भूलकर भी गंदे कंबल रजाई में ना सोएं, हो सकते हैं इन्फेक्शन, जानें उनसे बचाव के बारे में….

Smina Sumra
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dieses causes by dirty blanket

dieses causes by dirty blanket during winters : सर्दियों के मौसम में गंदे और धूल वाले कंबल रजाई के इस्तेमाल से आप कई बीमारियों की चपेट में आ सकते हैं। जाने बीमारियों के कारण, लक्षण और उपाय के बारे में।

ठंड के दिनों में ओढ़े जाने वाले कंबल और रजाई में भले ही धूल और गंदगी नहीं आते हैं। लेकिन गंदे कंबल और रजाई ओढ़ने से आपको कई बीमारियां हो सकती है। इसलिए सर्दियों में इस्तेमाल किए जाने वाले रजाई और कंबल की समय-समय पर सफ़ाई भी ज़रूरी है। विशेष रुप से बच्चे गर्भवती महिलाएं और बुढ़े लोगों (clean blankets and rajai) को गंदे कंबल और रजाई नहीं ओढ़नी चाहिए। गंदे कंबल और रजाई ओढ़ने से उनमें मौजूद धूल से फंगल या बैक्टीरियल इंफेक्शन हो सकता है। इसलिए ओढ़ने के लिए साफ कंबल और रजाई का इस्तेमाल करें। आइए जानते हैं इससे होने वाली बीमारीयों, उसके लक्षण और उससे बचाव के बारे में।

गंदे कंबल या रजाई से होने वाले इन्फेक्शन के लक्षण (Symptoms of blanket and quilt)

गंदे कंबल और रजाई के ओढ़ने पर होने वाले इन्फेक्शन के कई लक्षण हो सकते हैं, जैसे-

:- अगर रजाई या कंबल गंदे और धूल वाले (dieses causes by dirty blanket) होंगे तो ओढ़ने के तुरंत बाद ही आपको खांसी और छींक आने शुरू हो जाएंगे। इंफेक्शन के कारण आपको ठंड और बुखार भी हो सकता है।

:- गंदे कंबल और रजाई के इस्तेमाल से आपके शरीर में छोटे-छोटे दाने भी हो सकते हैं। इनसे निकलने वाली धूल की वजह से आपके गले में भी इंफेक्शन हो सकता है।

गंदे कंबल और रजाई से होने वाली समस्याएं (Diseases caused by dirty blanket during winters)

गंदे कंबल और रजाई (dieses causes by dirty blanket) के इस्तेमाल से साइनस होने का खतरा भी बना रहता है। अगर किसी को साइनस होता है तो उसके सिर में दर्द, नाक बंद होना, नाक से पानी आना जैसे लक्षण दिखाई देते हैं। इनके अलावा गंदगी से त्वचा में इन्फेक्शन, रेडनेस, दाने और खुजली जैसे लक्षण भी हो सकते हैं। ऐसा होने पर आप डर्मेटोलॉजिस्ट से ज़रूर संपर्क करें। अगर बुखार, सर्दी, खांसी से पीड़ित कोई व्यक्ति कंबल या रजाई का इस्तेमाल करता है तो दोबारा उसे धोने के बाद ही इस्तेमाल करें। वर्ना यह इंफेक्शन एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में भी फ़ैल सकता है।

कंबल या रजाई से होने वाली बीमारियों से कैसे बचें? (Prevention tips winter diseases to cure)

अगर आपको धूल वाले कंबल या रजाई के उड़ने से कोई समस्या हुई है तो आप इन उपायों को आजमा सकते हैं-

:- हफ़्ते में कम से कम एक या दो बार रजाई या कंबल को धूप में ज़रूर रखें। इससे कंबल और रजाई में मौजूद बैक्टीरिया नष्ट हो जाते हैं।

:- हफ़्ते में एक या दो बार चादर, पिलो कवर, कंबल या रजाई की साबुन पानी से ज़रूर सफ़ाई करें।

:- घर में मौजूद हर व्यक्ति का अपना-अपना कंबल या रजाई होना चाहिए। ऐसा होने से एक दूसरे में इंफेक्शन और बीमारियों के फैलने का खतरा नहीं रहता है।

:- कभी भी रजाई या कंबल के अंदर घुस कर कुछ भी ना खाएं। ऐसा करने से चीटियां या दूसरे कीड़े आपके बेड पर आ सकते हैं। जिससे आपका बीमार होना स्वाभाविक है।

:- हर 2 से 3 साल में आपने एक कंबल या रजाई को तो ज़रूर बदलें। वही हर ठंड के मौसम में इसकी अच्छे से सफ़ाई भी करें। इससे इंफेक्शन फैलने का खतरा कम रहता है।

कंबल या रजाई की सफ़ई कैसे करें? (How to clean quilt and blanket)

:- कंबल या रजाई को साफ-सुथरा रखने के लिए हर सुबह उसे अच्छे से झाड़ कर और तह लगाकर रखें।

:- कमरे में मौजूद खिड़की से कंबल और रजाई को हमेशा दूर रखें। वर्ना खिड़कियों से आने वाली धूल रजाई और कंबल पर चिपक सकती हैं।

:- सप्ताह में एक या दो बार अपने कमरे की सफ़ाई करें। वर्ना कमरे में जो भी धूल होंगे वह आपकी रजाई और कंबल पर आ सकते हैं। और आप तक इंफेक्शन पहुंचा सकते हैं।

:- आप गुनगुने पानी में विनेगर और नींबू डालकर है कंबल या रजाई की सफ़ाई करें। इन्हें धोने के बाद कड़ी धूप में ज़रूर सुखाएं। धूप में सुखाने से उन पर मौजूद बैक्टीरिया नष्ट हो जाएंगे।

इस तरह ऊपर बताए गए सारे टिप्स को फॉलो कर आप रजाई व कंबल से होने वाले इन्फेक्शन से ख़ुद का बचाव कर सकते हैं। इंफेक्शन से अगर कुछ ज़्यादा समस्या हो गई तो डॉक्टर से परामर्श लेना ना भूलें।

 

 

 

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