Home Remedies For Elbow Pain In Hindi: कोहनी में दर्द की समस्या होने पर हाथों से होने वाला सारा काम ठप हो सकता है। इसलिए इस दर्द का इलाज कराना बहुत ज़रूरी होता है। आप आयुर्वेदिक उपचारों से भी कोहनी के दर्द से आराम पा सकते हैं। आइए जानते हैं कैसे?
Tennis Elbow: हम अपने सारे काम को अपने हाथों की सहायता से करते हैं। किसी किसी काम में तो हाथों में भी कोहनी का विशेष रूप से योगदान होता है। अगर सोचिए कोहनी में ही दर्द होने लगे तो सारा काम करना कैसे संभव होगा। कोहनी का दर्द यानी टेनिस एल्बो (Tennis Elbow)। इस दर्द को सहना बहुत मुश्किल होता है। कोहनी के दर्द में हाथों के आसपास भी बहुत दर्द होता है। कभी-कभी यह दर्द इतना ज़्यादा बढ़ जाता है कि हाथों को उठाना या कोहनी को इधर-उधर घुमाना भी मुश्किल हो जाता है। कोहनी में वैसे लोगों को ज़्यादा दर्द होता है जो अपने काम में कोहनी का ज़्यादा इस्तेमाल करते हैं जैसे, खिलाड़ी, पेंटर या कारपेंटर जैसे लोग। कोहनी में दर्द होने पर दर्द के साथ साथ वहां कठोर हो जाना, सूजन आ जाना और मूवमेंट इत्यादि में भी समस्या होती है।
अगर समय पर इसका इलाज या घरेलू उपचार नहीं किया गया तो यह समस्या बढ़ती ही जाती है। और आगे चलकर गंभीर रूप ले लेती है। आप चाहे तो इसका घर बैठे आयुर्वेदिक इलाज भी कर सकते हैं। आइए जानते हैं कुछ आयुर्वेदिक उपचारों के बारे में, जिसके द्वारा कोहनियों के दर्द को कम किया जा सकता है। लेकिन सबसे पहले जानते हैं इसके लक्षण के बारे में।
कोहनी में दर्द होने के कौन-कौन से लक्षण हैं?
1: कोहनी को बार बार-बार घुमाने या मूवमेंट करने पर दर्द होना।
2: सूजन होना
3: जलन होना
4: ब्रश या कंघी करने में दर्द होना
5: ताला खोलने या चाय का कप उठाने में दर्द होना इत्यादि।
कोहनी में दर्द होने पर आयुर्वेदिक इलाज…
1: गिलोय
गिलोय को कई औषधीय रूप में इस्तेमाल किया जाता है। यह कोहनी (Home Remedies For Elbow Pain In Hindi) के दर्द में काफ़ी फायदेमंद साबित होता है। गिलोय में कई औषधीय तत्व पाए जाते हैं जैसे ग्लूकोसाइड, टीनोस्पोरिन और पामेरिन एसिड इत्यादि। इसके अलावा गिलोय में कैल्शियम, कॉपर, आयरन और जिंक की भी भरपूर मात्रा पाई जाती है। इस वजह से गिलोय के सेवन से हड्डियों के दर्द, मांसपेशियों में दर्द और गठिया की परेशानी में बहुत राहत मिलता है।
गिलोय शरीर को डिटॉक्स करने के लिए भी एक अच्छा हर्ब्स माना जाता है। इसलिए टेनिस एल्बो के उपचार में गिलोय का इस्तेमाल किया जाता है, जिससे हड्डियों के दर्द और मांसपेशियों को आराम पहुंचता है।
2: विधारा
विधारा को भी एक औषधि के रूप में इस्तेमाल किया जाता है। इसमें एंटी ऑक्सीडेंट और anti-inflammatory जैसे गुण पाए जाते हैं। इसके सेवन से टेनिस एल्बो में बहुत आराम मिलता है और हड्डियां भी मज़बूत होती हैं। साथ ही सूजन, जोड़ो और मांसपेशियों के दर्द में आराम मिलता है।
