बॉलीवुड की मशहूर अदाकारा और भाजपा सांसद हेमा मालिनी को ड्रीम गर्ल के नाम से जाना जाता है। नाम के हिसाब से बॉलीवुड के सितारों से लेकर क्रिकेट की दुनिया तक उनके कई चाहने वाले रहे चुके हैं। राजेश खन्ना, जीतेंद्र से लेकर धर्मेंद्र तक सब उनके चाहने वालों की लंबी फैन लिस्ट का हिस्सा हैं। लेकिन क्या आपको पता है कि एक ऐसे क्रिकेटर भी रहे चुके हैं जो हेमा मालिनी से शादी करना चाहते थे।
उनमें से एक थे भारत के दिग्गज क्रिकेटर एस. वेंकटराघवन। आपको बता दें वेंकटराघवन भी तमिलनाडु की अयंगर फैमिली के थे। वहीं हेमा मालिनी भी तमिलनाडु के अम्मानकुडी में एक अयंगर फैमिली में जन्मी थीं। यही वजह है कि वेंकटराघवन हेमा मालिनी को अपना जीवनसाथी बनाना चाहते थे
इतना ही नहीं मीडिया रिपोर्ट के अनुसार दिग्गज क्रिकेटर श्रीनिवास वेंकटराघवन ने एक बार खुलेआम सभी के सामने अपने प्यार का इजहार कर दिया था। उन्होंने कहा था कि वे हेमा की खूबसूरती पर फिदा हैं और उन्हें हेमा से प्यार है। हालांकि उनका ये प्यार एकतरफा था।
क्यों नहीं बनी बात ?
ये बात है 1980 के दौर की जब हेमा मालिनी की खूबसूरती के चर्चे मायानगरी के हर शख्स की जुबां पर थे। उनके चाहने वालों में से एक भारत के मशहूर क्रिकेटर एस. वेंकटराघवन भी थे। उन्होंने तो अपने प्यार का इजहार सार्वजनिक तौर पर कर दिया था। लेकिन हेमा की तरफ से बात नहीं बनी।
ऐसा इसलिए था क्योंकि उस वक्त हेमा मालिनी का दिल बॉलीवुड के ही-मैन धर्मेंद्र के लिए धड़कता था। 1980 में दोनों शादी के बंधन में बंध गए थे। हेमा मालिनी से शादी करने से पहले धर्मेंद्र ने प्रकाश कौर से शादी की थी, जिनसे उनके दो बेटे सनी देओल और बॉबी देओल हैं। यही कारण था कि वेंकटराघवन का एकतरफा प्यार अधूरा रह गया।
हेमा मालिनी ने 11वीं तक की शिक्षा लेने के बाद अभिनय में करियर बनाने की सोची। हेमा ने 1963 तमिल फिल्म “इदु साथियान” से अभिनय जगत में कदम रखा। हेमा मालिनी ने 1968 में पहली बार “सपनों का सौदागर” में मुख्य भूमिका निभाई। उन्होंने बॉलीवुड की बहुत सी फिल्मों में मुख्य अभिनेत्री के रूप में काम किया। हेमा दो बेटियों ईशा देओल और अहाना देओल की मां हैं।
वेंकटराघवन के करियर पर एक नजर
एस. वेंकटराघवन भारतीय टीम की मशहूर स्पिन चौकड़ी का हिस्सा थे। उनके अलावा भगवत चंद्रशेखर, बिशन सिंह बेदी और इरापल्ली प्रसन्ना भी इस चौकड़ी में शामिल थे। उन्होंने अपने करियर में 57 टेस्ट मैच खेले जिसमें उन्हें 156 विकेट मिले, इसके अलावा 15 वनडे मैचों में उन्होंने 5 विकेट हासिल किए। इसके अलावा अपने 341 फर्स्ट क्लास मैचों के करियर में वेंकटराघवन ने 1390 विकेट हासिल किए। साथ ही उन्होंने 73 टेस्ट मैच और 52 वनडे में अंपायरिंग भी की है।