Indian Railway : जो यात्री ट्रेन से सफर करते हैं उनके लिए एक बड़ी खबर सामने आयी है। जैसा कि आपको पता है एसी थ्री कोच और एसी थ्री इकोनॉमी कोच का किराया यात्रियों से सामान लिया जाता है। यात्रियों के लिए एसी थ्री कोच में 72 सीटें हैं जबकि एसी थ्री इकोनॉमी कोच में 80 सीटें है। जिसके कारण इकोनॉमी कोच की सीटों की चौड़ाई थोड़ी कम है लेकिन यात्रियों से किराया बराबर का लिया जाता है, लेकिन अब यात्रिंयो के लिए रेलवे ने एक नया फैसला लिया है।
Indian Railway : बेडिंग रोल की व्यवस्था पर कोई असर नहीं
रेलवे ने अब एसी थ्री कोच और एसी थ्री इकोनॉमी कोच का किराया अलग-अलग कर दिया है जिससे यात्रियों को बहुत राहत मिल जाएगी, लेकिन रेलवे ने बेडिंग रोल की व्यवस्था पहले की तरह ही रखी है। अब यात्री कम किराया देकर एसी 3 इकोनॉमी कोच में आराम में सफर कर सकते हैं। यह नियम बुधवार से लागू कर दिया जाएगा। रेल अधिकारियों ने बताया है कि फैसले के तहत ऑनलाइन और काउंटर दोनों से ही जो भी प्री- बुकिंग की गई है उसका अतिरिक्त पैसा यात्रियों को वापस दे दिया जाएगा।
एसी 3 इकोनॉमी क्लास की सीट का किराया, एसी थ्री से कम कर दिया गया है। यह बात सच है कि पिछली साल ही रेलवे ने सरकुलर जारी किया था जिसके अनुसार एसी थ्री कोच और एसी 3 इकोनॉमी का किराया एक जैसा था लेकिन अब इनके किराए में बदलाव किए गए हैं।
Indian Railway : एसी थ्री कोच की कमाई पर नहीं पड़ता कोई असर
आपको बता दें कि एसी थ्री इकोनॉमी कोच में सस्ती एयर कंडीशनर रेल यात्रा की जाती है और इसकी शुरुआत शयनयान श्रेणी के यात्रियों को सस्ते में अच्छी सुविधा देने के लिए की गई थी। इसीलिए इसका किराया एसी थ्री कोच से 6-7 प्रतिशत कम रखा जाता है। जिससे रेलवे ने इकोनॉमी कोच से पहले ही साल में 231 करोड रुपए की कमाई जनरेट की थी।
आंकड़ों के मुताबिक बताया जा रहा है कि साल 2022 में अप्रैल से लेकर अगस्त के महीने तक इकोनॉमी में 15 लाख से अधिक यात्रियों ने सफर किया इससे 177 करोड़ रूपये की कमाई हुयी और इससे पता चलता है कि सामान्य एसी थ्री की कमाई में किसी भी तरह का कोई असर नहीं पड़ा है, इसीलिए रेलवे ने एसी थ्री इकोनॉमी कोच का किराया कम करने का फैसला लिया है।