Gatisheel Gomukhasana Benefits Steps in Hindi: नियमित रूप से गतिशील गोमुखासन का अभ्यास करने से मानसिक समस्याएं दूर होती है। इसके अलावा इसके और भी कई फायदे हैं आइए जानते हैं इसे करने का सही तरीक़ा
आजकल के भाग दौड़ भरी ज़िंदगी और सही डाइट नहीं होने के कारण लोगों को स्वास्थ्य से जुड़ी कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ता है। व्यस्तता भरी जीवनशैली होने के कारण लोग अपने सेहत के लिए समय नहीं निकाल पाते हैं। अन हेल्दी डाइट और शरीर एक्टिव नहीं होने के वजह से आपके सेहत पर बुरा असर होने के साथ-साथ मानसिक समस्याएं भी बढ़ने लगता है। आजकल ज़्यादातर लोगों में तनाव, डिप्रेशन और अन्य तरह की मानसिक समस्याएं होने लगी है। शरीर को मानसिक और शारीरिक रूप से स्वस्थ रखने के लिए तथा तनाव को दूर करने के लिए योग का नियमित अभ्यास करना बहुत ज़रूरी होता है। नियमित रूप से योगा का अभ्यास करने से आपका शरीर फिट रहने के साथ-साथ कई तरह की बीमारियों की चपेट में आने से बच सकता है। रोजाना गतिशील गोमुखासन (Gatisheel Gomukhasana Benefits Steps in Hindi) का अभ्यास करने से तनाव, चिंता, बेचैनी और कई तरह की शारीरिक स्वास्थ्य से जुड़ी अन्य परेशानियों से छुटकारा मिल सकता है। इस योगाभ्यास को करने से मन को शांति भी मिलती है। और साथ-साथ एंग्जाइटी, डिप्रेशन और तनाव जैसी समस्याएं भी दूर होती है। आइए जानते हैं गतिशील गोमुखासन के फ़ायदे और अभ्यास करने का सही तरीक़ा विस्तार से
:- गतिशील गोमुखासन के फ़ायदे
(Benefits of Dynamic Gomukhasana)
(Benefits of Dynamic Gomukhasana)
शरीर को स्वस्थ रखने के लिए योगा बहुत ज़रूरी होता है। साथ ही योगा की मदद से आप मानसिक रूप से स्वस्थ और खुश रह सकते हैं। रोज़ाना गतिशील गोमुखासन का अभ्यास करने से आपका शरीर स्वस्थ रहता है और साथ ही मानसिक परेशानियां भी दूर रहती है। आजकल ज़्यादातर लोगों में डिप्रेशन, चिंता और तनाव जैसी समस्या होती है। और ये लोगों के शारीरिक स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव डालती है। इन परेशानियों को दूर करने के लिए नियमित रूप से गतिशील गोमुखासन का अभ्यास बहुत फायदेमंद होता है। यह योगाभ्यास एक मध्यम श्रेणी का योगासन है। आइए जानते हैं गतिशील गोमुखासन का अभ्यास करना से क्या लाभ मिलते हैं।
:- चिंता और तनाव दूर करने में फायदेमंद
(Beneficial in relieving anxiety and stress)
(Beneficial in relieving anxiety and stress)
आजकल की व्यस्तता भरी जीवनशैली और काम की वजह से लोगों में तनाव एक बड़ा मुद्दा बन गया है। दिन प्रतिदिन यह समस्या लोगों में बढ़ती जा रही है। तनाव और चिंता की समस्या को दूर करने के लिए हेल्दी एवं संतुलित आहार बहुत ज़रूरी होता है। नियमित रूप से गतिशील गोमुखासन का अभ्यास करने से इन सभी समस्याओं को दूर किया जा सकता है। इस योगाभ्यास (Health Benefits of Gomukhasana Yoga Asana) करने से शरीर में हैप्पी ऑर्गन रिलीज होते हैं जो तनाव और चिंता जैसी मानसिक परेशानियों को दूर करते हैं और शरीर तथा मन को स्वस्थ तथा खुश रखते हैं।
:- लिवर संबंधी समस्याओं में फायदेमंद
(Beneficial in liver related problems)
