बॉलीवुड अभिनेत्री काजोल फिल्मी बैकग्राउंड से आती है। उन्होंने अपने फिल्मी करियर में एक से बढ़कर एक अभिनय का प्रमाण दिया है और आज भी वह दे रही है। काजोल के नाम कई सुपर डुपर हिट फ़िल्में दर्ज हैं। उन्हें उनकी अदाकारी के लिये जाना जाता है। वह अपने अभिनय से किरदार में जान डाल देती है। इस बात का प्रमाण देती कई फ़िल्में हैं जिन्हें हम देख कर बोल सकते हैं कि काजोल एक बेहतरीन अदाकारा हैं। उनमें से माइ नेम इज़ खान, गुप्त, फना, दिलवाले दुल्हनिया ले जाएंगे, कुछ कुछ होता है, और न जाने कितनी फ़िल्में है जिनमे काजोल एक उम्दा अदाकारा के रूप में सामने आयी। उनकी फैन फॉलोइंग ना सिर्फ भारत में हैं बल्कि विदेशों में भी फैली हुई है। उनके फैन्स उनके बारे में जानने के लिए उत्सुक रहते हैं। आज हम उनके जिंदगी के हर पहलू को जान लेंगे अपने इस आर्टिकल में।
पारिवारिक परिचय
काजोल फिल्मी बैकग्राउंड से होने की वजह से उनके परिवार को फिल्मी जगत में पहले से ही लोग जानते थे। काजोल के पिता शोमू मुखर्जी निर्देशक और डायरेक्टर के तौर पर काम करते थे और उनकी माता तनुजा मुखर्जी फ़िल्म अभिनेत्री रह चुकी हैं। काजोल का जन्म मुंबई के महाराष्ट्र में 5 अगस्त 1974 को हुआ था।उनकी एक छोटी बहन भी है, जिनका नाम तनुषा है।
प्रारंभिक शिक्षा
काजोल नें अपने स्कूली पढ़ाई सेंट जोसेफ कॉन्वेंट बोर्डिंग स्कूल पंचगनी से की थी। वह अपने स्कूल मे डांस कॉम्पिटिशन में भी हिस्सा लिया करती थी।
करियर
काजोल ने 16 साल की उम्र में ही फिल्मी जगत में डेब्यू कर लिया था। काजोल ने फ़िल्म बेखुदी से बॉलीवुड मैं कदम रखा। यह फ़िल्म फ्लॉप रहीं लेकिन उनके अभिनय की काफी तारीफ की गई। इस फ़िल्म के बाद 1993 में अब्बास मस्तान ने फ़िल्म बाजीगर मैं उन्हें रोल ऑफर किया। इस फ़िल्म में पहली बार शाहरुख खान और काजोल की जोड़ी नजर आई। इस फ़िल्म में शिल्पा शेट्टी ने भी एक अहम भूमिका निभाई थी यह फ़िल्म दर्शकों को खूब पसंद आई। इस फ़िल्म के बाद काजोल और शाहरुख खान ने साल 1995 में फ़िल्म दिलवाले दुल्हनिया की और उसी के साथ करन अर्जुन भी रिलीज हुई। दोनों ही फ़िल्में ब्लॉकबस्टर साबित हुई और उनके अभिनय कोई लोगों ने बेहद पसंद किया। दिलवाले दुल्हनिया ने कई रिकॉर्ड तोड़े आज भी मराठा मंदिर सिनेमा हॉल में लगभग लगातार एक से ज़्यादा बार लगा रहने का रिकॉर्ड भी इस फ़िल्म के नाम रहा। इस फ़िल्म के बाद उन्होंने फ़िल्म गुप्त की जिसमें उन्होंने नकारात्मक किरदार निभाया। इस फ़िल्म में भी उन्होंने बेहतरीन अभिनय का परिचय देते हुए सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री का खिताब जीता। साल 2001 में आई फ़िल्म कभी खुशी कभी गम जिसे यश जौहर ने निर्मित किया फ़िल्म उन्होंने अपनी बेटी को जन्म देने के बाद एक लंबे अंतराल के बाद की थी। उन्होंने साल में कमबैक किया फ़िल्म फना से जो सुपरहिट रही। साल 2018 में कई सालों के बाद काजोल और शाहरुख फिर से एक बार साथ दिखे फ़िल्म दिलवाले में। यह फ़िल्म भी सूपर हिट रही।
अवॉर्डस
अभिनेत्री काजोल एक ऐसी अभिनेत्री हैं जिन्हें पांच बार फिल्मी जगत से बेस्ट एक्ट्रेस अवॉर्ड का खिताब मिला है। दिलवाले दुल्हनिया ले जाएंगे, कभी खुशी कभी गम, फ़ना, माइ नेम इस खान, दिलवाले के लिए बेस्ट एक्ट्रेस का अवार्ड मिला है।देश का सबसे सर्वोच्च अवॉर्ड पद्मश्री अवॉर्ड से साल 2011 मैं काजोल को नवाजा गया था।यही नहीं बल्कि उन्हें बेस्ट विलेन का भी अवार्ड फ़िल्म गुप्त के लिए दिया गया था। साल 2002 में राजीव गाँधी पुरस्कार से भी नवाजा गई है काजोल।
शादी और बच्चे
काजोल ने अजय देवगन के साथ अपने करियर के पीक पर शादी की थी। 24 फरवरी 1919 नाइन में अजय देवगन और काजोल ने अपने लंबे चल रहे हैं रिश्ते को शादी में तब्दील किया था। लोगों ने उनकी शादी को लेकर कई तरह की प्रतिक्रिया दी थी उनमें से लोगों ने उन्हें शादी न करने की सलाह भी दी थी। कहा गया था कि शादी के बाद उनका करियर खत्म हो जाएगा लेकिन इसके विपरीत काजोल ने अपना करियर निरंतर रूप में जारी रखा और शादी के बाद भी कई सुपरहिट फिल्मों का हिस्सा बनी रही। काजोल और अजय देवगन की एक बेटी न्यासा देवगन और एक बेटा युग देवगन है।इतने सालों की शादी के बाद भी अजय और काजोल के रिश्ते को अटूट माना जाता है। इसका सबसे बड़ा राज़ दोनों का एक दूसरे पर होने वाला भरोसा है।
कॉन्ट्रोवर्सी
यू तो काजोल काफी बड़बोली है जिसकी वजह से व किसी को कुछ कहने से पहले सोचती नहीं है। करण जौहर के साथ काजोल की पुरानी दोस्ती साल 2016 में खत्म हो गई थी। दोनों की दोस्ती के बीच आई दरार का कारण दिवाली के समय उनके पति अजय देवगन की फ़िल्म शिवाय और करण जौहर ने फ़िल्म ए दिल है मुश्किल की रिलीज डेट को क्लैश करने के वजह से था।