भारत सरकार दुबारा चलाई गई “सुकन्या समृद्धि योजना” और ब्याज दर में बढ़ोतरी, पर क्या ये योजना ही काफी है बेटियो की सुरक्षा के लिए?

Pinky
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सुकन्या समृद्धि योजना

जैसे कि आप सब जानते हैं कि भारत सरकार द्वारा बहुत सी योजनाएं बेटियों की सुरक्षा के लिए चलाई गई है जैसे हाल ही में “सुकन्या समृद्धि योजना” भारतमें प्रधानमंत्री के नेतृत्व में केंद्र सरकार ने एक योजना की शुरुआत की जिसका नाम है सुकन्या समृद्धि योजना . यह एक छोटी सी निवेश योजना की श्रेणी मे आता है (Small Savings Scheme) .इसका मुख्य उद्देश्य बेटी के भविष्य के लिए माता पिता द्वारा की गई बचत या निवेश है.  जो अपनी बेटी के उज्वल भविष्य , अच्छी शिक्षा , और उसके सपनो को पूरा करने के लिए एक छोटी सी राशी लम्बे समय तक निवेश करना चाहते है .

सुकन्या समृद्धि योजना  के नियम एवम लाभ 

  • सुकन्या समृद्धि खाता के तहत अकाउंट खोलने के लिए डिपोजिटर को 1000/ की न्यूनतम राशि जमा करना अनिवार्य
  • एक साल में सुकन्या समृद्धि खाते में न्यूनतम 1000/ रुपये से अधिकतम 1, 50,000/ रूपये तक जमा किये जा सकते हैं
  • अगर वर्ष के अंत तक कूल राशि 1000/ रुपये ही प्राप्त की गई तब उस खाते को निष्क्रिय माना जायेगा जिस पर दंड स्वरूप 50/ रूपये प्रति निष्क्रिय साल लगाया जायेगा
  • सुकन्या समृद्धि खाता  के तहत खोले गए अकाउंट में पैसा नगद, चेक या डिमांड ड्राफ्ट किसी भी तरीके से जमा कराया जा सकता हैं . चेक अथवा डिमांड ड्राफ्ट पोस्टमास्टर या ब्रांच के नाम से बनाये जा सकते हैं

 पर क्या बेटियों की सुरक्षा के लिए सिर्फ यही काफी है ?

आज भारत में यहां बेटियों को लक्ष्मी माना जाता है वही उनके साथ दरिद्गी की जाती है उन्हें खिलौना समझा जाता है उनके साथ बेहद गन्दा सलूक भी होती है उनके साथ बहुत बुरा व्यवहार होता है और उन्हें बहुत ज्यादा सताया जाता है

क्या समझ में बेटियों की इज्जत है ?

आज हमारे समाज में बेटियों की कोई इज्जत नहीं रही , घर में बेटी के जन्म पर ही मां बाप को उसकी चिंता रहने लगती है की जो समाज में हो रहा है जो कहीं हमारी बेटी के साथ ना हो जाए| उनके मन में डर रहता है जब वो बाहर जाती है पढ़ाई के लिए जा फिर कही भी उन्हे हर समय डर रहता है | ”  हाल ही में एक उज्जैन के MP का केस सामने आया था उस में कैसे  एक नन्ही सी बच्ची के साथ दरिद्गी  की गई थी और वह बच्ची दर दर भटक रही थी पर किसी किसी ने उसकी मदद नहीं करी।  हमारा समाज उसे देख रहा था किसी की इतनी हिम्मत नहीं पड़ेगी की उसे एक कपड़ा ही दे दे यह हमारे समाज के लिए बहुत शर्मसार था आज किसी पर भी विश्वास नहीं किया जा सकता|  हमें हमारी सोच बदलनी चाहिए बेटियों के लिए उनकी इज्जत उनका सम्मान करना चाहिए  | भारतीय सरकार को चाहिए कि ज्यादा से ज्यादा बेटियों की सुरक्षा के लिए काम किया जाए अगर सुरक्षा होगी तो बेटियां खुद ही  बहुत कुछ कर सकती है।

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

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By Pinky
पिंकी एक अनुभवी समाचार लेखिका है, जो हिंदी में समाचार सामग्री लिखने में माहिर है। उन्होंने इस क्षेत्र में अपने 10+ वर्षों के अनुभव के दौरान अपनी योगदान की अद्वितीय छाप छोड़ी है। पिंकी एक विद्यार्थी के रूप में अपनी शिक्षा की शुरुआत कर चुकी है, लेकिन उन्होंने समाचार लेखन में अपना आदर्श क्षेत्र खोजा और अपने लिखावट के माध्यम से व्यापक पठकों को अद्वितीय तरीके से समझाने का काम किया है। पिंकी का 10+ वर्षों का समाचार लेखन क्षेत्र में अद्वितीय अनुभव है, और उन्होंने अपने काम के माध्यम से अपनी योग्यता का परिचय दिया है। उनका विशेष ध्यान समाचार लेखन के प्रति है, और वे सटीकता और जानकारी को अपने लेखन के माध्यम से व्यक्त करने में निष्ठावादी हैं।पिंकी के लेखन कौशल उनके सामाजिक और राजनीतिक विषयों पर अद्वितीय ध्यान के साथ प्रस्तुत करते हैं, जिससे वे अपने पाठकों को विशेष रूप से सम्मोहित करते हैं। उन्होंने अपने कैरियर के दौरान कई बड़े समाचार पोर्टलों और प्रमुख प्रकाशकों के साथ काम किया है और विभिन्न समाचार विषयों पर लेखन किया है।पिंकी अपने व्यापक ज्ञान, लेखन कौशल, और समाचार के विशेष शौक के साथ हिंदी भाषा में समाचार प्रकाशन के क्षेत्र में एक अद्वितीय शख्सियत हैं। वे हमारे पाठकों को सटीक, विश्वसनीय और महत्वपूर्ण समाचार सामग्री प्रदान करने के लिए अपनी सार्थक योगदान के लिए प्रसिद्ध हैं।पिंकी एक समाचार लेखिका के रूप में अपने अनुभव और योग्यता के साथ एक महत्वपूर्ण योगदानकर्ता है, और हम उनके साथ होने पर गर्व करते हैं। उनके लेखन कौशल और जागरूकता से हमारे पाठक अब हिंदी समाचार के साथ और भी जुड़े रहेंगे।
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