(Beneficial in liver related problems)
खानपान में गड़बड़ी के कारण लिवर में कई तरह की समस्याएं होने लगती है। लिवर शरीर का सबसे महत्वपूर्ण अंग होता है। इसका स्वस्थ रहना शरीर के लिए बहुत आवश्यक होता है। लिवर को स्वस्थ रखने के लिए नियमित रूप से गतिशील गोमुखासन का अभ्यास बहुत फायदेमंद होता है। लिवर में ऑक्सीजन और लीवर को एक्टिव करने के लिए गोमुखासन का अभ्यास किया जाता है। साथ ही इसकी मदद से लीवर में ऑक्सीजन और खून के प्रवाह में तेज़ी आता है। इस योगा का अभ्यास करने से लिवर में मौजूद विषैले पदार्थ बाहर निकल जाते हैं।
:- रीढ़ की हड्डियों के लिए फायदेमंद
(Beneficial for the bones of the spine)
(Beneficial for the bones of the spine)
इस अभ्यास को करने से आपकी रीढ़ की हड्डियों को बहुत फ़ायदा मिलता है। नियमित रूप से गतिशील गोमुखासन का अभ्यास करने से रीढ़ की हड्डियां मज़बूत होने के साथ-साथ इसमें लचीलापन भी आता है। डाइट में गड़बड़ी और गलत पॉश्चर होने के कारण लोगों को रीढ़ की हड्डियों से जुड़ी परेशानियां होने लगती है। इन सारी परेशानियों को दूर करने और रीढ़ की हड्डियों को लचीला और मजबूत बनाने के लिए गतिशील गोमुखासन का अभ्यास करना बहुत ज़रूरी होता है।
:- सांस से जुड़ी परेशानियों में लाभदायक
(Beneficial in respiratory problems)
(Beneficial in respiratory problems)
अगर किसी को अस्थमा की बीमारी है, तो उसे नियमित रूप से गतिशील गोमुखासन का अभ्यास करना चाहिए। अस्थमा के रोगियों के लिए भी गतिशील गोमुखासन के कई फायदे हैं। इस अभ्यास को करने से छाती वाले हिस्से में फैला आता है और इसके रोजाना अभ्यास करने से सांस से जुड़ी समस्याएं खत्म होने लगती है।
:- शरीर में लचीलापन आता है।
(There is flexibility in the body)
(There is flexibility in the body)
अगर आप अपने शरीर को लचीला और सुडौल बनाना चाहते हैं, तो रोजाना आपको गतिशील गोमुखासन का अभ्यास करना चाहिए। नियमित रूप से इस अभ्यास को करने से आपके मांसपेशियों को भी फ़ायदा मिलता है।
:- गतिशील गोमुखासन का अभ्यास करने का सही तरीका
(Correct way to practice Dynamic Gomukhasana)
(Correct way to practice Dynamic Gomukhasana)
1. इस अभ्यास करने के लिए सबसे पहले सुखासन की अवस्था में बैठ जाएं।
2. फिर अपने बाएं पैर को अपने शरीर के तरफ लेकर आएं।
3. फिर दाहिने पैर को बाएं पैर के जगह पर रखें और शरीर के पास लेकर जाएं।
4. अब अपने दाहिने हाथ को अपने कंधों पर रखें और इसे झुकाते हुए जितना पीछे हो सके उतना पीछे ले जाने का प्रयास करें।
5. फिर बाएं हाथ के कोहनी से किनारे की ओर मोड़े और पीछे की तरफ़ ले जाएं।
6. फिर अपने दोनों हाथों को एक साथ जोड़ने का प्रयास करें।
7. कुछ देर तक इसी अवस्था में रहें और धीरे-धीरे सामान्य अवस्था में आएं।
शरीर को निरोगी बनाने के लिए तथा मानसिक समस्याओं को दूर करने के लिए नियमित रूप से इस योगा का अभ्यास करना आपके लिए बहुत फायदेमंद हो सकता है। लेकिन अगर आपके गर्दन में, दर्द घुटनों में दर्द और कंधों में दर्द की समस्या है तो इस योग का अभ्यास को नहीं करें इसके अलावा गर्भावस्था के दौरान महिलाओं को गतिशील गोमुखासन का अभ्यास नहीं करना चाहिए।