खान सर पेशे से एक अध्यापक है। इनका पूरा नाम फैज़ल खान है परन्तु अब ये अपने पढ़ाने के मनोरंजक अंदाज के स्टाइल के कारण खान सर के नाम से सम्पूर्ण भारत देश में प्रसिद्ध हो गए है।
खान सर ऑफलाइन मोड़ में भी कोचिंग पढ़ाते है। इनके कोचिंग संस्थान में हजारों की संख्या में विद्यार्थी पढ़ने आते है। खान सर प्रतियोगी परीक्षाओं, जीके आदि की क्लासेज पढ़ाते है और इनके कोचिंग सेंटर में इतनी भीड़ हो जाती है कि कभी कभी तो बहुत से विद्यार्थियों को खड़े रहकर ही पढ़ना पड़ता है।
आखिर कर खान सर की शादी की बात आज कल सोशल मीडिया पर बड़ा ही चर्चा में चला रहा है। बही खान सर ने अपनी शादी के बारे में अपने फैन को बता ही दिए की वो शादी कब करे गए और उने अब तक शादी क्यो नहीं की।
बिहार में ‘खान सर’ के नाम से जाने जाने वाले ‘फैजल खान’ इन दिनों अपनी शादी को लेकर चर्चा में बने हुए हैं. हर किसी की जुबान पर एक ही सवाल है कि आखिर उन्होंने अब तक शादी क्यो नहीं की. इंटरनेशनल टीवी शॉ ‘द कपिल शर्मा शॉ’ में कपिल शर्मा ने उनसे यहीं सवाल किया था कि आपने शादी क्यों नहीं की. यहां भी उन्होंने अपने फैंस को इस बात के लिए टाल दिया. दरअसल, उनके बारे में बता दें कि खान सर एक शिक्षक है और बिहार में युवाओं को शिक्षित करने का काम कर रहे है. कोरोना काल के बाद यूट्यूब चैनल के माध्यम से उन्होंने पॉपुलैरिटी हासिल की है. अगर खान सर के फॉलोअर्स की बात करें तो उनके यूट्यूब चैनल पर 17 मिलियन से अधिक फॉलोअर्स हैं।
खान सर उर्फ ‘फैजल खान’ ने अपने एक इंटरव्यू में कहा कि मैंने एक बहुत ही छोटे घर और गांव में रहकर पढ़ाई की है. कई खुवाइशों को मारकर अपनी पढ़ाई को पूरा किया. बच्चों की पढ़ाई को लेकर काफी चिंता है. सुबह से लेकर रात दो बजे तक बच्चों को पढ़ाने का काम करते है. बच्चों कि पढ़ाई को लेकर बिल्कुल भी टाइम नहीं है. इंटरव्यू में जब उनसे पूछा गया कि आप शादी क्यों नहीं कर रहे हैं. तो जवाब में उन्होंने कहा कि मैं अपनी जिंदगी में काफी खुश हूं, इससे फैंस को भी अब आइडिया लगा लेना चाहिए।
खान सर ने कहा कि एक शिक्षा के माध्यम से हास्य बनाकर कुछ रोचक बनाया जा सकता है. “इसलिए मैंने शिक्षा में हास्य को जोड़ा और बच्चों को पढ़ाने लगा, ताकि हास्य के साथ बच्चे बोर ना हो और पढ़ाई में मन लगाकर पढ़ते रहे. उन्होंने कहा कि बिहार में सबसे कम फीस में बच्चो को पढ़ाने का काम किया जाता है. साथ ही कहा कि हमने शिक्षा केंद्र में अपनी कक्षाओं की फीस घटाकर 7,500 रुपये कर दी. हमारा मकसद है अंतिम पंक्ति के बच्चे को शिक्षित करना है।