आप ने अक्सर सुना होगा कि प्यार करने की कोई उम्र नहीं होती। यहां तक कि जाति, धर्म, सीमा यह सब भी मायने नहीं रखता। हमने कई बार सुना है कि लोग प्यार में आने के बाद अपनी सारी हदें पार कर उस रिश्ते को निभाने की कोशिश करते हैं। यहां तक कि उस रिश्ते को आखिरी तक समेटे रखने की कोशिश करते रहते हैं। आज हम बॉलीवुड यह कुछ उन फिल्मों के बारे में बात करेंगे, जिसमें प्यार करने की कोई उम्र सीमा या फिर जाति नहीं है। इस लिस्ट में लंच बॉक्स और बर्फी जैसी फिल्मों का नाम शामिल है, क्योंकि इन फिल्मों में आपने देखा होगा कि इन्होंने प्यार की परिभाषा ही बदल दी है।
लंच बॉक्स
लंच बॉक्स फिल्म में आपने देखा होगा कि इसमें अहम किरदार इरफान खान और निमृत कौर ने निभाया है। देखा जाए तो यह फिल्म बहुत ही साधारण सी है, लेकिन इस फिल्म की कहानी बेहद खूबसूरत है। फिल्म में आप देख सकते हो कि निमृत कौर रोजाना एक टिफिन ऑफिस भेजा करती है, लेकिन पता गलत हो जाने के कारण वह टिफिन बॉक्स इरफान खान के पास पहुंच जाता है।
कहानी में आप देख सकते हो कि यह दोनों एक दूसरे से प्यार करने लगते हैं और अपनी मन की बात चिट्ठी द्वारा एक दूसरे तक पहुंचाते हैं। कहानी से यह पता चलता है कि इन दोनों की लव स्टोरी एक लंच बॉक्स यानी कि खाने के वजह से शुरू होती है और यह दोनों अपना अकेलापन एक दूसरे के साथ दूर कर देते हैं। देखने में कहानी बहुत साधारण सी है, लेकिन बहुत प्यारी कहानी होने के कारण इस फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर ठीक-ठाक कमाई कर ली थी।
बर्फी
बर्फी फिल्म में आपने देखा होगा कि रणबीर कपूर और प्रियंका चोपड़ा ने अहम किरदार निभाया था। लेकिन यह फिल्म लोगों को बेहद पसंद आई। यहां तक कि प्रियंका चोपड़ा की एक्टिंग को लोगों ने सराहना भी की। कहानी तो आप सभी जानते ही होंगे इस फिल्म में प्रियंका चोपड़ा ने अनस्टेबल महिला का किरदार निभाया है, जिससे रणबीर कपूर से प्यार हो जाता है। इस फिल्म में रणबीर कपूर एक गूंगे का किरदार निभा रहे हैं और वह देखते ही देखते जिनमें को अपना दिल दे बैठे हैँ। इस कहानी का यह मतलब है कि अगर आप दोनों ठीक से बोल नहीं पाते तो भी एक दूसरे की दिल की बात समझ सकते हो।
चीनी कम
इसमें आपने देखा होगा कि एम किरदार अमिताभ बच्चन और तब्बू ने निभाया है। फिल्म में आप देख सकते कि अमिताभ बच्चन 62 साल के व्यक्ति का किरदार निभा रहे हैं तो वही तब्बू 34 साल की महिला का किरदार निभा रही है। फिल्म में बताया गया है कि इन दोनों के उम्र में बहुत बड़ा फर्क होने के बावजूद भी यह बिना समाज की परवाह किए एक दूसरे से प्यार के बंधन में बंध जाते हैं।
वंस अगेन
वंस अगेन फिल्म में आप देख सकते हैं कि 2 मध्यवर्ग के इंसान दोबारा किसी और को अपनी जिंदगी में मौका देने जा रहे हैं, ताकि उनकी जिंदगी में फिर से प्यार पनपने लगे। इस फिल्म में आप देख सकते हैं कि मुख्य किरदार नीरज काबी और शेफाली शाह एक विधवा का किरदार निभा रही है। तो वही दूसरी और नीरज एक तलाकशुदा आदमी का किरदार निभा रहे हैं। फिल्म के जरिए यह दिखाया जाता है कि इन दोनों को एक दूसरे से प्यार हो जाता है, लेकिन कई सारे रिती रिवाज और पुरानी सोच के वजह से इन्हें कई सारे उतार-चढ़ाव देखने पड़ते हैं लेकिन यह समाज की परवाह नहीं करते।