हमारे जीवन में नंबर्स का बड़ा महत्व होता है। जन्म से लेकर मृत्यु तक हम किसी ना किसी अंक से जरुर जुड़े होते हैं। मोबाइल हो, मकान हो, गाड़ी हो, मार्कशीट हो या आपके निजी दस्तावेज इऩ सभी चीजों में नंबर ही महत्वपूर्ण होते हैं। जैसे आप किसी निश्चित तारीख को जन्में होंगे। किसी निश्चित तारीख को ही आप ग्रैज्युए हुए होंगे। एक निश्चित नंबर की राशि आप के जीवनकाल में समय का चक्र घुमा रही होगी। गाड़ी में भी अंकों का ही खेल होगा। तो ऐसी कई चीजें हैं जो सिर्फ नंबर पर हीं टिकी हैं।
लेकिन आज हम जिसके बारे में बात करने वाले है वो है नंबर से संबंधित एक अंक । ये अंक सिर्फ भारत ही नहीं बल्कि पूरे विश्व में अशुभ माना गया है. इस नंबर के कारण लोग अपने घरों में बिल्डिंग में या फिर दुकान में बिन बुलाई मुसीबत नहीं बुलाना चाहते हैं। कई लोगों को ये सारी बातें दकियानूसी लगे लेकिन ये सच है कि कुछ जगहों पर इस नंबर का जिक्र करना भी मना ही है। तो आईए जानते हैं उस रहस्यमयी नंबर के बारे में।
वो नंबर जिससे हर कोई है हैरान
1 से लेकर 100 तक कई नंबर्स हैं। लेकिन एक नंबर ऐसा भी है जिसे मनहूस कहा गया है। इस नंबर से किसी भी चीज को जोड़ने पर परिणाम बुरे ही देखने को मिले हैं। ये नंबर है 13, तेरह यानी थर्टीन। इस नंबर को क्यों अशुभ माना गया. इस नंबर पर क्या रहस्य है। क्या ये नंबर वाकई किसी के लिए कुछ बुरा कर सकता है। इसके पीछे कई कहानियां भी हैं। दरअसल इस नंबर को डेविल यानी कि शैतान का नंबर कहा गया है। इसी कारण से इस नंबर से हर कोई दूर रहना चाहता है।
क्या कहतीं हैं रिपोर्ट्स ?
13 नंबर को लेकर जो बातें कहीं गई हैं उनमे सबसे ज्यादा प्रचलित है एक कहानी जो प्रभु यीशू से जुड़ी हैं।बताया जाता है कि 13 तारीख को एक शख्स ने ईसा मसीह को धोखा दिया था। ये शख्स जिस कुर्सी पर बैठा था उसका नंबर 13 था । जिस समय ये वाक्या हुआ उस समय सभी रात्रिभोज के लिए इकट्ठा हुए थे। तभी से लोग इस अंक को बुरा समझते हैं। मनोवैज्ञानिक के मुताबिक 13 अंक का ये डर ट्रिस्काइडेकाफोबिया या थर्टीन डिजिट फोबिया है।
विदेश में नहीं 13 को NO
भारत की बात छोड़िए विदेश में आप किसी भी चीज में 13 नंबर को नदारद ही पाएंगे। यदि किसी होटल में आप रुके हो तो उसमे 13 नंबर का कमरा नहीं होगा। किसी बिल्डिंग में 12 के बाद सीधे 14 वां फ्लोर होगा। रेस्टोरेंट के टेबल में 13 नंबर ढूंढने से भी नहीं मिलेगा। प्लेटफॉर्म भी सीधे 12 के बाद 14 ही होंगे। फ्रांस के लोगों का मानना है कि खाने की मेज पर 13 कुर्सियां सही नहीं है। इटली के कई ओपरा हाउस में 13 नंबर का इस्तेमाल नहीं होता।
भारत में भी है धारणा
भारत में भी लोग 13 नंबर को काफी अशुभ मानते हैं। भारत के सपनों के शहर चंडीगढ़ में भी 13 सेक्टर नहीं बनाया गया। इस शहर को जिस आर्किटेक्ट ने डिजाइन किया वो विदेशी थे। लिहाजा उन्होंने पूरे शहर के प्लान में 13 नंबर को जरा भी नहीं छुआ। आप यदि चंडीगढ़ में जाएंगे तो आपको 13 नंबर का सेक्टर नहीं मिलेगा।
बहुत ही अशुभ मानते हैं। यहां सपनों के शहर कहे जाने वाले चंडीगढ़ को देश का सबसे सुनियोजित शहर माना जाता है। यह पंडित जवाहरलाल नेहरू के सपनों का शहर हुआ करता था। लेकिन इस शहर में सेक्टर 13 नहीं है. इस शहर का नक्शा बनाने वाले आर्किटेक्ट ने 13 नंबर का सेक्टर नहीं बनाया, क्योंकि वह इस नंबर को अशुभ मानता था।