्यों होती है? या इसके कितने प्रकार हैं? और इस समस्या से कैसे ख़ुद को बचाया जा सकता है?
हार्ट में ब्लॉकेज के कारण (Causes of blockage in the heart)
हार्ट में ब्लॉकेज होने के कई कारण हो सकते हैं, जैसे
:- जिन लोगों को हार्ट से जुड़ी समस्या होती है, उनमें आगे चलकर हार्ट में ब्लॉकेज होने की संभावना रहती है।
:- कई बार शरीर में संक्रमण होने के कारण भी हार्ट में ब्लॉकेज की समस्या हो जाती है।
:- शरीर में ब्लड क्लॉट होने की स्थिति में भी हार्ट में ब्लॉकेज की समस्या हो सकती है।
:- कुछ बच्चों में जन्म होने के साथ ही हार्ट में ब्लॉकेज होने की समस्या पाई जाती है।
:- जिन लोगों की हार्ट की सर्जरी हुई होती है, उन लोगों में भी हार्ट ब्लॉकेज की समस्या होने की संभावना होती है।
:- कई बार दवाइयों के साइड इफ़ेक्ट के कारण भी हार्ट ब्लॉकेज की समस्या हो जाती है। इसलिए बिना डॉक्टर की सलाह की कोई दवाई का सेवन ना करें।
हार्ट ब्लॉकेज के प्रकार (Types of heart blockage)
हार्ट में ब्लॉकेज के प्रकार को हार्ट के अलग-अलग हिस्सों के आधार पर बांटे गए हैं। यह प्रकार कुछ इस तरह है।
:- किसी व्यक्ति में लेफ्ट बंडल तब ब्लॉक होता है जब हार्ट की मांसपेशियों में कभी चोट लग जाती है।
:- वहीं राइट बंडल तब ब्लॉक होता है जब हार्ट की मांसपेशियों में ब्लड का सर्कुलेशन ठीक ढंग से नहीं हो पाता।
:- व्यक्ति में बंडल ब्रांचेज ब्लॉक वह होता है जो हार्ट के निचले दाहिने या निचले बाएं हिस्से में हो जाता है।
:- वहीं जब हार्ट का सिनोएट्रियल पार्ट ब्लॉक हो जाता है, तब उसे सिनोएट्रियल नोड ब्लॉक बोला जाता है।
:- इसके अलावा हार्ट में इलेक्ट्रिक सिग्नल की गति कम हो जाने से
एट्रियोवेंट्रिकुलर नोट ब्लॉक हो जाता है।
हार्ट में ब्लॉकेज हो जाने पर किन-किन बातों का रखें ध्यान?
(What are the things to keep in mind if there is a blockage in the heart)
हार्ट में ब्लॉकेज हो जाना एक बहुत गंभीर समस्या है। इसलिए यह समस्या होने पर आपको कोई बातों को लेकर सावधानियां बरतनी पड़ेगी।
:- अगर आपके हाथ में ब्लॉकेज की समस्या है तो डॉक्टर से हमेशा चेकअप करवाते रहें। इसके अलावा आप अपना बीपी, डायबिटीज़, थाइरॉएड भी कंट्रोल में रखें।
:- हॉट में ब्लॉकेज की समस्या होने पर आपको बदलाव लाने की आवश्यकता है। इस समस्या में आप बींस, फलीयां, बीज, दही, गेहूं, बाजरा, संतरा, नींबू इत्यादि का सेवन जरूर करें।
:- हार्ट में ब्लॉकेज की समस्या में आपको तला भुना हुआ भोजन नहीं करना चाहिए। साथ ही आपको ज़्यादा मात्रा में नमक का सेवन भी नहीं करना चाहिए।
:- अगर आपके हार्ट में ब्लॉकेज है तो आप बाज़ार में मिलने वाले स्नैक्स को भी अवॉइड करें। इसके अलावा आपको फैट वाले डेयरी प्रोडक्ट्स का सेवन भी नहीं करना चाहिए।
हार्ट ब्लॉकेज से कैसे बचाव करें? (How to prevent heart blockage)
हार्ट में ब्लॉकेज होने पर आप कई तरह के उपाय अपना सकते हैं। इनमें से कुछ उपाय इस तरह है।
1. हार्ट ब्लॉकेज की समस्या से ख़ुद को बचाने के लिए आप अपना बीपी, डायबिटीज़, थायराइड का लेवल कंट्रोल में रखें।
2. हार्ट ब्लॉकेज की समस्या से ख़ुद को बचाने के लिए अपना वज़न कंट्रोल में रखें। अधिक वज़न होना हार्ट ब्लॉकेज होने के ख़तरे को बढ़ा देता है।
3. इस समस्या से ख़ुद को बचाने के लिए धूम्रपान शराब का सेवन ना करें। धूम्रपान और शराब का सेवन हार्ट के लिए बहुत ही ख़तरनाक होता है।
4. इसके अलावा आपको अपना कोलेस्ट्रॉल भी नॉर्मल रखना है। अपना कोलेस्ट्रॉल लेवल सामान्य रखने के लिए आप हेल्दी फैट्स का सेवन करें।
5. हार्ट ब्लॉकेज की समस्या से बचने के लिए रोज़ाना एक्सरसाइज़, योगा करें और हेल्दी डाइट लें। इससे हार्ट ब्लॉकेज होने की संभावना कम होती है।
इस तरह हॉट में ब्लॉकेज होने के कई कारण लक्षण और उपाय हैं। अगर आपको भी हार्ट में ब्लॉकेज की समस्या है तो आप इन बातों पर गौर कर सकते हैं। आप हार्ट में ब्लॉकेज का पता लगाने के लिए डॉक्टर या ईसीजी की सहायता ले सकते हैं। अगर आपने सही समय इसका पर इलाज़ शुरू कर दिया तो आप गंभीर ख़तरे से बच सकते हैं। अगर हार्ट में 70% से अधिक ब्लॉकेज होता है तो डॉक्टर आपको स्टंट डालने की सलाह देते हैं। लेकिन बेहतर है कि आप डाइट और फिटनेस के द्वारा ही इस समस्या से ख़ुद का बचाव करें।