3: सालम पंजा
सालम पंजा बहुत ही फायदेमंद और पौष्टिक वन औषधि है। इसकी जड़ों में ग्लूकोसाइड, लोरोग्लोसिन, स्टार्च, फास्फेट और एल्ब्यूमिन जैसे तत्व पाए जाते हैं। इसके सेवन से शरीर में हर तरह के जोड़ों के दर्द से राहत मिलता है और शरीर को ताक़त भी मिलती है। इसका सेवन करने के बाद आपको कोहनी के दर्द में भी आराम मिलता है और कोहनी को मूवमेंट करने में कोई परेशानी नहीं होती है।
4: सफेद मूसली
सफेद मूसली को गुणों का भंडार माना जाता है। इसकी जड़ों में सबसे ज्यादा गुण पाए जाते हैं। इनमें विटामिन और खनिज का भंडार होता है। जिसमें कार्बोहाइड्रेट प्रोटीन फाइबर कैल्शियम पोटेशियम और सपूनिंस जैसे तत्व होते हैं। सफेद मूसली के सेवन से अर्थराइटिस में भी काफी राहत मिलता है। इसमें anti-inflammatory गुण होते हैं जिसके कारण कोहनी के दर्द में आराम मिलता है।
5: गोदंती
गोदंती के भी कई सारे लाभ है। आयुर्वेदिक औषधि के रूप में इस्तेमाल किया जाने वाला गोदंती दर्द और सूजन में काफी फायदेमंद होता है। इसके सेवन से पेट दर्द में तुरंत आराम मिलता है और हाथ का मूवमेंट करना भी आसान होता है। दर्द में इसे अनेकों तरह से इस्तेमाल किया जा सकता है।
आयुर्वेदिक दवाइयों का कैसे करें उपयोग…
1: अगर आप दर्द से राहत पाने के लिए गिलोय का इस्तेमाल करना चाहते हैं तो सबसे पहले इसे अच्छी तरह साफ कर लें। आप इसे एक टेबलेट के रूप में ले सकते हैं। गिलोय टेबलेट के रूप में ही सबसे ज़्यादा फ़ायदा करता है।
2: दर्द से राहत पाने के लिए आप इन सामग्रियों को ले:–
सुरंजान 50 ग्राम
विधारा 50 ग्राम
केतारीकंद 50 ग्राम
अश्वगंधा 90 ग्राम
सालम पंजा 20 ग्राम
इन सभी को मिलाकर अच्छे से पीस लें। उसके बाद एक साफ़ सूती कपड़े की सहायता से इसे छान लें। अब 3–3 ग्राम की मात्रा में, दिन भर में 3 बार हल्के गर्म पानी के साथ इसका सेवन करें। ऐसा करने से आप कोहनियों के दर्द से बहुत जल्द राहत पाएंगे।
3: दर्द से आराम के लिए तीसरे आयुर्वेदिक उपचार के लिए आप इन सामग्रियों को लें:-
सफेद मुसली 50 ग्राम
सालम पंजा 50 ग्राम
सुरंजान 50 ग्राम
विधारा 50 ग्राम
सौंफ के बीज 50 ग्राम
गोदंती
इन सभी को मिलाकर पीसकर पाउडर बना लें। अब इसे गुनगुने पानी के साथ 5 ग्राम की मात्रा में दिन भर में 8-8 घंटे के अंतराल पर 3 बार सेवन करें। आप सुबह के समय इस दवाई को खाली पेट ही लें। खाली पेट लेने से दर्द में ज्यादा आराम होता है।
4: दर्द से राहत पाने के लिए आप पिसी हुई अदरक और हल्दी को मिला लें। अब इस मिश्रण को दर्द और सूजन वाली जगह पर लगा लें। ऐसा करने से भी दर्द में आराम मिलता है।
आयुर्वेदिक दवाइयों का इस्तेमाल करते समय एक बात को हमेशा याद रखें कि पानी खूब मात्रा में पिएं। पानी ज़्यादा पीने से दवाइयों से बनने वाली गैस की समस्या नहीं होगी और दर्द में भी जल्द आराम मिलेगा।