हरनाज कौर संधू के ताज हासिल कर मिस यूनिवर्स बनने के सफर में उनके योग गुरु डॉक्टर योगी अमृतराज का योगदान भी कम नहीं रहा है। डॉक्टर योगी अमृतराज ऋषिकेश में तपोवन स्थित मां योग आश्रम (आरोग्य धाम) के निदेशक हैं, और पिछले पांच सालों से मिस इंडिया पेजेंट की सुंदरियों को योग सेशन देने के साथ-साथ प्रतियोगियों की इच्छाशक्ति को जागृत करने, आत्मबल, विश्वास, मुस्कान व सकारात्मक सोच, शरीर, मन, आत्मा को ऊर्जावान बनाए रखने का प्रशिक्षण देते हैं। योगी अमृतराज ने हरनाज को भी उन्होंने इन्ही मूल मंत्रों से संवारा। हरनाज से पहले वह मिस वर्ल्ड मानुषी छिल्लर को भी ट्रेंड कर चुके हैं।
सुबह 4 बजे उठ जाया करती थी हरनाज
इंटरव्यू के दौरान योगी अमृतराज ने बताया, हमारा काम सिर्फ योग करवाना नहीं है। हम आसन, प्राणायाम और मेडिटेशन करवाते हैं। पर उससे भी ज्यादा हम लाइफस्टाइल और फूड हैबिट्स पर काम करते हैं, क्योंकि ‘जैसा खाए अन्न, वैसा हो मन’।
मैं हरनाज को कहता था कि आपको रात को जल्दी सोना है, देर रात 10 बजे के बाद फोन पर समय नहीं बिताना है। सबसे ज्यादा बात ग्रैटिट्यूड (कृतज्ञता) पर होती रही। क्योकि ग्रैटिट्यूड और लेट गो पर काम करना बहुत अहम है। अगर आपको किसी ने दुख पहुंचाया है तो आप उसे माफ करके अपने आपको हल्का रखो।
रात को खुश होकर सोने की दी सलाह
योगी अमृतराज ने बताया, मैं हरनाज को सुबह उठकर पाठ करने के लिए भी बोलता था। आप वाहे गुरु को मानती हैं तो ‘वाहे गुरु जी दा खालसा… वाहे गुरु जी दी फतेह बोलिए।’ इसी पाठ के साथ हम दिन की शुरुआत करते थे।
उसके बाद मैं उसे ‘बम्बल बीट’ तकनीक सिखाता था। साथ ही हम ‘ऑब्जर्व द ब्रेथ’ (सांस) पर ध्यान करते हैं। ऑब्जर्वेशन में आगे हम ऑब्जर्व हार्ट, ऑब्जर्व बॉडी डीप, कुर्सी पर बैठकर अपना वजन ऑब्जर्व करना जैसी तकनीक पर फोकस करते थे। मैं उनसे रात को खुश होकर सोने कहता था। मैं उनकी सारी बातें सुनता था और उसका आध्यात्मिक समाधान देता था। मैंने मिस इंडिया के दौरान भी उनकी ट्रेनिंग की हुई थी। तब वह टॉप 12 और 15 में भी नहीं आई थीं। और आज वह लड़की मिस यूनिवर्स बन गईं। यह अपने आप में ही कितनी बड़ी बात है?
बॉयफ्रेंड को बताया था डिस्ट्रैक्शन
योगी अमृतराज ने कहा, हरनाज सुबह बहुत जल्दी (चार बजे) उठ जाती थीं। वे उठने के साथ ही वॉक और रनिंग किया करती थीं। मैं उनके मैडिटेशन, ग्रैटिट्यूड और अफर्मेशन पर ज्यादा फोकस करता रहा। वेजिटेरियन खाना खाने पर भी जोर देता रहा। हरनाज ऐसे भी डायट पर थीं। मैं उनकी लाइफ में डिस्ट्रैक्शन को हटाने की कोशिश करता था। मैं उनसे कहता, बॉयफ्रेंड है तो वह भी डिस्ट्रैक्शन है। हमारा योग सेशन रोज सुबह और शाम आधे घंटे होता था।
नवंबर का महीना हरनाज के लिए मुश्किल था
हरनाज के लिए नवंबर का महीना बहुत मुश्किल था। उनके गाउन और कपड़े तैयार हो रहे थे। कैसे बोलना है? उसपर काम चल रहा है, स्माइल कैसी होनी चाहिए?, मेकअप की जानकारी इकट्ठा करना पूरी ट्रेनिंग जोरों पर चल रही थी। तब वह बहुत ज्यादा मसरूफ थीं। उन्हें समझ ही नहीं आ रहा था कि मैं क्या-क्या करूं?
वे कहतीं, मुझे अपने लिए ही समय नहीं मिल रहा। तब मैंने उसे चीयर-अप करने की कोशिश की। साथ ही उनसे यह भी कहा कि आपको सभी के साथ अच्छे रिश्ते बनाकर रखने हैं। आप आसमान को देखकर ‘आई लव यू स्काई’ और ‘आई लव यू स्टार कहना है।’ वे आसमान की तरफ मुस्कुराते हुए ‘आई लव यू स्काई’ कहतीं और स्ट्रेस फ्री होतीं।
मैंने उन्हें धरती मां का शुक्रिया अदा करने की भी सलाह दी। जब वे मुंबई से दिल्ली और दिल्ली से इजरायल गईं, तब मैंने उनसे कहा कि मुंबई को ‘थैंक यू’ कहो। मैं उन्हें दिन भर में 500 बार मुस्कुराने को कहता था और वो भी मेरी टिप्स का पालन करती थी। मैं समझता हूं कि उनके ग्रैटिट्यूड, उनकी पवित्रता और आत्मविश्वास ने उन्हें ताज का हकदार बनाया।
हरनाज को दिए जीत के ये टिप्स
- सुबह ब्रह्ममूहर्त में उठना।
- केवल सात्विक भोजन।
- ईश्वर पर विश्वास रख रोजाना प्रार्थना करना।
- अगर कोई प्रतिद्वंदी ईर्ष्या भाव रखता है, उसको माफ करना।
- नियमित रूप से ध्यान और योग करना।
- सभी के प्रति आदर और प्रेम का भाव रखना।
- कोई भी मुश्किल समय आने पर ईश्वर का नाम लेना।
- हर बार मंच पर जाने से पहले वाहे गुरु का नाम लेना।