इला अरुण ने बॉलीवुड में अपने काम से खास पहचान बनाई है. ऐसे लोग कम ही हैं जो सिंगिंग के साथ-साथ अपनी एक्टिंग की वजह से चर्चा में रहे हों. इला अरुण ऐसी ही एक शख्सियत हैं.
वे विशेष रूप से अपने गानों की वजह से सुर्खियों में रही हैं, जो राजस्थानी लोक संगीत से प्रेरित हैं. वे फॉक आर्टिस्ट के लिए आवाज उठाती रही हैं. उनके जन्मदिन के अवसर पर, हम उन फिल्मों के पांच लोक संगीत से प्रेरित गानों पर एक नजर डालते हैं, जिनका वे हिस्सा थीं.
चोली के पीछे: यह लोक संगीत से प्रेरित गाना आज भी बड़े चाव से सुना जाता है. यह गाना क्राइम थ्रिलर ‘खल नायक’ का है, जिसे सुभाष घई ने निर्देशित किया था. इसमें संजय दत्त, माधुरी दीक्षित और जैकी श्रॉफ लीड रोल में हैं. इला और अलका इस गाने से जुड़े थे. गीतकार आनंद बख्शी ने यह गीत लिखा था.
गुटूर गुटूर: फिल्म ‘दलाल’ के इस गाने को बप्पी लहरी ने कंपोज किया था. इला के अलावा गायिका अलका याग्निक, कुमार सानू और बप्पी लहरी ने भी इस गाने को अपनी आवाज दी थी. गाना मिथुन चक्रवर्ती और आयशा जुल्का पर फिल्माया गया था.
गुप चुप गुप चुप: यह गाना राकेश रोशन की फिल्म ‘करण अर्जुन’ का है, जिसे ममता कुलकर्णी के रोल पर फिल्माया गया था. इस बेहद लोकप्रिय ट्रैक को गाने के लिए इला और अलका याज्ञनिक एक बार फिर साथ आए थे. इसके अलावा, ‘स्लमडॉग मिलियनेयर’ का लोकप्रिय ट्रैक ‘रिंगा रिंगा’ को भी इला और अलका याज्ञनिक ने गाया था.
मोरनी बागा मा बोले: यह श्रीदेवी के अभिनय से सजी क्लासिक फिल्म ‘लम्हे’ का गाना है. इस गाने के दो हिस्से हैं. इसके छोटे हिस्से ‘म्हारे राजस्थान मा’ को सिर्फ इला ने गाया है. दूसरे बड़े ट्रैक ‘मोरनी बागा मा बोले’ को इला और मोइनुद्दीन के साथ लता मंगेशकर ने गाया था. यह गाना श्रीदेवी और इला के पात्रों पर फिल्माया गया है.