सदी के महानायक अमिताभ बच्चन ने यूं तो कई फिल्मों में काम किया, लेकिन असल पहचान उन्हें ‘जंजीर’ से ही मिली। 1973 में रिलीज हुई इस फिल्म ने उन्हें बॉलीवुड का ‘एंग्री यंग मैन’ बना दिया।लोग उन्हें इसी नाम से पुकारने लगे। इस फिल्म का निर्देशन प्रकाश मेहरा ने किया था।लेकिन क्या आप जानते हैं कि अमिताभ इस फिल्म के लिए मेकर्स की पहली पसंद नहीं थे?आइए आपको बताते हैं पूरा किस्सा।
टाइम्स ऑफ इंडिया को दिए इंटरव्यू में प्रकाश के बेटे पुनीत ने बताया कि ‘जंजीर’ के लिए अमिताभ पहली पसंद नहीं थे।उन्होंने कहा कि इस फिल्म की स्क्रिप्ट अभिनेता धर्मेंद्रको बहुत पसंद आई थी। वह ही फिल्म की स्क्रिप्ट लेकर प्रकाश के पास पहुंचे थे।पुनीत की मानें तो धर्मेंद्र ही इस फिल्म में प्रकाश के साथ काम करने वाले थे। डेट्स की कमी के कारण धर्मेंद्र के खाते से फिल्म निकल गई।
धर्मेंद्र को तो प्रकाश फिल्म में शामिल नहीं कर पाए, लेकिन उन्होंने इसकी स्क्रिप्ट उनसे 3,500 रुपये में खरीद ली थी। इसके बाद फिल्म के लीड कलाकार की कास्टिंग शुरू हुई।प्रकाश ने सबसे पहले राज कुमार को अप्रोच किया था, जो इसे हैदराबाद में शूट करना चाहते थे। इसके कारण उनका पत्ता कट गया।देव आनंद को फिल्म में गाने चाहिए थे, जिसके कारण मेकर्स से उनकी बात नहीं बन पाई।
पुनीत ने बताया कि दिवंगत अभिनेता प्राण ने उनके पिता प्रकाश को फिल्म ‘बॉम्बे टू गोवा’ देखने का सुझाव दिया। उनके सुझाव पर अमल करते हुए प्रकाश यह फिल्म देखने के लिए चले गए।इस वाकया का जिक्र करते हुए पुनीत ने कहा, “मेरे पिता एक सीन देखते हुए उछल पड़े। फिल्म में अमिताभ का एक सीन चल रहा था, जिसे देखकर निर्देशक खुशी से चिल्लाए और बोले ‘मिल गया’।”इस प्रकार फिल्म में अमिताभ की कास्टिंग हुई।