एक फिल्म अभिनेता जब सफल हो जाता है तो वो करोड़ों फैंस के दिलों में राज करता है। फिल्मों से जनता का अजीब ही लगाव होता है। फिल्मी किरदारों को लोग अपने में जीने लगते हैं। किसी को हीरो अच्छे लगते हैं तो किसी को हिरोइन्स ।लेकिन बहुत कम कलाकार ही ऐसे होते हैं जिनके दुनिया से अलविदा होने के बाद भी लोग याद रखते हैं। पिछले दिनों कन्नड़ सिनेमा के सुपर स्टार पुनीत राजकुमार का निधन हुआ। पुनीत 46 साल के एक फिट इंसान थे बावजूद इसके उनका इतनी जल्दी दुनिया से चले जाना लाखों सवाल पैदा करता है। ऐसा बताया गया कि वो जिम में कसरत करते वक्त दिल के दर्द से परेशान हुए और हॉस्पिटल ले जाने से पहले ही उनकी सांसें रुक गईं।
पुनीत का स्टारडम काफी ज्यादा था। पुनीत की यदि बात की जाए तो उनके जैसा मिलनसार व्यक्ति शायद ही कभी किसी ने देखा हो। उनके किए गए काम और उनकी सोच आज भी लोगों के दिलों में जिंदा है। फिर भी कुछ बातें ऐसी हैं जो पुनीत को दूसरों से अलग बनाती है। अप्पू और पावर स्टार कहे जाने वाले पुनीत राजकुमार ने दो दशक लंबे करियर में कई ब्लॉकबस्टर फिल्मों में काम किया । कन्नड़ फिल्म इंडस्ट्री में उनके बड़े पैमाने पर प्रशंसक थे । लेकिन जैसे ही उनकी मौत की खबर सार्वजनिक की गई वैसे मानों पूरा शहर रुक सा गया। जिस विक्रम अस्पताल में पुनीत राजकुमार का शव था उसके बाहर हजारों प्रशंसकों की भीड़ जुटने लगी। हालात ये हो गए कि मुख्यमंत्री को जनता से अपील करनी पड़ी।यहां तक की पुलिस को भी लोगों को समझाने के लिए काफी पसीना बहाना पड़ा।
आज हम आपको बताने जा रहे हैं वो बातें जो पुनीत राजकुमार को खास बनाती हैं। आईए जानते हैं इस पावर स्टार की उन बातों को जो अपने आप में काफी रोचक हैं।
पुनीत राजकुमार इकलौते स्टार है जिन्होंने सिर्फ 6 माह की उम्र में ही पर्दे पर डेब्यू कर लिया था। पुनीत का असली नाम लोहित था। साल 1976 में ‘प्रेमिदा कनिके’ में पुनीत ने एक छोटा सा रोल किया था।इसके बाद उनके पास कई फिल्मों के ऑफर आने लगे जिसमे बाल कलाकारों की डिमांड थी।
साल 2002 में फिल्म अप्पू से पुनीत ने बड़े पर्दे पर कदम रखा। उनकी अदाकारी ने दर्शकों का दिल जीत लिया। इस फिल्म के बाद प्यार से लोग उन्हें अप्पू कहकर बुलाने लगे। केजीएफ निर्माता की फिल्म ‘युवरत्ना’ पुनीत की आखिरी फिल्म थी।
मास्टर लोहित के तौर पर पुनीत ने 16 से अधिक फिल्मों में काम किया । उन्होंने 1985 की फिल्म बेट्टाडा हूवु के लिए सर्वश्रेष्ठ बाल कलाकार का राष्ट्रीय पुरस्कार भी जीता।
पुनीत राजकुमार ने अपनी चचेरी बहन पूर्णिमा और अभिनेता होनावल्ली से एक्टिंग सीखा। एक्टिंग से लगाव की वजह से वो कभी स्कूल नहीं जा सके। पुनीत का पसंदीदा गाना मिथुन चक्रवर्ती का ‘आई एम ए डिस्को डांसर’ था ।
उनकी पत्नी अश्विनी से उनकी मुलाकात एक फैमिली फ्रेंड ने करवाई थी। अश्विनी से पहले पुनीत की दोस्ती की। दो साल तक एक दूसरे को जानने के बाद साल 1999 में दोनों ने शादी कर ली।
टेलीविजन इंडस्ट्री में हाथ आजमाने के बाद पुनीत राजकुमार घर-घर में बीच प्रसिद्ध हो गए । उन्हें उनके यादगार शो कन्नंधा कोटियाधिपति के लिए याद किया जाता है।