कश्मीरी पंडितों के दर्द को पर्दे पर उकेरती विवेक अग्निहोत्री की फिल्म ‘द कश्मीर फाइल्स’ ना सिर्फ लोगों को दिलों को छू रही है बल्कि बॉक्स ऑफिस पर भी कई बड़ी फिल्मों के रिकॉर्ड तोड़ रही है. फिल्म को देश के कई राज्यों में टैक्स फ्री भी कर दिया गया है जिनमें उत्तर प्रदेश, हरियाणा, गुजरात, मध्य प्रदेश, बिहार, कर्नाटक और गोवा सहित कुछ दूसरे राज्य शामिल हैं. वहीं, हाल ही में ‘द कश्मीर फाइल्स’ को टैक्स फ्री किए जाने पर अमिताभ बच्चन की फिल्म ‘झुंड’ की निर्माता सविता राज ने सवाल उठाए हैं.
फेसबुक पोस्ट में लिखी यह बात
सविता राज फिल्म ‘झुंड’ से बौतर प्रोड्यूसर जुड़ी हैं. ये फिल्म एक रिटायर्ड स्पोर्ट्स टीचर विजय बरसे की कहानी है जो झुग्गी झोपड़ी में रहने वाले बच्चों को स्पोर्ट्स के लिए प्रेरित करता है. सविता का कहना है कि कश्मीरी पंडितों की कहानी को पर्दे पर दिखाया जाना अच्छी बात है लेकिन उनकी फिल्म भी महत्वपूर्ण विषय पर बनी है.
सविता ने अपने फेसबुक पोस्ट में लिखा- ‘मैंने हाल में द कश्मीर फाइल्स देखी, जो कश्मीरी पंडितों के पलायन की कहानी के रूप में दिल को दहला देती है। ऐसी कहानी बताने की जरूरत है। यह कश्मीरी पंडितों के लिए एक अच्छी आवाज है. लेकिन झुंड की निर्माता के रूप में हैरान हूं आखिर झुंड भी एक महत्वपूर्ण फिल्म है और इसमें एक कहानी है जो बड़ा संदेश देती है जिसे दर्शकों ने पसंद किया’.
उन्होंने आगे लिखा- ‘मैं यह जानना चाहती हूं कि आखिर वह कौन सा मानदंड है जिसकी वजह से सरकार ने मजबूती के साथ फिल्म को सपोर्ट करते हुए इसे टैक्स फ्री कर दिया है, सोशल मीडिया पर प्रचार किया गया और ऑफिस के कर्मचारियों को फिल्म देखने के लिए छुट्टी या हाफ डे दिया गया. आखिरकार झुंड भी एक ऐसे विषय पर बनी है जो हमारे देश के विकास के लिए बहुत जरूरी है. झुंड न केवल जाति और आर्थिक असमानता पर बात करती है बल्कि समाज के निचले तबके को सफलता खोजने की कहानी दिखाती है’.